मिर्जापुर।
जिले के हलिया थाना क्षेत्र के हर्रा जंगल में बेलाही गांव निवासी तीन सगी बहनों का कंकाल मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। मौके पर पहुचे बालिका के पिता देवीदास कोल ने बालिकाओं के कपड़े से शिनाख्त किया और बुधवार सुबह दस बजे के करीब हर्रा जंगल में तीन कंकाल मिलने की सूचना पुलिस को दिया। पिता की सूचना पर हलिया पुलिस हर्रा जंगल में पहुंचकर जांच पड़ताल की और पिता देवीदास और सौतेली मां सीमा उर्फ बिटोल के भाई रमाकांत से मिले कंकालों के संबंध में जानकारी ली और बयान दर्ज किया।
हलिया थाना क्षेत्र के बेलाही गांव निवासी देवीदास कोल की मृत पहली पत्नी से दो बेटियां थी। देवीदास की पहली पत्नी की मौत होने के बाद देवीदास ने थाना क्षेत्र के बेलगवां गांव निवासी सीमा से शादी कर लिया था। देवीदास कोल की पत्नी सीमा अपने दो सौतेली बेटियों गोलू उम्र 12 वर्ष, ममता उम्र 10 वर्ष व अपनी बेटी उम्र 8 वर्ष को लेकर कमाने के लिए बीते 16 अगस्त को इंदौर के लिए रवाना हुई थी, साथ में कोरांव की सुनीता भी प्रयागराज से साथ में गई थी। काम नही मिलने पर सभी लोग इंदौर स्टेशन पर रहते थे।
बताया जाता है कि पांच दिन बीत जाने के बाद सीमा भाई के बुलाने पर बेटियों को सुनीता को सौंपकर घर वापस लौट आई। बीते 27 अगस्त को पति देवीदास कोल व भाई रमाकांत कोल के साथ सीमा इंदौर गई लेकिन वहां न तीनों बालिकाएं मिली न तो सुनीता कोल काफी खोजबीन के बाद बालिकाओं का पता नही चलने पर सीमा अपने पति व भाई के साथ घर लौट आई और बीते 2 सितम्बर को थाने में बालिकाओं के लापता होने की तहरीर दी।
बता दें कि मंगलवार को बालिकाओं के सौतेले मामा रमाकांत ने बालिकाओं के पिता को सूचना दी कि तीन बालिकाओं का कंकाल हर्रा जंगल में मिला है। साले की सूचना पर देवीदास हर्रा जंगल में गया और कपड़ों को देखते ही बताया कि यह तो बेटियों के कपड़े हैं। बुधवार सुबह देवीदास कोल ने थाने में तहरीर देकर बताया कि हर्रा जंगल में तीन नर कंकाल मिले हैं, नर कंकाल के पास मिले कपड़े बेटियों के हैं।
थाना क्षेत्र में तीन कंकाल मिलने की सूचना पर पुलिस के हाथ पांव फूल गए। मौके पर पहुंचे प्रभारी निरीक्षक राजकुमार सिंह चौकी प्रभारी मतवार रामनगीना यादव ने घटना स्थल की जांच पड़ताल की। बालिका के पिता देवीदास और सौतेले मामा रमाकांत से कड़ाई से पूछताछ कर बयान दर्ज किया। हर्रा जंगल में फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल का बारीकी से जांच पड़ताल कर तीनों नर कंकालों के पोस्टमार्टम व डीएनए टेस्ट के लिए ले गई।
सौतेली मां सीमा घर से मंगलवार को हुई फरार
मंगलवार को बालिकाओं के सौतेले मामा रमाकांत को सगरा गांव निवासी उसकी चचेरी बहन ने फोन से सूचना दी कि हर्रा जंगल में चरवाहे तीन कंकाल मिलने की चर्चा कर रहे हैं। बहन की सूचना पर चरवाहों के बताए गए स्थान पर जीजा देवीदास कोल को लेकर रमाकांत हर्रा जंगल में गया जहां कपड़ो से तीनों बालिकाओं की पहचान परिजनों ने किया। सवाल यह उठता है कि जब तीनों बालिकाओं को सौतेली मां इंदौर लेकर गयी थी तो हर्रा जंगल में तीनों का नर कंकाल कैसे पहुंचा।
सौतेली मां सीमा कोल का घर से अचानक गायब होना बालिकाओं के साथ किसी अनहोनी की आशंका पैदा करता है। बालिकाओं के मिले कंकाल से यही जाहिर होता है कि तीनों बालिकाओं की निर्ममता पूर्वक हत्या कर शव को जंगल में फेंक दिया गया था। फिलहाल मामले की छानबीन में पुलिस जुटी हुई है। इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक राजकुमार सिंह ने बताया कि तीनों नर कंकालों को पोस्टमार्टम व डीएनए टेस्ट के लिए भेज दिया गया है।
मामले की गहराई से जांच पड़ताल की जा रही है। फरार सौतेली मां की तलाश की जा रही है। पिता व सौतेले मामा को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।