0 अस्पताल में भर्ती विवाहिता ने मांगा न्याय
मिर्जापुर।
कटरा कोतवाली क्षेत्र के बरौधा गांव में विवाहिता को दो दिन तक भूखा प्यासा रखकर उसकी निर्मम पिटाई करके अचेत होने के बाद कमरे में बंद करने के मामले में पुलिस ने पति राहुल, ससुर अजय और सास राजकुमारी के खिलाफ बुधवार को देर रात मामला दर्ज किया। जिस वक्त मामला दर्ज किया जा रहा था उसी दौरान पुलिस चौकी के एक सिपाही के माध्यम से आरोपी पिता पुत्र को थाना से रुखसत किया गया।
दो बच्चों की मां विभा तीसरे दिन भी अस्पताल में भर्ती है। जिससे बेबस पिता ने पुलिस की मदद से ताला लगाकर बंद कमरे से अचेत अवस्था में मुक्त कराया था और होश में आने के बाद विभा ने अपनी दर्दनाक दास्तान सुनाई। अंततः दो दिन तक पीड़िता को टाल मटोल करने वाली पुलिस ने मामला दर्ज किया। दर्ज मामले में दहेज उत्पीड़न और महिला उत्पीड़न समेत भारतीय दंड संहिता की धारा 308, 342, 354, 498ए, 500, 506 और दहेज प्रतिषेध अधिनियम की धारा तीन और चार लगाई गई है।
बिटिया की करीब छह वर्ष पूर्व विवाह करने वाले पड़री थाना क्षेत्र के पसैया डागमगपुर निवासी रामभजन ने यह दिन देखना पड़ेगा, सोचा भी न था। उसे 11 मई को बिटिया की पिटाई करके कमरे में बंद किए जाने की सूचना उसके पड़ोसियों से मिली थी। अपने रिश्तेदारों के साथ जब बिटिया के ससुराल पहुंचे तो वहा ताला बंद था। काफी फोन करने पर दामाद राहुल आया। जिसने आने पर अभद्रता की। एंबुलेंस बुलाया गया फिर भी वह बिटिया को देखने नही दे रहा था। पुलिस ने आने के बाद कमरे का ताला खुलवाया तो बिटिया अर्द्ध नग्न अचेत पड़ी थी। जिसे 11 मई को दोपहर में अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके बाद पिता बरौधा पुलिस चौकी, कटरा कोतवाली और अस्पताल के बीच चक्कर लगाता रहा। बुधवार की रात करीब नौ बजे बढ़ते दबाव के चलते प्राथमिकी दर्ज की गई।
इस दौरान पुलिस ने हिरासत में लिए गए पति राहुल और ससुर अजय को छोड़ दिया। अस्पताल में भर्ती विवाहिता ने अपने उत्पीड़न की दास्तान करा हते हुए सुनाया। कहा कि दो दिन से मुझे खाना नहीं दिया गया था। घर के लोग खुद खाना बनाकर खाकर उसे बंद करके चले जाते थे। दस तारीख की रात में उसे कमरे से निकाल कर पटक पटक कर मारा गया। अपने दो बच्चों के साथ ही दर्द से बेहाल विभा निर्दीयी लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई किए जाने को कहा जो समाज में नजीर बने। कोई और बहु किसी जालिम का शिकार न बने। दिल को दहला देने वारदात में पीड़िता के पिता रामभजन ने हताश होकर भाजपा नेता रविशंकर साहू से मदद की गुहार लगाया था। बिटिया दो दिन भोजन के लिए तड़पी तो पिता दो दिन मामला दर्ज कराने के लिए हलकान रहा। अंततः पुलिस मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई में जुटी है।