० बच्चा स्वस्थ होने से ही स्वस्थ राष्ट्र व समाज का निर्माण समभव -मुख्य विकास अधिकारी
डिजिटल डेस्क, मिर्जापुर।
जिलाधिकारी सुशील कुमार पटेल एवं मुख्य विकास अधिकारी अविनाश सिंह ने आज सिटी विकास खण्ड अन्तर्गत ग्राम नौंहा में तीसरे राष्ट््रीय पोषण माह का दीप प्रज्ज्वलित कर एवं गर्भवती माताओं को गोद भराई तथा नौनिहाल बच्चों को अन्न प्रशासन कार्यक्रम का अभियान का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर जिलाधिकारी द्वारा गर्भवती महिला कुसुम देवी पत्नी दीपक, रामरती पत्नी राजमनी, रीना पत्नी धम्रेन्द्र तथा रीतू पत्नी दिलीप को पोश्ठिक आर देकर गोदभाराई कार्यक्रम सम्पन्न किया तदुपरान्त अन्न प्रशासन कार्यक्रम के तहत नौनिहाल बच्चा कु0 इच्छा पुत्री श्री विनोद, दर्पण पुत्र श्री अनिल कुमार , अशद पुत्र श्री आनन्द एवं रूद्राक्ष पुत्री श्री नन्दलाल यादव को खीर खिलाकर अन्न प्रशासन कार्यक्रम सम्पन्न कराया।
इस अवसर पर कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये जिलाधिकारी ने कहा कि मॉ। का दूध बच्चे के सार्वगीण विकास एवं स्वास्यि के विकास के लिये अति आवश्यक है। अतः स्तनपान को बझावा देने के लिये जन मानस में जागरूकात सन्देश प्रसारित किया जाये इस हेतु आंगनवाडी कार्यकत्री एवं आशा के द्वारा निरन्तर घर-घर भ्रमण कर लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जाय। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा माह सितम्बर 2020 में राष्ट््रीय पोषण माह के रूप में मनाये जाने का निर्णय लिया गया है, जो आगामी 30 सितम्बर 2020 तक चलाया जायेगा। उन्होंने कहा कि पोषण माह के प्रभावी क्रियान्वयन के लिये जन आन्दोलन एवं सामुदायिक प्रोत्साहन आवश्यक है पोषण माह के अन्तर्गत शासनादेश के अनुसार गतिविधियां आयोजित की जाय।
उन्होंने यह भी कहा कि बच्चें को उपरी आहरा के माध्यम से भी बच्चों में कुपोषण के स्तर में कमी लायी जा सकती है, जिसके लिये बच्चों के जन्म से प्रथम हजार दिवस अत्यन्त ही महत्वपूर्ण है। साथ ही 06 माह तक केवन स्तनपान, 02 साल तक सतत स्तनपान तथा उसके बाद भी स्तनपान जारी रखते हुये शिशु को उच्च गुणवत्ता वाली पोषण तत्व देने के बार में भी जानकारी दी जाये। उन्होंने कहा कि इस दौरान बच्चें के स्वस्थ रहने के लिये दी जाने वाली टीककरण कार्यक्रम भी आयोजित किया जाये। जिलाधिकारी ने कहा कि बच्चों के स्वस्थ रहने के लिये मॉं को स्वस्थ होना अति आवश्यक है इस लिये गर्भवाती माताओं को पूरा ख्याल रखा जाये उन्हें पहले से ही पोष्टिक आहार दी जाये ताकि बच्चा पैदा होते ही स्वस्ि व खुशहाल रहे।
मुख्य विकास अधिकारी अविनाश सिंह ने कहा कि यदि बच्चा स्वस्थ पैदा होगा और आगे चलकर स्वस्थ रहेगा तभी स्वस्थ समाज व स्वस्थ राष्ट््र का निर्माण हो सकेगा। उनहोंने कहा कि फल एवं सब्जियां सूक्ष्म पोषक तत्वों के महत्वपूर्ण तत्व हैं पोषक तत्वों का नियमित आहार में सम्लित करना स्वास्थ्य के लिये आवश्यक है। उनहोंने आंगनवाडी कार्यकत्रियों से कहा कि ग्राम विकास द्वारा खाली जमीनों एवं घर के आंगन व सामने यदि खाली जमीन हो तो उसमें पोषण वाटिका बनाये तथा पोषण वाटिका में मौसमी फल, पत्तेदार सब्जी, बैगन, टमाटर, पुदीना, गाजर, तुलसी, सहजन आदि को लगाकर बढावा दिया जाए।
तदुपरान्त जिलााकारी व मुख्य विकास अधिकारी द्वारा आंगनवाडी कार्यकत्रियों के पोषाहार से बनाये गये पोष्टिक आहार की प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया गया।
इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी पी0के0 सिंह ने कार्यक्रम के बारे विस्तृत जानकारी देते हुये बताया कि राष्ट््रीय पोषण माह के अन्तर्गत कुपोषित बच्चों का चिन्हांकन, विद्यालयों में किचेन गाउेर्न की स्िापना, पोषण विषय पर जन जनागरूकता, पोषण हेतु बच्चों की प्रारम्भिक 1000 दिवस के प्रबन्ध पर परामर्श्ज्ञ तथा टीककरण, डिजिटल पोषण पंचायत, पोषण से सम्बन्धित विभागों व कार्यकर्ताओं के मध्य वेबिनार एवं समुदाय की जन सहभागिता सुनिश्चित कराने के प्रयास किये जायेगें। कहा कि सभी कार्यक्रम कोविड-19 महामारी से सम्बन्धित गाइडलाइन का पालन करते हुये सामाजिक दूरी के मानकों सहित नियमिति हाथ घाने, साफ-सफाई, सैनिटाइजेशन जैसी सावधानियां के साथ डोर-टू-डोर जाकर कार्यक्रम किये जायेयगें। यह भी बताया कि राष्ट््रीय पोषण माह 2018 से प्रति वर्ष सितम्बर माह में मनाया जाता है यह तीसरा राष्ट््रीय पोषण माह है। इस अवसर पर एम0ओ0आई0सी0, जिला पूर्ति अधिकारी उमेश चन्द्र, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारीवीरेन्द्र कुमार, खण्ड विकास अधिकारी सिटी श्वेतांक सिंह, सीडीपीओ बीनू सिंह के अलावा अन्य सम्बंधित अधिकारी उपस्थित थे।