नरायनपुर (मिर्जापुर)।
विकास खण्ड नरायनपुर अन्तर्गत ग्राम बेला निवासी डॉ. आशुतोष सिंह पुत्र श्रीमती मनराजी देवी एवं स्वर्गीय बालेंद्र सिंह का चयन पर्यावरण मंत्रालय के उत्कृष्ट संस्थान सलीम अली पक्षी विज्ञान एवं प्रकृति विज्ञान केंद्र (सैकोन) कोयंबटूर में वैज्ञानिक पद पर हुआ है। वहा उन्हे एवियन फिजियोलॉजी एंड जेनेटिक्स विभाग में नियुक्ति दी गई है। इस संस्थान में भारत के शीर्ष पक्षी वैज्ञानिक, पक्षियों की जैव विविधता और प्राकृतिक इतिहास के सभी पहलुओं पर शोध कार्य: करते हैं। संस्थान में पक्षियों पर डेटा बैंक बनाने के साथ साथ समाज के हित के लिए पक्षी विज्ञान और प्रकृतिक इतिहास से संबंध ज्ञान का प्रसार करना भी है।
डॉ. आशुतोष ने अपना पीएच.डी. भारतीय वन्यजीव संस्थान और गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से संयुक्त रूप से किया है। उन्होंने अपने पीएच.डी. के दौरान नई फ्लाईकैचर प्रजाति की पहचान भी की है जो पूर्व में भारतीय सीमाओं के भीतर रिपोर्ट नहीं थी।
अबसे पूर्व डॉ. आशुतोष, भारतीय वन्यजीव संस्थान, देहरादून व भारतीय प्राणि सर्वेक्षण संस्थान, कोलकाता में नियुक्त रहे हैं। इन्हे उत्तराखंड राज्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद की तरफ से 2018 में युवा वैज्ञानिक पुरस्कार भी प्रदान किया गया है। पूर्व में उन्हें उनके शोध कार्य के लिए विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय संस्थानों द्वारा सराहा भी गया है।
सैकोन मे डॉ. आशुतोष पक्षी संरक्षण, प्रजनन, अंतःस्रावी विज्ञान, आनुवंशिक सामग्री प्रबंधन और प्रजातियों को जीवित रखने के लिये व्यवहारिक समाधान निकलने पर प्रयासरत रहेंगे। इनकी नियुक्ति पर परिवारजनो के साथ क्षेत्र के राकेश सिंह अध्यक्ष त्रिवेणी देवी एजुकेशनल ट्रस्ट ने खुशी व्यक्त किया है।