० गरीब बच्चों में बैग, कापी और स्टेशनरी बांटी
मिर्जापुर।
शिक्षा तक हर बच्चे की पहुंच हो और हर बच्चा स्कूल जाए और कालीन क्षेत्र बाल मजदूरी से मुक्त हो इस उद्देश्य से गुडवीव इंडिया द्वारा कालीन क्षेत्र में काम कर रहे बुनकर परिवारों सर्वे करके स्कूल न जाने वाले या ड्राप आउट बच्चों को चिन्हित किया गया और ऐसे बच्चों के अभिभावकों को जुलाई से ही फोन करके बच्चों का नामांकन करवाने के लिए प्रेरित किया जाता रहा है। गुडवीव इंडिया के सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा 59 बच्चों का नामांकन भी करवाया गया। ये ऐसे बच्चे है जिनका अगर नामांकन न करवाया गया होता, तो वे शायद बाल मजदूर बन सकते थे।
गुडवीव इंडिया टीम ने उन बच्चों का बचपन बचाकर उनका नामांकन स्कूल में करवाया, स्कूल में अपने उम्र के बच्चों से मिलकर बच्चों के चेहरे खिल उठे।
मिर्ज़ापुर के भटवा पोखरी की उमेरा नाम की एक लड़की जिसका नामांकन कक्षा 1 में हुआ है, लेकिन बैग ना होने के कारण वह विद्यालय नहीं जा रही थी। ऐसे बच्चों को गुडवीव इंडिया द्वारा बैग, कॉपी और अन्य स्टेशनरी देकर उनके मनोबल बढ़ाया गया और उनका उत्साह वर्धन भी किया गया। आज उमेरा के पिता चांद और मां आसमा को बड़ी खुशी मिली कि अब उनकी बेटी विद्यालय जा सकेगी और अपनी पढ़ाई पूरी कर सकेगी। इस प्रकार मिर्जापुर और भदोही के नामांकित सभी बच्चों को स्टेशनरी देकर उन्हें शिक्षा के लिए प्रेरित किया गया और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की गई।
गुडवीव इंडिया के सहायक प्रबंधक जयप्रकाश के निर्देशन में क्षेत्राधिकारी डा. भोलानाथ मौर्य एवं सुरेन्द्र कुमार मौर्य ने चिन्हित बच्चों के घर जा जाकर उनके अभिभावक से मिले उन्हें स्टेशनरी दिया और उन्हें शिक्षा के फायदे बताते हुए बच्चों को पढ़ाने के लिए प्रेरित किया।