जितेन्द्र श्रीवास्तव, चुनार/मिर्जापुर।
नगर पालिका परिषद के जिम्मेदार अधिकारीयों का दावा स्वच्छ नगर को चुनौती दे रहा है। बहरामगंज महुवरिया रोड़ पर भारी जल जमाव पालिका क्षेत्र के मुहल्ला बहरामगंज से महुवरिया मार्ग को देख कर पालिका के कथनी व करनी का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। वावजूद सरकार पालिका चुनार क़ो स्च्छता के लिए देश मे प्रथम स्थान देकर सम्मान दे रही है,ं जबकि धरातल पर सच्चाई तो कुछ और ही बया कर रही है |सनद रहे कि दरगाह, बहरामगंज के लोग इसी रास्ते से रेलवे स्टेशन, आटो स्टैंड, बस अड्डा आदि स्थानो के लिए आते जाते है इसी रास्ते से दुर दराज के लोग शवों को लेकर कोल्हुआ घाट स्थित स्मशान घाट फर आते है लगभग दस वर्ष से खस्ताहाल सड़क के संबंध मे पालिका के जिम्मेदार अधिकारी यो के साथ साथ पालिका ध्यक्ष से भी कई बार मौखिक रुप से मुहल्ले वासियों ने अवगत कराया था परंतु अब तक नाली, सफाई व सड़क की खस्ताहाल ब्यवस्था बरकरार रहने से मुहल्ले वासियों को नारकीय जिन्दगी जिने के लिए मजबूर है यह सच्चाई केवल बहरामगंज व महुवरिया मुहल्ले मे ही नही बल्कि पालिका क्षेत्र के अन्य कई ऐसे मुहल्ले है जो पालिका के जिम्मेदार अधिकारी यो के मनमानी व तानाशाह रवैया का शिकार है |ऐसे मे सरकार किस ब्यवस्था के तहत गंगा तट स्थित नगर पालिका परिषद चुनार को स्वच्छता के लिए देश मे प्रथम स्थान से नवाजा गया जो नगर वासियों के समझ से परे है।