खेत-खलियान और किसान

मण्डलीय खरीफ उत्पादकता गोष्ठी सम्पन्न मण्डलायुक्त ने मण्डल मे खरीफ फसलो की प्रगति पर दिया बल

मिर्जापुर।

कृषि विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा कृषि राज्यमंत्री, कृषि उत्पादन आयुक्त, अपर मुख्य सचिव कृषि की उपस्थिति मे ’’मण्डलीय खरीफ उत्पादकता गोष्ठी 2021’’ का वीडियो कांफ्रेसिंग का प्रसारण कलेक्ट्रेट स्थित एन0आई0सी0 मीरजापुर में किया गया। जिसमे मण्डलायुक्त योगेश्वर राम मिश्र, जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार, मुख्य विकास अधिकारी श्रीलक्ष्मी वीएस, उप निदेशक कृषि अशोक कुमार उपाध्याय, उप निदेश कृषि रक्षा, जिला उद्यान अधिकारी, कृषि विज्ञान केन्द्र प्रभारी डा0 श्रीराम सिंह, जिला कृषि अधिकारी, आदि अधिकारी उपस्थित रहें।

मण्डलायुक्त ने बताया कि मीरजापुर एवं सोनभद्र जनपद भी उसी जलवायु जोन मे आते है जिसमे बुन्देलखण्ड है एवं भदोही की जलवायु प्रयागराज के समतुल्य है। इसी लिये यहॉ के किसानो की जमीनी मांग यही है कि खाद एवं उर्वरक पर हमे भी बुन्देलखण्ड जैसी सुविधा एवं छूट प्रदान की जाये। खरीफ उत्पादकता मे 75 प्रतिशत धान, शेष दलहन एवं 04 प्रतिशत तिलहन का उत्पादन होता है। सोनभद्र मे रेलवे रैक प्वाइंट तैयार है बस उसे प्रशासनिक स्तर पर शुरूआत करने की आवश्यकता है इसी तरह माधव सिंह स्टेशन पर भी रैक प्वाइंट की उपलब्धतता है, खाद इत्यादि के लिये इस पर बल देने की आवश्यकता है।

भदोही मे एक 5000 मीट्रिक टन बफर गोदाम की आवश्यकता है जो खाद रखने के साथ-साथ फूड प्रोसिंग मे भी इस्तेमाल किया जा सकता है। कृषि विभाग द्वारा मेडिकल कालेज निर्माण हेतु कृषि फार्म भूमि देने के एवज मे जिलाधिकारी द्वारा 12 हेक्टेयर भूमि उपलब्ध करा दिया गया है इस हेतु कृषि निदेशालय द्वारा सुविधा के लिये बजट प्रदान किया जायें। विन्ध्याचल मण्डल मे एक टमाटर प्रासेडिंग यूनिट लगाने की बहुत आवश्यकता है। युरोप एवं जापान तक टमाटर का निर्यात किया जाता है। खेत तालाब योजना के बहुत प्रभावशाली परिणाम प्राप्त होने से योजना के लक्ष्य को बढ़ाते हुये मीरजापुर को 40 से 100 एवं सोनभद्र को 70 से 150 लक्ष्य किये जाने की आवश्यकता है। फसली बीमा योजना मे नीतिगत निर्णय लेते हुये किसानो को एक इंडीविजुवल युनिट माना जायें। जिलाधिकारी ने शासन से अपनी बात रखते हुये कहा कि धान ज्यादा खरीद हो जाने पर आनलाइन कांटे को बन्द करने की सूचना 48 घण्टे पहले ही दे दिया जाये। धान खरीद मे मोटा धान एवं फाइन धान के तुलनात्मक मूल्य की नीति अपनायी जाये। सोलर पर कम से कम 25 प्रतिशत अनुदान दिया जाये। फूड प्रोसेजिंग द्वारा हम कृषि बाजार को बढ़ावा देंगे। वीडियो कांफ्रेसिंग मे उपस्थित सीखड़ ब्लाक के किसान मुकेश पाण्डेय ने अपने नवचेतना एफ0पी0ओ0 एप एवं अपने कृषि कार्यो को बताया। उन्होने कहा कि 1267 किसानो के द्वारा 8000 कुन्तल प्रतिवर्ष उत्पादन एवं मचान विधि से 48 हेक्टेयर सब्जी का उत्पादन किया जा रहा हैं।

कोरोना काल मे हमारी संस्था द्वारा घरो-घरो तक सब्जी एवं खाद्यान किफायती दरो पर उपलब्ध कराया गया। उन्होने आयुक्त को मृदा चेतना, बर्मी कम्पोस्ट अर्थात केचुये की जैविक खाद की एक बोरी सप्रेम भेट की। इस मौके पर आयुक्त महोदय ने केचुये की जैविक खाद की उपयोगिता एवं लाभ को कृषको तक प्र्रसारित करने का निर्देश दिया।

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