0 योजनाओ की जानकारी देकर ग्रामीण महिलाओ को करें जागरूक -शुचिस्मिता मौर्या
0 सुरक्षित प्रसव के लिये गभर्वती महिलाओ की समय से कराये समस्त जाँच -जिलाधिकारी
0 विधायक मझवा व जिलाधिकारी ने किया मातृ वन्दना सप्ताह का शुभारम्भ
मीरजापुर। प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना के अन्तगर्त प्रदेश सरकार द्वारा चलाये जा रहें मातृ वन्दना सप्ताह 2021 का शुभारम्भ बुधवार को स्थानीय जिला पंचायत सभागार में विधायक मझवा श्रीमती शुचिस्मिता मौर्या व जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार एवं मुख्य विकास अधिकारी श्रीलक्ष्मी वीएस के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया गया। कायर्क्रम को सम्बोधित करते हुये विधायक ने कहा कि अशिक्षा एवं कुरीतियों के कारण ग्रामीण क्षेत्रो में मातृ एवं शिशु की मृत दर अधिक थी जिसको समाप्त करने के लिये उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा तरह-तरह की योजनायें चलाकर लोगो को जागरूक किया जा रहा हैं। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार चाहती है कि कोई मातृ व शिशु की मृत्यु कुपोषण व अशिक्षा के कारण न होने पायें। उन्होने उपस्थित महिलाओ से कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा गभर्वती और बच्चे के जन्म होने के उपरान्त महिलाओ को आराम करने की आवश्यकता हैं। यह भी बताया कि गभर्वती महिलाओं के पोषण सम्बन्धी आवश्यकताओ को पूणर् करने के लिये उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा योजनान्तगर्त 03 किश्तो में 05 हजार रूपये प्रदान की जाती है जिसमें प्रसव पंजीकरण के उपरान्त प्रथम किश्त के रूप में एक हजार रूपया, प्रथम गभार्वस्था ए0एन0सी0 जाँच के उपरान्त द्वितीय किश्त दो हजार रूपये तथा संतान के जन्म पंजीकरण एवं प्रथम चक्र के टीकाकरण के उपरान्त तृतीय किश्त के रूप में दो हजार रूपये उपलब्ध करा रही हैं।
उन्होने कहा कि इसका उद्देश्य गभर्वती महिलाओ के पोषण एवं स्वास्थ को बनाये रखना है। विधायक ने कहा कि इस योजना का वृहद प्रचार प्रसार कर दूूरस्थ एवं दुगर्म इलाको में रह रही तथा योजना से वंचित रह गयी गभर्वती महिलाओ तक लाभ पहुॅचाया जायें। ताकि अधिक से अधिक प्रथम गभर्वती महिलाओ को इस योजना का लाभ मिल सकें। उन्होने कहा कि सरकार की सोच है कि महिलाओ को सम्मान मिले वे स्वयं भी जागरूक हो स्वस्थ रहें, यदि माँ स्वस्थ रहेगी तो बच्चा भी स्वस्थ पैदा होगा।
जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने कहा कि इस योजना का उद्दंेश्य मातृ एवं शिशु मृत को अधिक से अधिक कम करना हैं। उन्होने कहा कि पहले होम डिलेवरी से अधिक मृत्यु होती थी जो चिन्ता का विषय था अब विभिन्न योजनाओ के माध्यम से गभर्वती महिलाओं को सुविधा प्रदान की जा रही है तथा संस्थागत प्रसव से शिशु एव मातृब मृत्यु में कमी आयी हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि गभर्वती महिलाओ को चाहिये कि अपने समस्त होने वाले जाँच समय से कराये तथा गभर्वती महिलायें पहले से ही किसी पी0एच0सी0 अथवा सी0एच0सी0 या निजी एक ही चिकित्सक को चिहिन्त कर समय-समय पर अपने स्वास्थ की जाँच कराना चाहियें। ताकि स्वस्थ एवं सुरक्षित प्रसव हो सकें। उन्होने कहा कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को शून्य तक पहुँचाने में सभी का सहयोग अपेक्षित हैं। उन्होने कहा कि योजना के आरम्भ से जनपद के लक्ष्य 61992 के सापेक्ष अब तक कुल उपलब्धी 53346 हैं जो प्रगति से कम हैं कहा कि विशेष सप्ताह अन्तगर्त इस गैप को पूरा करना सुनिश्चित करें।
उन्होने संस्थागत प्रसव के लिये प्रोत्साहन एवं बढ़ावा देने पर बल देते हुये कहा कि गभर्वती महिलाओ को कोविड-19 टीकाकरण के लिये जागरूक करना एवं उनके टीकाकरण के लिये विशेष कैम्प का आयेाजन किया जायें। पोषण एवं स्वच्छता सम्बन्धी गतिविधियो को बढ़ावा दिया जाये तथा शिशु का सम्पूणर् एवं समयबद्ध टीकाकरण सुनिश्चित किया जायें। मुख्य विकास अधिकारी श्रीलक्ष्मी वीएस ने कहा कि महिलाओ को गभर्वती होना जहाँ पुण्य का काम हैं वही एक भी महिला व शिशु की मृत्यु अत्यंत दुखद है। उन्होने कहा कि मातृ वन्दना सप्ताह में सभी लगे हुये अधिकारी कमर्चारी पूरी निष्ठा से कायर् करते हुये अधिक से अधिक पात्र लाभाथिर्यो का पंजीकरण कराते हुये उन्हे लाभान्वित करें। कायर्क्रम को संयुक्त निदेशक स्वास्थ डा0 ओ0पी0 सिंह, जिला कायर्क्रम अधिकारी श्रीमती वाणी वर्मा ने भी सम्बोधित किया।
मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ पी0डी0 गुप्ता ने सभी गणमान्य अतिथियो का आभार प्रकट करते हुये योजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ अजय कुमार सिंह, डाॅ महिप पाण्डेय उपस्थित रहे तथा कायर्क्रम का सफल संचालन चन्द्र शेखर मिश्रा के द्वारा किया गया।