डिजिटल डेस्क, मिर्जापुर।
मिर्जापुर जनपद में कोविड 19 वैश्विक महामारी के ड्यूटी लगाने पर बड़ा खेल खेला जा रहा है। आरोप लगाया गया है कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी के यहां से भारी भरकम राशि लेकर सत्तर प्रतिशत से ज्यादा चिकित्सकों को ड्यूटी मुक्त रखा गया है, वहीं सौ से ज्यादा चिकित्सकों में मात्र सैतिस चिकित्सकों को बार बार ड्यूटी लगाई गई। इस पर प्रोवेन्सियल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन द्वारा उक्त व्याप्त भ्रष्टाचार सीएमओ आफिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और एसोसिएशन द्वारा एक पत्र लिखकर जहां पहले मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ ओपी तिवारी को दिया गया किन्तु आरोप है कि सीएमओ द्वारा पत्र को दर किनार कर कोई कार्रवाई नहीं किया गया, जिससे मेडिकल एसोसिएशन के चिकित्सकों द्वारा उपर का दरवाजा खटखटाया गया है। लखनऊ में महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं, अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य प०क०विन्ध्याचल मंडल व अध्यक्ष /महासचिव प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ लखनऊ को भेजें गये पत्र में कहा गया है कि सीएमओ कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार जिसमें कोविड 19 महामारी के दौरान रोस्टर प्रणाली द्वारा चिकित्साधिकारीयो की ड्यूटी एल वन एवं टू लगाईं जाती है। जनपद में अधीन जनपद में मुख्य चिकित्सा अधिकारी में एक सौ सड़सठ चिकित्सक है जिसमें लगभग एक सौ से ज्यादा चिकित्सकों की ड्यूटी कोविड चिकित्सालय में लगाया जाना सुनिश्चित है, किन्तु मात्र सैतिस चिकित्सकों की ड्यूटी बार लगाई जा रही है। अलग-अलग पीएचसी सीएचसी से कई चिकित्सकों द्वारा एसोसिएशन के संज्ञान में लाया गया कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कैम्प कार्यालय द्वारा रूपए लेकर ड्यूटी काटी जा रही है। उक्त प्रकरण के सम्बन्ध में संगठन द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ ओपी तिवारी को छाया प्रति पत्र संलग्न भी दिया गया था, किन्तु उसके बाद भी यथा स्थिति बनी रही। वहीं आरोप है कि देहात कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत गुरसंडी प्रार्थमिक स्वास्थ केन्द्र में तैनात हेल्थ सुपर वाइजर को कैम्प कार्यालय में अनाधिकृत रूप से अटैच कर दिया गया है। इन्हीं के द्वारा रूपए का लेन-देन किया जाता है। पीएम ड्यूटी निष्पक्ष रूप से लगाईं जांय वहीं पत्र के माध्यम से कहा गया है उक्त प्रकरण की निष्पक्ष रूप से जांच करवा कर सभी चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई जाएं तथा हेल्थ सुपरवाइजर को वहां से हटाया जाए, जिससे प्रदेश सरकार की भ्रष्टाचार मुक्त नीति का पालन हो सके। वहीं एसोसिएशन द्वारा जिलाधिकारी सुशील कुमार पटेल को भी उक्त बातों से अवगत कराया गया है।