आज 22वां करगिल विजय दिवस मना रहा है। इस मौके पर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने दिल्ली में स्थित नेशनल वॉर मेमोरियल पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। साथ ही तीनों सेना प्रमुखों (थल सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया, नेवी के वाइस चीफ वाइस एडमिरल जी अशोक कुमार) ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
पीएम मोदी और गृह मंत्री ने भी दी श्रद्धांजलि
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को करगिल विजय दिवस की 22वी वर्षगांठ पर पाकिस्तान के साथ हुए इस युद्ध के शहीदों को याद किया और कहा कि उनकी बहादुरी हर दिन देशवासियों को प्रेरित करती है। उन्होंने ट्वीट किया, “हम उनके बलिदानों को याद करते हैं. हम उनकी बहादुरी को याद करते हैं। आज करगिल विजय दिवस के अवसर पर हम उन सभी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, जिन्होंने देश की रक्षा करते हुए करगिल में अपने आप को न्योछावर कर दिया। उनकी बहादुरी हमें हर दिन प्रेरणा देती है।”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा, “करगिल विजय दिवस पर इस युद्ध के सभी वीर सेनानियों का स्मरण करता हूं। आपके अदम्य साहस, वीरता और बलिदान से ही कारगिल की दुर्गम पहाड़ियों पर तिरंगा पुनः गर्व से लहराया। देश की अखंडता को अक्षुण्ण रखने के आपके समर्पण को कृतज्ञ राष्ट्र नमन करता है।”
बता दें, भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच साल 1999 में करगिल के पहाड़ों पर जंग हुई थी और बाद में भारत ने करगिल की पहाड़ियां फिर से अपने कब्जे में ले ली थीं। इस लड़ाई की शुरुआत तब हुई थी, जब पाकिस्तानी सैनिकों ने कारगिल की ऊंची पहाड़ियों पर घुसपैठ करके वहां अपने ठिकाने बना लिए थे।