डिजिटल डेस्क, मिर्जापुर।
सोमवार 23 मार्च को एस एस पीपीडी कॉलेज तिसुही मड़िहान मिर्जापुर में राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी का विषय भारतीय शिक्षा व्यवस्था और साहित्य रहा। इस कार्यक्रम में विविध प्रकार की वैचारिकता विद्वानों द्वारा प्रस्तुत किया गया। बीएड विभागाध्यक्ष डॉ रवि भूषण तिवारी ने शैक्षिक व्यवस्था पर अपना व्याख्यान देते हुए कहा कि शिक्षा में जो मूलभूत समस्याएं आज उत्पन्न हुई हैं। उन्हें बिना पहचाने हम उनका निदान नहीं कर सकते। शिक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाना हमारा नैतिक कर्तव्य है। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ राकेश कुमार ने अपनी अभिव्यक्ति में कहा कि शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए मूल्यांकन पद्धति का सुधारना बहुत आवश्यक है।
शिक्षा शास्त्र के अध्यापक आशीष चतुर्वेदी ने शिक्षा की मनोवैज्ञानिकता के बारे में प्रकाश डाला प्राध्यापक नील रतन सिंह ने स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क के विकास को अपने वैचारिकता का माध्यम बनाया।डॉ भुनेश्वर द्विवेदी ने संगोष्ठी कार्यक्रम का संचालन किया और भारतीय शिक्षा व्यवस्था एवं साहित्य पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया। महाविद्यालय के प्रबंधक गजेंद्र प्रताप सिंह ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए भारतीय शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए विभिन्न उपायों को प्रस्तुत किया। ऑनलाइन संगोष्टी के माध्यम से महाविद्यालय के संरक्षक विन्ध्य भूषण एवं द्वित्तीय मालवीय की उपाधि ख्यात जगदीश सिंह पटेल ने शिक्षा को जीवन का अमूल्य तत्व स्वीकार किया। संगोष्ठी के इस कार्यक्रम में महाविद्यालय परिवार का सहयोग रहा।