मिर्जापुर

युवक के बैक एकाउंट से फ्राड कर निकाले गये कुल 10000 रुपयों को साइबर क्राइम सेल द्वारा एकाउंट मे वापस कराया गया

डिजिटल डेस्क, मिर्जापुर। 

शिकायतकर्ता शैलेन्द्र वर्मा, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र राजगढ, मड़िहान द्वारा दिनांक 26.08 .2020 को पुलिस कार्यालय में शिकायती प्रार्थना पत्र देकर बताया गया कि दिनांक 20.08.2020 को मेरे बैक आफ बड़ौदा के अकाउंट से 10,000 रूपये बिना मेरी जानकारी के निकल गये। पुलिस अधीक्षक मीरजापुर द्वारा साइबर क्राइम सेल मीरजापुर को कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया, साइबर क्राइम सेल द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए शिकायतकर्ता के खाते में कुल 10000 रुपये वापस कराया गया। आज शिकायतकर्ता शैलेन्द्र वर्मा द्वारा साइबर क्राइम सेल कार्यालय में उपस्थित आकर साइबर क्राइम टीम की प्रशंसा करते हुए आभार व्यक्त किया गया।

साइबर क्राइम पुलिस टीम मीरजापुर
1. उ0नि0 मानवेन्द्र सिंह साइबर क्राइम सेल मीरजापुर
2. आरक्षी गणेश प्रसाद गौड़ साइबर क्राइम सेल मीरजापुर
3. आरक्षी मो0 एहसान खाँ साइबर क्राइम सेल मीरजापुर

जनपद मीरजापुर, साइबर क्राइम पुलिस अधिकारी का संपर्क नम्बर-9451082870

 

आम नागरिकों हेतु ये जानकारी रखना बहुत जरूरी है-
अगर आपको बैंक या बैंक के कॉल सेंटर से जुड़े होने का दावा करने वाले किसी व्यक्ति का कॉल आता है तो उस डिस्प्ले नंबर पर आंख बंद कर बिल्कुल भी भरोसा न करें, यह जान लें कि न ही रिजर्व बैंक से आपके बैंक से इस तरह के कोई कॉल कस्टमर्स को किए ही नहीं जाते हैं।
अगर बैंकिंग से जुड़ा आपको कोई कॉल आता है या कोई व्यक्ति आपसे कुछ करने या बताने को कहता है तो उस व्यक्ति पर भरोसा न करें, ऐसा कुछ करने से पहले रुकें और सोचें, आप सतर्क रहेंगे तो आप परेशान नहीं होंगे।
अगर कोई व्यक्ति आपको Quicksupport, Anydesk, VNC, Ultra VNC, Teamviewer, Ammyy, Seescreen, BeAnywhere, LogMein, RealVNC और Skyfexetc जैसे ऐप को इन्स्टॉल करने को कहे तो यह कतई न करें. यह सारे ऐप धोखाधड़ी के मामलों से जुड़े हो सकते हैं। जो कि ईमेल, टेक्स्ट मैसेज या व्हाट्सऐप के माध्यम से लिंक के रूप में आप के मोबाइल पर भेजे जा सकते है।
अगर आपको ईमेल, टेक्स्ट मैसेज या व्हाट्सऐप से कोई अननोन लिंक मिलते हैं तो आप सावाधान रहें, कभी भी थर्ड पार्टी या अननोन सोर्स के एप्लीकेशन इन्स्टॉल नहीं करें, इससे आप धोखे में पड़ सकते हैं और अपना पैसा गंवा सकते हैं।
इस बात को गांठ बांध कर रख लें कि कभी भी आप अपना एटीएम पिन नंबर, ओटीपी यानी वन टाइम पासवर्ड, CVV को मोबाइल फोन, ईमेल या किसी भी अन्य माध्यम से किसी को न बताये न दिखाये।

Banner VindhyNews
error: Right Click Not Allowed-Content is protected !!