० एपेक्स आयुर्वेद कॉलेज में फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम
डिजिटल डेस्क, मिर्जापुर।
आयुष मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशानुसर् आयुष विधाओं में कार्यरत फैकल्टी के विकास हेतु एपेक्स इंस्टिट्यूट ऑफ़ आयुर्वेदिक मेडिसिन एवं हॉस्पिटल द्वारा त्रिदिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट के शैक्षिक सत्र का संयोजन क्रिया शरीर विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. एके सोनकर द्वारा किया गया।
सत्र का शुभारम्भ करते हुए प्रधानाचार्य प्रो डॉ यशवंत चौहान ने राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय से आमंत्रित मुख्य वक्ताओं डॉ. पी.एल. संखुआ, डॉ. अवधेश कुमार एवं एपेक्स आयुर्वेद कॉलेज की समस्त फैकल्टी एवं छात्रों का स्वागत किया। डीन प्रो. सुनील मिस्त्री द्वारा वक्ताओं को पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया गया।
वक्ताओं ने वैश्विक महामारी के चलते आयुर्वेद विधा की उपयोगिता एवं आवश्यकता पर जोर देते हुए, छात्रों के पाठ्क्रम एवं अध्यापन नीतियों के विषय में बताया। प्रश्नोत्तरी काल में उपस्थित एपेक्स आयुर्वेद कॉलेज के रोग निदान विभाग के प्रो. डॉ. रविन्द्र दसवंत, प्रो. डॉ सुवर्णा भागवत, सम्हिता एवं सिद्धांत की डॉ दिव्या सागर, डॉ अरुणा, रचना शरीर की प्रो. रूपाली, प्रो प्रद्योत, क्रिया शारीर के डॉ सुरेश, डॉ आभा, द्रव्य गुण के प्रो अशोक हवलद, डॉ अमित कुमार, डॉ प्रियंका गौतम, रसा शास्त्र प्रो शेखर, डॉ सागर, डॉ पूजा, अगद तंत्र के प्रो मधुसुदन, प्रो वीरेंद्र, बाल रोग के प्रो स्वप्निल दोशी, प्रसूति तंत्र की प्रो आशा नारायण, डॉ सरिता, डॉ नीतू, स्वास्थ्य वृता डॉ नीलिमा, डॉ स्मृति रेखा, का्य चिकित्सा के प्रो अतुल काले, प्रो स्वप्निल चौधरी, डॉ रजनीश, पंचकर्म के प्रो देबाशीष, डॉ रश्मि, शालाक्य तंत्र के प्रो श्री विष्णु, डॉ किशन सखाराम, डॉ अरविन्द गौतम, शल्य तंत्र प्रो राजकुमारी, डॉ समीर, डॉ महेश, डॉ आरती चौरसिया, योगा की डॉ दीक्षा एवं छात्रों की जिज्ञासाओं का संतुष्टिपूर्ण उत्तर भी दिया गया. सत्र का संचालन डॉ रफीक़ एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रो एके सोनकर द्वारा दिया गया।
एपेक्स के चेयरमैन डॉ एस के सिंह ने फैकल्टी डेवलपमेंट सत्र के आयोजन के लिए कॉलेज प्रबन्धन की सहराना करते हुए समय समय पर इस प्रकार के शैक्षिक आयोजनों के लिए प्रेरित किया।