0 इन दोनो कार्यदायी संस्थाओ विरूद्ध शासन को पत्राचार कर अवगत कराने का दिया निर्देश
0 विकास योजनाओ की समीक्षा मे स्वास्थ योजनाओ एन0आर0एल0एम0 के कम प्रगति पर भी व्यक्त की गयी नाराजगी
0 आईजी0आर0एस0 समीक्षा के दौरान डिफाल्टर विभाग के अधिकारियो के विरूद्ध अब होगी कार्यवाही
0 बिना अनुमति मुख्यालय छोड़ने वाले अधिकारियो के विरूद्ध की जायेगी कार्यवाही
मीरजापुर।
जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने आज कलेक्ट्रेट सभागार मे शासन की प्राथमिकता वाले विकास योजनाओ, 50 लाख से ऊपर वाले निर्माणाधीन परियोजनाओ एवं आई0जी0आर0एस0 के निस्तारण की समीक्षा की गयी। इस दौरान जिलाधिकारी ने अधिकारियो को निर्देशित करते हुये कहा कि आई0जी0आर0एस0 पोर्टल पर प्राप्त प्रार्थना पत्रो का निस्तारण समय से करें, डिफाल्टर होने वाले विभागीय अधिकारियो के विरूद्ध अब कार्यवाही के लिये बाध्य होना पड़ेगा। उन्होने कहा कि कतिपय अधिकारियो के द्वारा बार-बार चेतावनी देने के बावजूद भी प्रार्थना पत्रो का निस्तारण समय से नही किया जा रहा है वे अपने कार्यशैली मे सुधार लायें अन्यथा उनके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी। जिलाधिकारी ने अधिकारियो को निर्देशित करते हुये यह भी कहा कि कोई भी अधिकारी बिना अनुमति के जिला मुख्यालय के बाहर न जाये बिना अनुमति के बाहर जाने वाले के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी। उन्होने कहा कि अवकाश आवेदन पत्र मे यह भी उल्लेख किया जाये कि अधिकारी के न रहने पर उसके स्थान पर किस अधिकारी द्वारा कार्य देखा जायेगा उसका नाम सहित अवकाश के लिये प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया जाये। वकास योजनाओ की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने स्वास्थ विभाग द्वारा संचालित सभी योजनाओ मे कम प्रगति पाये जाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुये मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि योजनाओ मे व्यक्तिगत रूचि लेते हुये प्रगति लाये। गोल्डेन कार्ड, परिवार नियोजन योजनाओ मे कम प्रगति पर नाराजगी भी व्यक्त की गयी। उन्होने यह भी निर्देशित किया आर0आर0टी0 टीमो को सक्रिय करें तथा आर0आर0टी टीम के सभी सदस्यो की सूची मोबाइल नम्बर सहित उपलब्ध्रा कराया जायें। निरीक्षण मे पाया गया कि मुख्य चिकित्साधिकारी एवं उनके अन्य अधिकारियो के द्वारा पी0एच0सी0/सी0एच0सी0 कुल 58 निरीक्षण किये गये है जिसमे एक कर्मचारी व चिकित्सक अनुपस्थित न होना दर्शाया गया है जबकि जिलाधिकारी ने कहा कि उनके स्वयं के निरीक्षण के दौरान काफी कर्मचारी व चिकित्सक अनुपस्थित मिले है उन्होने कड़े निर्देश देते हुये कहा कि सभी अस्पतालो मे चिकित्सको की उपस्थिति बनाये रखते हुये दवाओ की भी उपलब्धतता सुनिश्चित करायेंं। समीक्षा के दौरान वैक्सीनेशन के प्रगति को बढ़ाने का भी निर्देश दिया गया। जननी सुरक्षा योजनान्तर्गत आशाओ के मानदेय का भुगतान न किये जाने पर भी कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुये ससमय भुगतान करने का निर्देश दिया गया। बैठक मे सामुदायिक शौचालय, कायाकल्प योजना, पंचायत भवन, हैण्डपम्पो को रिबोर, चौदहवें वित्त मे व्यय की स्थिति, अमृत योजना, पार्को का सौदर्यीकरण, प्रधानमंत्री शहरी/ग्रामीण योजना की समीक्षा की गयी प्रधानमंत्री आवास शहरी मे पात्र लाभार्थियो को द्वितीय किश्त शत प्रतिशत भुगतान करने का निर्देश दिया गया। समीक्षा के दौरान एन0आर0एल0एम0, मनरेगा, पेयजन मिशन, रानश कार्ड, पेंशन, सुमंगला योजना, ऑगन बाड़ी केन्द्रो का निर्माण, दुग्ध विकास, कौशल विकास, खादी ग्रामोद्योग, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, फसल बीमा सहित अन्य सभी प्राथमिकता वाले विकास योजनाओ की समीक्षा की गयी तथा प्रगति लाने का निर्देश दिया गया।
50 लाख से ऊपर निर्माणाधीन परियोजनाओ के समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने सभी कार्यदायी संस्थाओ को निर्देशित करते हुये कहा कि जिन परियोजना मे धनराशि नही है उसके लिये एक सप्ताह के अन्दर सम्बन्धित विभगा से पत्राचार कर धनराशि की मांग कर ली जाये तथा उसकी प्रति मुख्य विकास अधिकारी को भी उपलब्ध कराया जायें। कार्यदायी संस्था यू0पी0सी0एल0 राजकीय निर्माण निगम के कई परियोजनाओ मे धनराशि उपलब्ध होने के बावजूद भी कार्यो मे प्रगति परिलक्षित नही हो रही है जिस पर जिलाधिकारी द्वारा कड़ी नाजारगी व्यक्त करते हुये इन दोनो अधिकारियो के विरूद्ध शासन को अवगत कराने का निर्देश मुख्य विकास अधिकारी को दिया। समीक्षा बैठक मे आई0टी0आई0 जमालपुर, स्पर्श विद्यालय, कस्तूरबा गॉधी विद्यालय पड़री, विन्ध्याचल गंगा नदी पर घाटो का निर्माण सहित अन्य सभी निर्माणाधी परियोजनाओ की विस्तृत समीक्षा की गयी तथा गुणवत्तापूर्ण ढ़ंग से ससमय प्रगति लाने का निर्देश दिया गया। बैठक मुख्य विकास अधिकारी श्रीलक्ष्मी वीएस, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ पी0डी0 गुप्ता, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी कैलाश नाथ परियोजना निदेशक ऋषि मुनि उपाध्याय सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहें।