० छात्र हित सर्वोपरि :सौरभ चौबे
० भारतीय इतिहास के विविध आयामो पर सौरभ चौबे ने लिखा पुस्तक
० छात्रो के लिये अत्यन्त उपयोगी एवं अमूल्य कृति है सौरभ चौबे की पुस्तक
मीरजापुर।
जीडी बिनानी पीजी कालेज के सहायक आचार्य एवं प्रसिद्ध लेखक सौरभ कुमार चौबे द्वारा लिखित ‘भारतीय इतिहास एवं संस्कृति’ पुस्तक का विमोचन कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ0 राजीव अग्रवाल द्वारा जीडी बिनानी कालेज के सभागार में सम्पन्न हुआ। लेखक सौरभ चौबे ने बताया कि यह पुस्तक स्नातक, परास्नातक एवं विभिन्न लोक सेवा आयोग के प्रतियोगी छात्रो के दृष्टिगत लिखी गयी बहुमूल्य उपयोगी हैं। बदलते परीक्षा प्रारूप के दृष्टिगत उसके दृष्टिकोण, अवधारणा एवं संदर्भ पर विशेष ध्यान दिया गया हैं। इस पुस्तक में प्राचीन एवं मध्यकालीन भारत के विविध आयामों का प्रमाणिक एवं सुसंगत संकलन हैं। छात्र हित सर्वोपरि की भावना से अभिभूत छात्रो की सफलता ही लेखक का प्रतिफल होगा। यह लेखक की चौथी कृति है एवं इसके पहले लिखित प्राचीन भारत, मध्यकालीन भारत एवं दहशाला पुस्तके बाजारो एवं फ्लिफकार्ट, अमेजन पर उपलब्ध हैं। आगामी पुस्तक ’लक्ष्य’ जल्द ही प्रकाशित होगी। यह पुस्तक सौरभ चौबे ने अपनी सुपुत्री समृद्धि चौबे को समर्पित की हैं, जिसके लेखन की प्रेरणा धर्मपत्नी सारिका चौबे से मिली।
प्राचार्य डॉ0 राजीव अग्रवाल ने सहायक आचार्य सौरभ चौबे को उनकी विशिष्ट लेखन शैली एवं अध्यापन कला के दृष्टिगत उनको कालेज का रत्न कहा तथा उनको आशीर्वाद वचन देते हुये उनकी इस पुस्तक पर उनको ‘उत्कृष्ट लेखन सार्टिफिकेट’ प्रदान किया। कार्यक्रम के अतिथि जिला सूचना अधिकारी डा0 पंकज कुमार अग्रहरि ने विमोचित कृति के बीज वक्तव्य सम्बोंधन मे अकादमिक, प्रतियोगी छात्रो एवं जिज्ञासु पाठकों के लिये इसे बहुमूल्य शैक्षिक ज्ञानार्न्जन विरासत बताया। उन्होने कहाकि प्रस्तुत पुस्तक प्राचीन एवं मध्यकालीन भारत के विविध आयामो पर प्रमाणिक एवं विशिट सामाग्री के साथ साथ कला एवं संस्कृति पर विशेष अध्ययन सामाग्री संकलित हैं।
सहायक आचार्य डॉ0 देवेश सिंह ने प्रतियोगियों के लिये इसे अमूल्य बौधिक सम्पदा बताया जिसके ज्ञानार्न्जन से छात्रो को सफलता मिलने मे मदद मिलेगी। कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन सहायक आचार्य ध्रुव जी पाण्डेय ने किया। इस अवसर पर प्रो0 डा0 कुलदीप पाण्डेय (के0बी0पी0जी0 कालेज), जी0डी0 बिनानी कालेज के प्रोफेसर डा0 कैलाश चन्द्र अग्रहरि, डा0 ऋषभ कुमार, डा0 शशिधर शुक्ला, डा0 कमल कृष्ण (इलाहाबाद विवि), प्रशासनिक अधिकारी, गणमान्य नागरिक एवं इलाहाबाद विश्वविद्यालय के शोधार्थी एवं सिविल प्रतियोगी उपस्थित रहें।