डिजिटल डेस्क, मड़िहान।
कलवारी माफी स्थित गुरुदेवनगर आश्रम द्वारा चारागाह की 668 पर अनाधिकार रूप से कब्जा कर खेती की जा रही थी जिसका कई वर्षों से ग्रामीण विरोध प्रकट कर रहे शिकायत के बाद पिछले खरीफ में तत्कालीन एसडीएम विमल कुमार दुबे ने आश्रम के लोगो को उक्त जमीन पर खेती करने से मन कर दिया था दुबारा उक्त जमीन पर आश्रम के लोगो ने खेती करने के लिए जुताई शुरू किया जिसका ग्रामीण विरोध करते हुए एसडीएम मड़िहान को शिकायती पत्र देते हुए धरने पर जानकारी होते ही राजस्व टीम के साथ एसडीएम शिव प्रसाद सीओ नक्सल हिंतेंद्र कृष्ण प्रभारी निरीक्षक राजीव सिंह मय फोर्स विवादित जमीन पर पहुचे जिसपर ग्रामीणों ने विरोध करते हुए घेराव कर लिया, जिससे सभी टीम बैरन वापस चली आई। शिकायत कर रहे ग्रामीणों के प्रतिनिधियों को लाक डाउन समाप्त होने के बाद वार्ता के लिए तहसील बुलाया गया है। जबकि पूर्व विवादित जमीन पर जोताई बोआई करने पहुँचे आश्रम के लोगों को ग्रामीणों ने रोक दिया था।यहाँ तक कि बाबाओं को ट्रैक्टर लेकर वापस जाना पड़ा।इसके बाद ग्रामीणों ने स्थिति से उपजिलाधिकारी को अवगत करा दिया। शनिवार को टीम को देखते ही धीरे धीरे ग्रामीणों की भीड़ बढ़ती जा रही थी सभी जमीन को खाली करने की मांग कर रहे थे अधिकारियों की बात ग्रामीण सुनने को कत्तई तैयार नही थे ग्रामीणों की भीड़ को देखते हुए अधिकारी आश्रम के पक्ष मे चाहते हुए भी कुछ नही कर सके।
मामला यह है कि राजस्वकर्मियों की मिलीभगत से 668बीघा चारागाह की जमीन पर आश्रम का कब्जा हो गया।तहसील के अभिलेखों में आश्रम का नाम तो दर्ज हो गया लेकिन बंदोबस्त रिकार्ड में चरागाह के नाम ही जमीन रह गयी।जमीन पर अनाधिकार कब्जे को लेकर पहले भी कई बार ग्रामीण व बाबाओं के बीच ताना तानी हो चुकी है। ग्रामीणों की भीड़ देख अधिकारी सहम गए उन्हें उभ्भा गांव में पिछले साल हुए नरसंहार को लेकर पसीने छूट रहे हैं।