डिजिटल डेस्क, मिर्जापुर।
राष्ट्रीय स्वैक्षिक रक्तदान दिवस के अवसर पर जिला अधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी के आह्वान पर एपेक्स इंस्टिट्यूट ऑफ़ आयुर्वेदिक मेडिसिन एवं हॉस्पिटल द्वारा एपेक्स ग्रुप ऑफ़ मेडिकल एजुकेशन के डीन डॉ. सुनील मिस्त्री की अध्यक्षता में एपेक्स के चुनार प्रांगण में स्वैक्षिक रक्तदान जागरूकता के शैक्षिक सत्र का आयोजन किया गया। सत्र का शुभारम्भ करते हुए प्रधानाचार्य प्रो डॉ यशवंत चौहान ने एपेक्स आयुर्वेद कॉलेज की समस्त फैकल्टी एवं वक्ताओं का स्वागत किया।
एपेक्स आयुर्वेद कॉलेज के रोग निदान विभाग के प्रो. डॉ. रविन्द्र दसवंत, प्रो. डॉ सुवर्णा भागवत, असिस्टेंट प्रो. डॉ रूबी सिंह ने ब्लड डोनेशन की प्रक्रिया एवं ब्लड डोनेशन के फायदों के बारे में बताते हुए शैक्षिक सत्र में उपस्थित सम्हिता एवं सिद्धांत की डॉ दिव्या सागर, डॉ अरुणा, रचना शरीर की प्रो. रूपाली, प्रो प्रद्योत, क्रिया शारीर के डॉ सुरेश, डॉ आभा, द्रव्य गुण के प्रो अशोक हवलद, डॉ अमित कुमार, डॉ प्रियंका गौतम, रसा शास्त्र प्रो शेखर, डॉ सागर, डॉ पूजा, अगद तंत्र के प्रो मधुसुदन, प्रो वीरेंद्र, बाल रोग के प्रो स्वप्निल दोशी, प्रसूति तंत्र की प्रो आशा नारायण, डॉ सरिता, डॉ नीतू, स्वास्थ्य वृता डॉ नीलिमा, डॉ स्मृति रेखा, का्य चिकित्सा के प्रो अतुल काले, प्रो स्वप्निल चौधरी, डॉ रजनीश, पंचकर्म के प्रो देबाशीष, डॉ रश्मि, शालाक्य तंत्र के प्रो श्री विष्णु, डॉ किशन सखाराम, डॉ अरविन्द गौतम, शल्य तंत्र प्रो राजकुमारी, डॉ समीर, डॉ महेश, डॉ आरती चौरसिया, योगा की डॉ दीक्षा एवं पैरामेडिकल एवं नर्सिंग स्टाफ के समक्ष अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया एवं प्रश्नोत्तरी काल में उपस्थित भागीदारों जिज्ञासाओं का संतुष्टिपूर्ण उत्तर भी दिया। एपेक्स के प्रबंधकों हिमांशु, नवीन, देवेन्द्र एवं ब्लड बैंक प्रबन्धक राहुल राय जागरूकता सत्र का संयोजन एवं संचालन किया गया।
एपेक्स के चेयरमैन डॉ एस के सिंह ने वर्तमान में कोरोना वैश्विक महामारी के चलते रक्तकोशों में हुई कमी को पूर्ण करने के उद्देश्य से आयोजित, स्वैक्षिक रक्तदान शिविर एवं जागरूकता सत्र के आयोजन के लिए टीम को बधाई दी एव समस्त युवाओं, प्रबंधकों एव कर्मचारियों से स्वैक्षिक रक्तदान में भाग लेने का आह्वान किया। साथ ही उन्होंने कोरोनावीरों से प्लाज्मा दान हेतु आगे आने हेतु अनुरोध किया जिससे कोरोना से लड़ रहे मरीजों को जीवन दान दिया जा सके।