मिर्जापुर।
27 जुलाई मंगलवार को 11:00 बजे संयुक्त शिक्षा निदेशक विंध्याचल मंडल मिर्जापुर के प्रांगण में वित्तविहीन शिक्षक विभिन्न मांगों को लेकर उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ वित्तविहीन गुट ने मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार को सम्बोधित ज्ञापन संयुक्त शिक्षा निर्देशक विंध्याचल मंडल मिर्ज़ापुर के माध्यम से 11 सूत्रीय विभिन्न मांग पत्र सौंपा।
प्रमुख मांग में कक्षा 1 से लेकर 12 तक की स्कूल तत्काल खोला जाए, वित्तविहीन मान्यता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों को जीविकोपार्जन हेतु सम्मानजनक मानदेय सरकार द्वारा राजकोष से दिया जाए, वित्तविहीन शिक्षकों एवं शिक्षणेतर कर्मचारियों की सेवा नियमावली बनाकर सेवा शर्तों से आच्छादित किया जाए, वित्तविहीन मान्यता असंगत धारा 7 क(क) को संशोधित करके सुसंगत धारा 7(4) में परिवर्तित किया जाए।
मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों की वेतन संबंधित सभी समस्याओं का निराकरण कराया जाए तथा 40% राज्य सरकार अपना अंश जारी करें और केंद्र सरकार से 2017 से 2021 तक का बकाया केंद्रआंश मंगवाए, मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों की सेवा नियमावली बनाकर स्थाई करें, कोरोना काल में मृत शिक्षकों के आश्रितों को ₹5000000 मुआवजा दिया जाए एवं उनके आश्रित को नौकरी प्रदान किया जाए, राजकीय एवं माध्यमिक सहायता प्राप्त शिक्षकों की पुरानी पेंशन की व्यवस्था लागू किया जाए, शासकीय एवं अर्धशासकीय शिक्षण संस्थाओं में अभियान चलाकर अनुसूचित जाति,अनुसूचित जनजाति पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थियों का आरक्षण कोटा पूरा किया जाए।
मांगों के संदर्भ में प्रदेश नेतृत्व द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार 27 जुलाई 2021 को समय 11:00 बजे संयुक्त शिक्षा निदेशक जेडी कार्यालय मिर्ज़ापुर पर एक दिवसीय धरना का आयोजन किया गया है। यदि उपयुक्त मांगों पर सरकार द्वारा गंभीरता से विचार नहीं हुआ तो संगठन बाध्य होकर भविष्य में कठोर से कठोर संघर्ष करने के लिए बाध्य होगा जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी सरकार की होगी। इस अवसर पर वित्तविहीन माध्यमिक शिक्षक गुट के जिला अध्यक्ष विजय कुमार राज बाबू यादव महामंत्री एवं मंडल अध्यक्ष विंध्याचल बेचन सिंह एवं मंडल महामंत्री विंध्याचल उमादत्त मिश्र एवं मंडल महामंत्री कमलेश उपाध्याय समेत के पी मौर्या प्रमोद सिंह हंसराज तिवारी राजाराम पाल समेत अन्य शिक्षक उपस्थित रहे।