जन सरोकार

जल संरक्षण के बारे मे शहर से लेकर गॉव तक लोगो को करें जागरूक, तभी उद्देश्य होगा पूरा: जिलाधिकारी

० ग्रामीण स्तर पर गोष्ठियो का आयोजन कर जनता मे दे संदेश

मीरजापुर।

भू जल संचयन एवं संरक्षण के सम्बन्ध मे जागरूकता के लिये दिनांक 16 जुलाई 2021 से 22 जुलाई 2021 तक भू जल संरक्षण सप्ताह के सम्बन्ध मे जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार अध्यक्षता मे बैठक आयोजित की गयी। बैठक मे कृषि भूमि जल संरक्षण, उद्योगो मे जल संरक्षण तथा घरो एवं घरो से बाहर सार्वजनिक स्थलो पर जल संरक्षण के उपायो एवं उसके जागरूकता के बारे मे चर्चा की गयी।

जिलाधिकारी ने अधिकारियो को निर्देशित करते हुये कहा कि भू जल संरक्षण एवं संचयन के बारे मे शहर से लेकर ग्रामीण अंचलो मे गोष्ठिया परिचर्चा एवं रैलियो का आयोजन कर लोगो को जल संचयन उपाय एवं जागरूकता के बारे मे लोगो को संदेश दिया जायें तभी इस योजना का उद्ेश्य फलीभूत होगा। उन्होने यह भी कहा कि अनावश्यक रूप से जल दोहन करने वालो के विरूद्ध अभियान चलाकर निरीक्षण किया जाय तथा उनके विरूद्ध सुसंगत धाराओ के तहत कार्यवाही की जायें।

उन्होने उपस्थित अन्य विभागो के अधिकारियो को निर्देशित करते हुये कहा कि वर्षा के जल संरक्षण हेतु रेन वाटर हारवेस्टिंग सिस्टम अपनाने के बारे मे अपने-अपने विभाग की कार्य योजना बनाकर उपलब्ध कराये। उन्होने कहा कि वर्षा का जल एकत्रित करने की प्रणाली बहुत पुरानी है आज इस तकनीक वैज्ञानिक मापदण्डो के आधार पर पुर्नजीवित किया जा रहा है। उन्होने बताया कि घर के लान को कच्चा रखे, घर के बाहर सड़को के किनारे कच्चे रखे अथवा लूज स्टोन पेवमेन्ट का निर्माण करे तथा पार्को मे रिचार्ज ट्रेंच बनायी जाये।

उन्होने कहा कि रिचार्ज पिट, रिचार्ज टें्रच, सुखा कुआ, तालाब, पोखरे, सतही जल संरक्षण, रेन वाटर हारवेंस्टिंग के सरल उपाय है जिसे लोगो को जानकारी देने की आवश्यकता है। उन्होने यह भी बताया कि शहरो मे भू गर्भ जल नियंत्रण एवं नियमन लागू कर अंधाधुध जल दोहन पर अंकुश लगाया जाये पेयजल सेक्टर मे भू जल स्रोतो पर बढ़ती निर्भरता के दृष्टिगत सीमित आपूर्ति और नियोजित उपयोग को प्राथमिकता दी जाये। भू जल दोहन कम करके सीमावर्ती क्षेत्रो मे नलकूप लगाकर की जायें। जल स्तर गिरावट वाले क्षेत्रो को चिहिन्त कर वर्षा जल संरक्षण के सरल व प्रभावी उपाय अपनाने हेतु लोगो को जागरूक किया जायें । उन्होने यह भी कहा कि रोमर्रा घरेल कार्यो मे नलो की टोटियो को कम से कम खोले तथा मग का इस्तेमाल करें वही किसानो को भी पानी के बचत के बारे मे जानकारी देते हुये फसलो के सिचाई क्यारी बनाकर, सिचाई नालियो को पक्का करने , सिचाई के जिये पाइप का प्रयोग करने, बागवानी की सिचाई हेतु ड्रिप विधि व फसलो हेतु स्प्रिंकलर विधि अपनाने हेतु जागरूक किया जाये इसी प्रकार उद्योगो/व्यवसायिक क्षेत्रो मे भी गोष्ठियो का आयोजन कर लोगो को जागरूक किया जायें।

इस अवसर पर भू जल संरक्षण अधिकारी द्वारा आगामी 16 जुलाई से 22 जुलाई तक आयोजित होने वाले भू जल सप्ताह को सम्पन्न कराने हेतु बनाये गये प्रतिदिन की कार्य योजना के बारे मे विस्तृत जानकारी दी गयी। बैठक मे मुख्य विकास अधिकारी श्रीलक्ष्मी वीएस, अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे अमरेंन्द्र कुमार वर्मा, भू जल संरक्षण अधिकारी, अधिशाषी अभियन्ता लघु सिचाई, अधिशाषी अभियन्ता लो0नि0वि0 कन्हैया झा, जिला पंचायत राज अधिकारी अरविन्द कुमार, जिला उद्यान अधिकारी मेवा राम के अलावा अन्य सभी सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।

Banner VindhyNews
error: Right Click Not Allowed-Content is protected !!