० अग्रहरि समाज पत्रिका के लगभग 5000 आजीवन सदस्य होंगे मतदाता
० अग्रहरि समाज उत्तर प्रदेश एवं समाज के भामाशाह वहन करेंगे चुनाव का खर्च
० उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष सुभाष अग्रहरि ने की राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की दावेदारी
० पहली बार समाज की महिलाएं व युवा वर्ग भी करेगा मतदान
मिर्जापुर।
अग्रहरि समाज रजिस्टर्ड देश के विभिन्न राज्योंों के प्रतिनिधिगण एवं राष्ट्रीय पदाधिकारियों के साथ 19 एवं 20 अगस्त को इंटरनेशनल स्टेडियम रांची झारखंड में संपन्न चुनाव विचार गोष्ठी में देश के विभिन्न राज्यों के अग्रहरि समाज के प्रतिनिधिगण एवं प्रदेश अध्यक्षों की इच्छा को पूरी करते हुए समाज के संविधान के अनुसार राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने का मौका पत्रिका सदस्यों का दिया गया है।
विचार विमर्श एवं बहुमत के आधार पर निर्णय लिया गया है कि पत्रिका के आजीवन सदस्यों के वोट से ही चुनाव होना चाहिए। इस विचार विमर्श के बाद वरिष्ठ राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव कुमार अग्रहरि ने सभी की उपस्थिति और बहुमत के आधार पर मोबाइल के माध्यम से लोगों को संबोधित करते हुए 12 सितंबर 2021 को किसी धार्मिक स्थल पर चुनाव कराए जाने की अपनी इच्छा जाहिर की थी। लोकतंत्र में आम सहमति और बहुमत के आधार पर बीसवीं कार्यकारिणी के गठन व मजबूती प्रदान करने का निर्णय लिया गया है। जो देश के लगभग 5000 सदस्यों के द्वारा संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष, महामंत्री व कोषाध्यक्ष को चुना जाएगा।
इसी क्रम में शुक्रवार 27 अगस्त को विंध्याचल के अटल चौराहा स्थित होटल अभिनव के प्रांांगण में अग्रहरी समाज रजिस्टर्ड के पूरे भारतवर्ष से आए सदस्यों एवं संगठन के पदाधिकारी गण एकत्रित हुए सभी लोगों ने एकमत होकर विंध्याचल में आगामी 12 सितंबर को संविधान के अनुसार पत्रिका के आजीवन सदस्यों के माध्यम से चुनाव कराने की घोषणा की।
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बैठक का शुभारंभ मां विंध्यवासिनी एवं महाराजा अग्रसेन के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन करते राष्ट्रीय पदाधिकारियों द्वारा किया गया। तदुपरांत विंध्याचल के अग्रहरि समाज के पदाधिकारियों द्वारा मंचासीन अतिथियों को माल्यार्पण करके एवं अंगवस्त्र ओढ़ाकर स्वागत किया गया। सामूहिक रुप से इक्कीस किलो का माला राष्ट्रीय कार्यकारिणी के पदाधिकारियों को पहनाकर जोरदार खैरमकदम भी किया गया।
चुनाव संयोजक एवं उत्तर प्रदेश अध्यक्ष रमेश अग्रहरि ने कहा कि 12 सितंबर 2021 को होटल अभिनव प्रांगण विंध्याचल धाम अटल चौराहा के निकट संपन्न होगा। चुनाव संपन्न कराने के लिए मुख्य चुनाव आयुक्त शिव कुमार अग्रहरी एवं चुनाव आयुक्त के रूप में सुरेश चंद्र अग्रहरि एवं तरुण कुमार गुप्त अग्रहरि को नामित किया गया है। इसी दिन चुनाव के उपरांत मतगणना के पश्चात परिणाम की घोषणा की जाएगी। इसके उपरांत इसी दिन निर्वाचित पदाधिकारियों का शपथ ग्रहण समारोह भी संपन्न होगा।
उपस्थित लोगो को संबोधित करते हुए चुनाव आयुक्त सुरेश चंद्र अग्रहरि एवं तरुण कुमार गुप्त ने कहा कि अग्रहरि समाज पत्रिका के आजीवन सदस्य मतदाता होंगे यदि किसी परिवार में एक से अधिक नोट आजीवन सदस्य हैं, तो इस परिवार से केवल एक व्यक्ति मतदान कर सकेंगे। इसके साथ ही मतदान के लिए फोटोयुक्त पहचान पत्र जो सरकार द्वारा निर्गत मतदान अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत करना होगा।
अखिल भारतीय अग्रहरि समाज के संरक्षक एवं पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राम जी अग्रहरि ने पत्रिका के आय व्यय एवं कोष का लेखा जोखा रखते हुए बताया कि जब मैं राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं तरुण कुमार राष्ट्रीय महामंत्री निर्वाचित हुए थे उस समय भी पत्रिका के आजीवन सदस्यों के द्वारा ही चुनाव संपन्न हुआ था। समाज के हित में एक से बढ़कर एक भामाशाह खड़े हैं। समाज का कोष समाज के हित में ही लगता रहा है और आगे भी लगेगा।
बैठक के दौरान ही राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए केंद्रीय अग्रहरि समाज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष व उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष वरिष्ठ समाजसेवी सुभाष चंद्र अग्रहरि ने अपनी दावेदारी भी प्रस्तुत की देश के अग्रहरि समाज को एकता के सूत्र में पिरो कर तन मन धन से उन्हें आगे ले जाने हेतु अपने संकल्प को दूहराया।
बैठक को संबोधित करने वालों में प्रमुख रूप से अखिल भारतीय अग्रहरि समाज के संरक्षक एवं पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राम जी अग्रहरि, उत्तर प्रदेश अध्यक्ष रमेश चंद्र अग्रहरी, उत्तर प्रदेश उपाध्यक्ष रमेश चंद्र, प्रदेश कोषाध्यक्ष माता प्रसाद अग्रहरि, दिल्ली अध्यक्ष केशव जी अग्रहरि बिहार कोषा अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सीताराम अग्रहरि, वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राकेश अग्रहरि, राष्ट्रीय संगठन मंत्री प्रदीप अग्रहरि, पत्रिका संपादक मानिक चंद्र अग्रहरी, पत्रिका कोषाध्यक्ष शंकर लाल जी अग्रहरि, रमेश चंद्र वैश्य अग्रहरि, महिला कार्यकारी अध्यक्ष उषा अग्रहरी, मध्य प्रदेश अध्यक्ष बिंदेश्वरी अग्रहरि, ओम प्रकाश अग्रहरि, सूर्य बली अग्रहरि, संजय अग्रहरी, अजय अग्रहरि, लक्ष्मीशंकर अग्रहरि आदि ने बैठक को संबोधित किया और अपने विचार रखा। अध्यक्षता माताजी आवन अग्रहरि एवं संचालन अशोक अग्रहरि ने किया।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से पंकज अग्रहरि, शिव शंकर अग्रहरि, उमाशंकर अग्रहरि, विनय कुमार, सूर्य लाल, रामजी, दूधनाथ, जयशंकर, संजय, त्रिभुवन नाथ, कमला, शंकर, मुकुंद लाल, अशोक, हरिशंकर, विक्कू अग्रहरि, शिव श्याम अग्रहरि, अभय, दिनेश, माता प्रसाद, सैनी, संदीप, कौशल, हिमांशु, तीरथ आदि सहयोगरत रहे।