विशेष अभियान के तैयारियो के सम्बन्ध में बैठक कर जिलाधिकारी ने दी जानकारी
पल्स पोलियो अभियान की तजर् पर कायर्योजना बनाकर संचालित किया जायें अभियान-जिलाधिकारी
मीरजापुर। उत्तर प्रदेश शासन के निदेर्श के क्रम में कोविड संवेदीकरण, ज्वर पीड़ित व्यक्तियो, कोविड तथा क्षय रोग के लक्षण युक्त व्यक्तियो, नियमित टीकाकरण छूटे बच्चो तथा 45 वषर् से अधिक आयु वगर् मे कोविड टीके की पहली खुराक न प्राप्त करने वाले व्यक्तियो के चिन्हीकरण तथा सूचीबद्ध किये जाने हेतु दिनांक 07 सितम्बर से 16 सितम्बर 2021 तक स्वास्थ विभाग द्वारा विशेष अभियान संचालित किया जा रहा हैं। विशेष अभियान की तैयारियो का जायजा लेने के लिये जिलाधिकारी श्री प्रवीण कुमार लक्षकार ने आज कलेक्ट्रेट सभागार में स्वास्थ विभगा के अधिकारियो के साथ बैठक कर कहा कि अभियान को सफल बनाने हेतु माइक्रो प्लान के अनुसार जनपद में टीमो का गठन किया जायें। ग्रामीण क्षेत्रो के में टीम आशा एवं आँगनबाड़ी कायर्कत्रियो को अनिवायर् रूप से रखा जाये एवं शहरी क्षेत्रा में टीम के सदस्यो का चयन उपलब्धता के आधार पर किया जायें।
जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद के स्वास्थ विभाग के सविर्लांस मेडिकल आफिसरो के द्वारा संयुक्त रूप से पल्स पोलियो अभियान के अनुसार माइक्रो प्लान तैयार कर अभियान को सफल बनाने हेतु कायर् किया जायें। उन्होने कहा कि प्रत्येक सवेर्क्षण टीम ग्रामीण व शहरी क्षेत्रो के समस्त आवासो/घरो में घर-घर भ्रमण कर 45 वषर् से अधिक आयु के व्यक्तियो की संख्या तथा कोविड टीकाकरण से छूटे 45 वषर् से अधिक आयु के व्यक्तियो तथा परिवार में 02 वषर् से कम आयु के बच्चो की संख्या तथा टीकाकरण से छूटे बच्चो की सूची तैयार करंेगी तथा घर-घर भ्रमण के समय कोई गम्भार लक्षण युक्त व्यक्ति मिलता है तो उसकी पूरी जानकारी अपने पयर्वेक्षक को देंगे। बैठक में मुख्य जिलाधिकारी ने कहा कि योजना को सफल क्रियान्वयन के लिये स्वास्थ विभाग के अलावा पंचायती राज विभाग, ग्रामीण विकास, एकीकृत बाल विकास योजना, नगर निकाय, वन विभाग, कृषि विभाग सहित जिस-जिस विभाग की जिम्मेदारी निधार्रित किया गया हैं। वह अपने दायित्वो का निवहर्न भलीभाति सुनिश्चित करें। मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि अभियान के पूवर् की तैयारियो के लिये मास्टर ट्रेनरो व पयर्वेक्षको प्रशिक्षित किये जाने, निधार्रित प्रारूप में ज्वर पीड़ित व्यक्तियों, कोविड तथा क्षय रोग लक्षण व्यक्तियो, नियमति टीकाकरण से छूटे बच्चो तथा 45 वषर् से अधिक आयु वगर् मंे कोविड टीके की पहली खुराक प्राप्त न करने वाले व्यक्तियो की सूचना तैयार करना, माइक्रो प्लान, मैपिंग, अनुश्रवण, पयर्वेक्षण एवं रिपोटिंग आदि जानकारी के टीम के सदस्यो को प्रशिक्षित किया जायेगा।
बैठक में उपस्थित पी0एच0सी0 व सी0एच0सी0 के प्रभारी चिकित्साधिकारियो को निदेर्शित करते हुये जिलाधिकारी ने कहा कि प्रदेश के कई जनपदो में डेंगू बीमारी के खतरो को देखते हुये जनपद में उसके रोकथाम व बचाव के लिये पूरी तैयारी सुनिश्चित कर ली जायें।
उन्होने कहा कि ग्रामीण नगरीय क्षेत्रो में विशेष अभियान ब्लीचिंग पाउडर, सेनीटाइजेशन आदि सुनिश्चित कराया जायें। मुख्यचिकित्साधिकारी से कहा कि बुखार पीड़ित व्यक्तियो का प्लेटलेट्स की जाँच भी कराया जायें। जिसका निध्राार्रित मानक से कम प्लेटलेट्स आयें उसकी जाँच तत्काल लैब से कराकर नियमानुसार उपचार प्रारम्भ कर दें। उन्होने कहा कि डेंगू के मच्छर के काटने से प्लेटलेट्स कम होता है जिससे व्यक्ति की जान जाने का खतरा रहता हैं। उन्होने कहा कि साफ-सफाई व कूलरो में पानी बदलना, आस पास पानी न जमा होने देना आदि के बारे मंे प्रचार प्रसार कर लोगो को जागरूक किया जायें।
बैठक में स्वास्थ विभाग द्वारा संचालित लगभग सभी योजनाओ में प्रगति खराब होने पर जिलाधिकारी ने चिन्ता व्यक्त करते हुये कहा कि इससे जनपद की प्रगति प्रदेश में खराब हो रही हैं उन्होने स्वास्थ विभाग के अधिकारियो को कड़े निदेर्श देते हुये कहा कि स्वास्थ योजनाओ के प्रगति में सुधार लायें अन्यथा कड़ी कायर्वाही के लिये तैयार रहें।
उन्होने गोल्डन काडर् बनाने पर बल दिया तथा कोविड वैक्सीनेशन के प्रगति पर संतोष व्यक्त किया। बैठक मंे मुख्य विकास अधिकारी श्रीलक्ष्मी वीएस, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ पी0डी0 गुप्ता, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ नीलेश कुमार श्रीवास्तव, डाॅ अजय कुमार सिंह, डाॅ अरूण कुमार सहित अन्य सम्बन्धित स्वास्थ विभाग के अधिकारी उपस्थित रहें।