0 तीन चरणों में एक्टिव केस फाइंडिंग (एसीएफ) कार्यक्रम चलेगा
0 राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत टीबी रोग को सन् 2025 तक पूर्ण रूप से समाप्त करने का है उद्देश्य
डिजिटल डेस्क, मिर्जापुर।
राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत टीबी रोग को सन् 2025 तक पूर्ण रूप से समाप्त करने के उद्देश्य को साकार करने हेतु जनपद में तीन चरणों में एक्टिव केस फाइंडिंग (एसीएफ) कार्यक्रम चला कर टीबी रोगियों की खोज करके उनका इलाज सुनिश्चित किया जायेगा,
जिला क्षक्ष रोग अधिकारी डाॅक्टर एल एस मिश्रा ने बताया कि पहले चरण में छब्बीस दिसम्बर से एक जनवरी तक अनाथालय वृद्धाश्रम ज़िला कारागार नारी निकेतन बाल संरक्षण गृह मदरसा तथा नवोदय विद्यालय में गठित प्रशिक्षित टीमों द्वारा जाकर टीबी मरीजो की खोज की जाएगी।
जबकि दूसरे चरण में 2 जनवरी से 12 जनवरी तक के बीच शहरी व ग्रामीण मलिन बस्तियों में क्षय रोग की टीमें घर घर जाकर लोगों को टीबी के संपूर्ण लक्षण से वाकिफ कराते हुए स्क्रीनिंग कर, बलगम की जाँच करेंगी। इस दौरान एचआईवी एवं डायबिटीज रोग से पीड़ित मरीजों की विशेष रूप से जांच होगी इसके अलावा तीसरे चरण में 13 जनवरी से 25 जनवरी 2021 तक जनपद के निजी अस्पतालों, केमिस्टो व ड्रगिस्टो के यहां क्षय रोग कि गठित टीमें संपर्क कर क्षय रोगियों के बारे में डाटा लेंगी,
उन्होंने बताया कि संदिग्ध रोगियों के बलगम की जांच अत्याधुनिक मशीन सीबी नाट द्वारा की जायेगी, और यदि व्यक्ति क्षय रोगी मिलता है तो उसका पंजीकरण निश्चय पोर्टल पर करते हुए तत्काल इलाज शुरू कर दिया जायेगा।
वहीं इस संदर्भ में डिस्ट्रिक्ट को ऑर्डिनेटर सतीश शंकर यादव द्वारा बताया गया कि उपरोक्त अभियान, जनपद के 20 प्रतिशत जनसंख्या को लक्ष्य कर किया जाना है, जिसमें तीन सदस्यीय एक सौ छत्तीस टीमें व सत्ताईस सुपरवाइजर नौ सेक्टर ए०मो० एवं दस जोनल ए०मो० के साथ साथ तीन जिला स्तरीय अधिकारी अभियान को सफल बनाने में लगे हैं,
श्री यादव द्वारा बताया, गया कि उक्त अभियान के दौरान मिले समस्त टीबी मरीजों को विभाग द्वारा मुफ्त दवा के साथ – साथ, निश्चय पोषण योजना के अंतर्गत रुपया 500 प्रतिमाह डीबीटी के माध्यम से मरीजों के खाते में देगी।