डिजिटल डेस्क, मिर्जापुर।
एपेक्स इंस्टिट्यूट ऑफ़ आयुएवेदिक मेडिसिन एंड हॉस्पिटल में धन्वन्तरी जयंती के अवसर पर आयोजित राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस मनाया गया। इस अवसर पर एपेक्स के चेयरमैन डॉ एसके सिंह, डीन प्रो सुनील मिस्त्री प्रधानाचार्य यशवंत चौहान, विभागाध्यक्ष प्रो एके सोनकर की उपस्थिति में मुख्य अतिथि प्रो. केके द्विवेदी सदस्य बोआर ऑफ़ गवर्नर सीसीआईएम, प्रो विजय राय महा सचिव विश्व आयुर्वेद परिषद् एवं प्रो राजीव शुक्ला, काशी अध्यक्ष विश्व आयुर्वेद परिषद् द्वारा कॉलेज प्रांगण में भगवान् धन्वन्तरी की मूर्ती का अनावरण किया गया।
इसी क्रम में आयोजित कोविड प्रबन्धन में आयुर्वेद के योगदान विषय पर एक सगोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता प्रो केके द्विवेदी, प्रो विजय कुमार राय एवं प्रो राजीव शुक्ला ने अपने व्याख्यान में 5000 वर्ष पुरानी आयुर्वेद विधा के महत्व को बताते हुए कोविड प्रबन्धन एवं बचाव में प्रयुक्त होने वाली औषधियों एवं आयुर्वेद विधा की अत्यंत महत्वपूर्ण नियमित दैनिकचर्या द्वारा स्वास्थ्य लाभ पर प्रकाश डालते हुए आयुर्वेद के विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्ध अवसरों के विषय में छात्रों को अवगत कराया। कॉलेज के क्रिया शारीर के विभागाध्यक्ष प्रो एके सोनकर द्वारा आयुर्वेद के शैक्षिक पहलू की व्याख्या की गई. चेयरमैन डॉ एसके सिंह द्वारा मंचासीन अतिथियों को स्मृति चिन्ह एवं शाल भेंट कर आभार प्रकट किया। कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रो यशवंत चौहान ने धन्यवाद ज्ञापन देते हुए कार्यक्रम का समापन किया। अवसर पर एपेक्स इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज के आयुर्वेद एवं फार्मेसी कॉलेज के छात्र छात्राओं सहित प्रो अमित सिंह, प्रो सुभाष गुप्ता, प्रो वीरेंदर कुमार, प्रो वंदना विद्यार्थी डॉ आभा, डॉ आशीष, डॉ रणविजय, डॉ रोमेश, डॉ विनीता, डॉ रजनीश पाठक, डॉ. आशीष चंद, डॉ अरविन्द गौतम, डॉ सिद्धार्थ, डॉ. वीना, डॉ. रफीक सहित हॉस्पिटल स्टाफ उपस्थित रहे. धन्वन्तरी जयंती एवं राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के कार्यक्रम का सम्पूर्ण संयोजन एवं संचालन ट्रस्ट इंस्टिट्यूट के डीन प्रो सुनील मिस्त्री द्वारा किया गया।