मिर्जापुर।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद उत्तर प्रदेश द्वारा संचालित जिला विज्ञान क्लब मिर्जापुर के माध्यम से जनपद के बाल वैज्ञानिकों में टीकाकरण, एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता क्या है इसे कैसे बढ़ाएं, पर ऑनलाइन वर्कशॉप आयोजित की गई। इसमें जनपद के विभिन्न विद्यालयों के विज्ञान वर्ग के 45 बाल वैज्ञानिकों ने प्रतिभाग ताकि। इस वर्कशॉप में विशेषज्ञ के रूप में सुशील कुमार पांडे, आयुष चिकित्सक डॉ सौरभ कुमार, शोध छात्र प्रशांत सिंह रहे। जिला समन्वयक सुशील कुमार पांडे ने बताया कि इस समय कोविड-19 की विकराल समस्या के कारण बच्चे घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं, इसलिए हम लोगों का प्रयास है कि बाल वैज्ञानिकों को वैज्ञानिक अभिरुचि बढ़ाने के लिए जानकारी दी जाए, यह बाल वैज्ञानिक अपने आसपास के लोगों को भी जागरूक करेंगे।
पांडे ने बाल वैज्ञानिकों को बताया कि विश्व टीकाकरण सप्ताह प्रत्येक वर्ष अप्रैल माह के अंतिम सप्ताह में मनाया जाता है। इस वर्ष का टीकाकरण की थीम “वैक्सीन ब्रिंग अस क्लोजर. रखा गया है। यह 24 अप्रैल से 30 अप्रैल तक मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए तथा विभिन्न मैं विषाणु खेलने के लिए टीकाकरण सप्ताह मनाया जाता है। जिला समन्वयक ने कहाकि की यह वर्कशॉप हम लोग दो दिनों में करेंगे आज केवल इम्यूनिटी पर चर्चा होगी, अगले दिन वैक्सीन और उससे लाभ पर विषय विशेषज्ञों द्वारा जानकारी दी जाएगी। इम्यूनिटी जिसे प्रतिरक्षा भी कहते हैं। यह इम्यूनिटी ही होती है जो हर तरह के रोगों से लड़ने में सहायक होती है। इसके बारे में सबसे पहले फ्रांसीसी वैज्ञानिक द्वितीय मेनिकिकोव और फ्रांसीसी सूक्ष्म जीव वैज्ञानिक लूई पास्चर ने बताया।यह हमारे शरीर मेसभी तरह की बीमारियों से लड़ने की शक्ति प्रदान करती है। ये दो प्रकार की होती है। पहली एनेट इम्युनिटी,ये रोगों से सुरक्षा प्रदान करती है,किंतुदीर्घ कालिक नहीं होती। दूसरी एयडेटिली इम्यूनिटी ये दीर्घकालिक सुरक्षा प्रदान करती है।इम्यूनिटी काम होने का कारण तनाव, व्यायाम न करना, अनुचित पोषण है।
इसे मजबूत करने के लिएं व्यायाम करे, विटामिन डी वाले खाद्य पदार्थ ले, काफी की जगह ग्रीन टी ले, स्वच्छता बनाए रखे। आयुष चिकित्सक डॉक्टर सौरभ कुमार ने बाल वैज्ञानिकों को बताया की बदलते मौसम में कफ, फीवर, तथा कॉरोना से बचने के लिए अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बड़ाने के लिए डेली रूटीन में मुलेठी को शामिल कर ले। शहद के साथ मुलेठी, याक कैंडी की तरह मुलेठी को चूसना किसी तरह के इन्फेक्शन से बचा सकेगी।
मुलेठी एक ऐसी औषधि है जो हमारे बॉडी में पावर बूस्टर की तरह कार्य करती है। इसके सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। हानिकारक बैक्टीरिया और वायरस हमारे शरीर पर जल्दी से आक्रमण नहीं कर पाते। यही वजह है कि कोरोना वायरस से बचने के लिए मुलेठी के सेवन की सलाह दी जा रही है। इसे लिखे आरस और लिक्रिस के नाम से भी जाना जाता है। लेखिका नियमित सेवन हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। मुलेठी में दो एंजाइम पाए जाते हैं वह शरीर में लिंफोसाइट्स और मैक्रोफेज का उत्पादन करने में मदद करते हैं। लिंफोसाइट्स और मैक्रोफेज शरीर को बीमार बनाने वाले माइक्रोब्स, पालूटेंट एवम हानिकारक सेल्स को शरीर में विकसित करने से रोकते है।
शोध वैज्ञानिक प्रवीण कुमार ने कोविड-19 के दौरान यूनिटी बढ़ाने के लिए घर में रहने के दौरान बताया कि नाश्ते में प्रोटीन डाइट लें प्रोटीन से हमारे शरीर को एल अर्ग 9 एमिनो एसिड निकलता है, जो हमारे शरीर में हेल्पर टी सेल्स को जनरेट करने में मदद करता है। यह सेल्स हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली सेल्स को इनर्जी देते हैं। आप नाश्ते में दलिया, उबली हुई दालों की सलाद, साबुत अनाज या स्प्राउट्स खा सकते हैं। एल अग्री 9 अमीनो एसिड से बनने वाली हेल्पर की सेल्स हमारे शरीर में प्रवेश कर चुके किसी वायरस या बैक्टीरिया से सबसे पहले मिलती है। यह उस वायरस को आप जरूर करती है और उसका एक तरह का ब्लू प्रिंट तैयार करती है और यह बताने का कार्य करती है कि शरीर की रक्षा के लिए किस एंटीबॉडीज को बनाने की जरूरत है। इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए घर की छत या बालकनी में धूप के वक्त कुछ समय जरूर भी जाएं इस दौरान आप अपने पसंद की किताबें, पेपर पढ़ सकते हैं, धूप में वक्त बिताना इसलिए जरूरी है क्योंकि धूप हमारे शरीर में मौजूद इंफेक्शन से फाइट करने वाले कौशिक स्कोर एनर्जी देने का काम करती है। मेडिटेशन करने मेडिटेशन करें, योग और एक्सरसाइज करें। इन सभी माध्यमों से आप यूनिटी को बढ़ा सकते हैं। जिला समन्वयक ने बताया कि अगले दिन लोग टीकाकरण, एवं टीकाकरण से क्या लाभ हैं इस पर विशेष विशेषज्ञों के द्वारा बाल वैज्ञानिकों को जागरूक करेंगे।