जन सरोकार

जनता बैंकिंग सिस्टम से जुड़े और प्राइवेट कर्ज लेने से बचें: शाखा प्रबंधक उमेश सिंह

०  जानकारी के अभाव में किसानों को हो सकता है नुकसान
ज्ञानदास गुप्त, ड्रमंडगंज (मिर्जापुर)।
जागरूकता के अभाव में केसीसी के अंतर्गत किसानों को नुकसान उठाना पड़ सकता है। खाता समय से संचालित ना होने के कारण ग्राहकों को पेनल्टी और ब्याज देना पड़ता है। इस जानकारी को साझा किया इंडियन बैंक शाखा ड्रमंडगंज के शाखा प्रबंधक उमेश सिंह ने। प्रबंधक श्री सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि 31 जुलाई तक अधिकांश खातों की लिमिट समाप्त हो जाती है। किसान अगस्त में आकर खाता संचालित करा लें, लिमिट सही करा लें, जिससे अनावश्यक पेनाल्टी व अतिरिक्त ब्याज ना देना पड़े। खरीब फसल बीमा के लिए 1 अप्रैल से 25 जुलाई के मध्य खाते से निकासी अवश्य करें। उसी तरह रवि फसल के लिए 1 अक्टूबर से 25 दिसंबर के मध्य खाते से निकासी कर लें। इससे ग्राहकों को बीमा की सुविधा मिल जाएगी लेकिन यह ध्यान रखें कि उतनी धनराशि खाते में अवश्य रहे जिससे बीमा के किस्त का भुगतान हो जाए।
          इसी तरह जानकारी देते हुए प्रबंधक ने बताया कि बैंक से होम लोन की सुविधा उपलब्ध है। जरूरतमंद इस स्कीम का फायदा उठा सकते हैं। मुद्रा लोन के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि तीन प्रकार से मुद्रा लोन की जाती है। शिशु लोन जिसके अंतर्गत 50000 तक लोन दी जाती है। 50000 से ऊपर 5 लाख लोन किशोर लोन कहा जाता है तथा इसके ऊपर 10 लाख तक लोन युवा लोन के नाम से जाना जाता है। व्यापारियों के लिए सीसी लिमिट की व्यवस्था बैंक द्वारा उपलब्ध है। जनता से अपेक्षा की जाती है कि वह प्राइवेट लोन से बचें। बैंक सिस्टम से जुड़े सरकार द्वारा जो भी निर्देश बैंकों को दिए गए हैं उसका पूरी तरह पालन करने का प्रयास किया जाता है। कोशिश की जाती है कि ग्राहकों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो।
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