अमिय गरल शशि सीकर रविकर राग-विराग भरा प्याला पीते है, जो साधक उनका प्यारा यह मतवाला- मण्डलायुक्त
मीरजापुर।
हिन्दी दिवस के शुभ अवसर पर मण्डलायुक्त योगेश्वर राम मिश्र एवं नगर मजिस्ट्रेट श्री विनय कुमार सिंह ने आचायर् रामचन्द्र शुक्ल पाकर् में उनकी प्रतिमा पर माल्यापर्ण करते हुये हिन्दी में उनके योगदान एवं सेवा को अप्रतीम बताया। मण्डलायुक्त ने सूयर्कान्त त्रिपाठी ’’निराला’’ की एक पंक्ति- ’’अमिय गरल शशि सीकर रविकर राग-विराग भरा प्याला पीते है, जो साधक उनका प्यारा यह मतवाला’’ को साझा करते हुये हिन्दी के विविध आयामों पर प्रकाश डाला।
मीरजापुर में जन्मे साहित्यकार एवं लेखक बद्री नारायण चैधरी ’’प्रेमघन’’, महादेव प्रसाद सेठ ’’मतवाला’’ राम चन्द्र तिवारी, पाण्डेय बेचन शमार् ’’उग्र’’ आदि के हिन्दी साहित्य के विकास यात्रा में उनके कृतियो एवं योगदानो की सराहना करते हुये उन्हें नमन किया। नगर मजिस्ट्रेट ने कहा कि देश की सभ्यता और विकास में साधक है हिन्दी। हिन्दी जीवन शैली है तो संस्कारपरक और सेवायोजन भी है हिन्दी। वतर्मान परिदृश्य में भारत वषर् को एकता के सूत्र में पिरोने एवं आम जन मानस को जोड़ने के लिये हिन्दी ही एक ऐसी सरल लोकप्रिय भाषा है जो इसे अन्य देशो से श्रेष्ट बनाने में बहुत ही सहायक सिद्ध हैं। जिला सूचना अधिकारी डा0 पंकज कुमार ने अपने सम्बोधन में कहा कि नई शिक्षा नीति में शिशु से लेकर शिक्षाथीर् तक शिक्षा में मातृभाषा को वरीयता दिया गया हैं, इसी नीति के माध्यम से अब इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी की पढ़ाई हिन्दी में भी करने का विकल्प शुरू गया हैं।
देश के 75वें स्वतंत्रता व अजादी के अमृत महोत्सव के माध्यम से भारत ’विश्व गुरू’ बनने की दिशा में हिन्दी भाषा एक कारगर व अचूक अस्त्र हैं। हिन्दी सिफर् एक भाषा न होके हमारे आत्मीय मनोभावों की अभिव्यक्ति हैं। हिन्दी दिवस कायर्क्रम पर अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका परिषद मीरजापुर श्री ओमप्रकाश एवं अन्य अधिकारी एवं कमर्चारीगण उपस्थित रहें।