मिर्जापुर।
प्रदेश प्रभारी अखिल भारतीय अग्रहरि समाज रजिस्टर्ड हिमांशु अग्रहरि ने कहा है कि उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर निवासी वर्तमान में अग्रहरी वैश्य नवयुवक समिति के महामंत्री तथा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अखिल भारतीय अग्रहरि समाज रमेश चंद्र अग्रहरि ने 1994 में अग्रहरी समाज के लोगों को पिछड़ी जाति में शामिल करने के लिए राष्ट्रीय आयोग तथा प्रदेश आयोग को आवेदन किया था। उस पर बहस हुई, उसके उपरांत प्रदेश भर में उसका सर्वेक्षण हुआ, यही प्रयास का नतीजा आज आपके सामने हैं।
श्री अग्रहरि ने कहा कि समाज में आज पिछड़ी जाति में आरक्षण के लिए बड़े-बड़े मठाधीश लग गए हैं। समाज के अन्य लोगों का भी योगदान रहा, किंतु उन्होंने अपने योगदान को उजागर नहीं किया। लेकिन समाज के बड़े मठाधीश होने श्रेय लेने के लिए अपना नाम आगे कर दिया। जबकि इस संदर्भ में उनका कोई योगदान नहीं है। अभी हम लोगों ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर और ज्ञापन द्वारा इस आवाज को और बुलंद किया। रमेश अग्रहरि के योगदान को समाज हमेशा याद रखेगा। समाज में ऐसे भी लोग हैं जो कार्य जरूर करते हैं, लेकिन दिखावा नहीं करते हैं
रमेश अग्रहरि को अखिल भारतीय अग्रहरि समाज की तरफ से बधाई देते है। उनके योगदान को अगर सफलतापूर्वक प्रदेश सरकार लागू कर देती है, तो पूरे उत्तर प्रदेश में एक बड़ा कार्यक्रम कर उनको सम्मानित किया जाएगा।