0 विश्व साक्षरता दिवस पर दर्जन भर निरक्षर महिलाओं को नाम लिखना सिखाया
0 कोरोना महामारी के दौरान बच्चों को प्रदान कर रहे आनलाइन शिक्षा
विमलेश अग्रहरि, मिर्जापुर।
(8299113438)
शिक्षा और ज्ञान किसी भी व्यक्ति को बेहतर जीवन व्यतीत करने के लिए बहुत ही आवश्यक है। आज अशिक्षा देश के विकास में बहुत बड़ी बाधा है, जिसके अभिशाप से ग़रीब और ग़रीब होता जा रहा है और अमीर और अमीर। शिक्षा से ही मानव जीवन की हर समस्या का समाधान संभव है। ऐसे में विश्व साक्षरता दिवस के अवसर पर लोगों में शिक्षा को लेकर जागरूकता फैलाने के उद्देश्य के गुडवीव इंडिया के बालमित्र समुदाय परियोजना कार्यक्रम के अन्तर्गत मिर्जापुर जनपद के सेमरी, करसड़ा, रामापुर , गोवर्धनपुर में साक्षरता अभियान के तहत तमाम महिलाऐं, जो निरक्षर थी उनको घर – घर जाकर व्यक्तिगत दूरी के साथ उनका नाम लिखना बताया गया। महिलाओं ने काफी कोशिश करने के बाद अपना नाम लिखना सीखा।
इस मौके पर साक्षरता कार्यक्रम के क्षेत्राधिकारी सुरेन्द्र कुमार मौर्य ने लोगों से कहा कि शिक्षा हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। आज हमारे देश में पुरुषों के मुकाबले महिला साक्षरता कम है। कहा कि आइए संकल्प लेते हैं कि हम शिक्षित समाज के निर्माण में अपना योगदान देंगे और हम खुद भी पढ़ेंगे अपने बच्चों को भी पढ़ाएंगे। इस मौके पर द्वितीय क्षेत्राधिकारी भोलानाथ मौर्य ने कहा कि शिक्षा के द्वारा ही हम अपने जीवन में बदलाव ला सकते है और एक बेहतर समाज का निर्माण कर सकते है।
बता दें कि इन गांवों में गुड़वीव इंडिया के सहाप्रबंधक जयप्रकाश के नेतृत्व में समुदाय से बाल श्रम समाप्त कर हर बच्चे को शिक्षित करने के उद्देश्य से कार्यक्रम चलाया जा रहा है। आज कोरोना महामारी के दौर में जहां सभी शिक्षण संस्थान बंद है ऐसे में बच्चों को ऑनलाइन सीखने में सहयोग किया जा रहा है। साक्षरता अभियान में गुडवीव टीम से अनीता मौर्या, इंदु देवी, नंदनी मौर्या, पूजा विश्वकर्मा, बिंदु देवी, सरिता मौर्या, प्रमिला पटेल, रेनू देवी और पंचदेव का सहयोग सराहनीय रहा।