० श्रीविन्ध्य पण्डा समाज के पदाधिकारी सदस्य सहित अन्य समाज के लोगों इस उत्सव में भाग लेंगे
विंध्याचल।
बैशाख कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि पर प्राचीन परंपरा अनुसार संपूर्ण विंध्यवसिनी मंदिर का गंगाजल से धुलाई किया जाएगा । मां विंध्यवासिनी देवी के मंदिर सहित परिसर में विराजमान समस्त देवी देवताओं के मंदिरों को श्रद्धा भाव से धुला जाएगा।
विंध्याचल मंदिर की धुलाई का कार्यक्रम बुधवार की सुबह 10:00 बजे से लेकर 12:00 बजे तक अनवरत चलता रहेगा। श्री विन्ध्य पण्डा समाज के पदाधिकारी सदस्य सहित अन्य समाज के लोगों इस उत्सव में भाग लेंगे। पुनः दोपहर राजश्री आरती के पश्चात आम श्रद्धालुओं के लिए मां का कपाट दर्शन पूजन के लिए खोल दिया जाएगा सायं काल मां विंध्यवासिनी माता की वार्षिक विशेष आरती की जाएंगी।
श्री विन्ध्य पण्डा समाज मंत्री भानु पाठक ने बताया कि वर्तमान में संक्रमण को देखते हुए श्री विन्ध्य पण्डा समाज द्वारा अपील की गई है कि एक परिवार से एक सदस्य इस उत्सव में भाग ले क्योंकि अत्यधिक भीड़ ना उमड़े क्योंकि संक्रमित बीमारी फैलने का भय व्याप्त रहता है।