मिर्जापुर।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष ललितेश पति त्रिपाठी ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पद और प्राथमिक सदस्यता दोनों से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद निष्ठावान कार्यकर्ताओं के मन में एक उफान उठ रहा था। जिसको लेकर सभी कार्यकर्ताओ ने एकराय होकर एक कार्यकर्ता बैठक ब्रह्मचारी का कुआं स्थित जयनाथ उत्सव भवन में आहुत किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व जिलाध्यक्ष गिरीश त्रिपाठी ने किया। कार्यक्रम का संचालन जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष पूर्व प्रवक्ता दया शंकर पांडेय ने किया। इस कार्यक्रम में सैकड़ों कार्यकर्ता अपनी दुविधा का समाधान ढूंढने के लिए एकत्रित हुए।
किसान कांग्रेस कमेटी के निवर्तमान अध्यक्ष रवि दूबे ने कार्यकर्ताओ को संबोधित करते हुए कहकि उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष व मड़िहान विधायक ललितेश पति त्रिपाठी ने विचलित कर देने वाला कदम उठाया। चार पीढ़ियों से कांग्रेस पार्टी की सेवा में लगे रहे पंडित कमला पति त्रिपाठी के प्रपौत्र ललितेश पति त्रिपाठी ने आखिर ऐसी कौन सी परिस्थिति में पार्टी और अपने पद से त्यागपत्र दे दिया। लेकिन शीर्ष नेतृत्व अपने घमंड में चूर है। ललीतेश पति त्रिपाठी से बात करना चाहिए और कार्यकर्ताओं के समक्ष कारण स्पष्ट करना चाहिए। मैं शीर्ष नेतृत्व से आहत होकर ललिततेश पति त्रिपाठी के समर्थन में पार्टी एव पद से त्यागपत्र देता हूं।
मिर्जापुर लोकसभा क्षेत्र के लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष आदिवासी समुदाय से सुरेश कोल ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहाकि हमारे हम मड़िहान विधानसभा के लोकप्रिय विधायक ललितेश पति त्रिपाठी ने किस कारण से त्यागपत्र दे दिया। यह माननीय श्री राहुल गांधी श्रीमती प्रियंका गांधी वाड्रा एवम श्रीमती सोनिया गांधी से हम पूछना चाहते हैं आखिर किन परिस्थितियों में ललितेश पति त्रिपाठी ने त्यागपत्र दे दिया। ललितेश पति त्रिपाठी जब मड़िहान विधानसभा का चुनाव लडने आए थे। उस वक्त आदिवासी समुदाय ने कांग्रेस के नेता का हाथ पकड़ कर हर घर पहुंचाने का काम किया। जिसका नतीजा यह था कि उन्हें सन 2012 में विधानसभा भेजने का काम किया। हम ललितेश पति के समर्थन में कसम खाते है। जहा पर ललितेश पति वहा पर हमारे साथी हमारा परिवार हमारा आदिवासी समुदाय ललितेश पति त्रिपाठी के समर्थन में है। अंत में उन्होंने भी पूर्व के वक्ता की तरह अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ त्यापत्र देने का एलान किया।
छानबे विधानसभा से आए जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष जगदीश्वर प्रसाद दुबे ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि ललितेश पति त्रिपाठी पूर्वांचल के ब्राह्मणों की शान है। अगर उनको किसी बात से ठेस पहुंची है तो केवल उन्हीं का अपमान नहीं है। यह समूचे सवर्ण समाज का अपमान है। यह अपमान कांग्रेस पार्टी को बहुत भारी पड़ेगा। पूर्व के वक्ता की तरह उन्होंने भी अपने दर्जनों समर्थकों के साथ पद और पार्टी की सदस्यता से त्यागपत्र देने का एलान किया।
सबसे पहले इस्तीफा देने वाले कांग्रेस पार्टी से जिला उपाध्यक्ष अशोक उपाध्याय ने ललितेश पति का शेर दोहराते हुए कहाकि हमे नहीं आता वफाओं से दामन छुड़ा लेना जान तुम्ही पर दे देंगे कभी आजमा लेना। किंतु उन्होंने कहाकि यह तो ललितेश पति कहते है। मेरा कहना शीर्ष नेतृत्व से यह है ललीतेश नहीं यह आंधी है। मिर्जापुर या पूर्वांचल ही नहीं यह उत्तर प्रदेश का गांधी है।
जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष शिवानी साइन इन कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहाकि हम खुले मंच से ललितेश पति का समर्थन करते हैं। हम कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष शिवकुमार पटेल से कहना चाहते हैं। तुम अपना उपाध्यक्ष पद वापस ले लो हमें इसकी जरूरत नहीं है। जब पुराने कांग्रेसियों का सम्मान नहीं है, तो तुम हमारी जैसी महिला का क्या सम्मान करोगे। पूर्व की वक्ताओं की तरह उन्होंने भी अपने समर्थकों के साथ त्यागपत्र देने का ऐलान किया।
इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपस्थित किसान कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रवि दुबे, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार से संजय पांडेय, शाश्वत, रमाकांत तिवारी, रमेश पटेल, शारदा प्रसाद मिश्र, लक्ष्मी राजभर, रणजीत बेलदार, पूर्व ब्लाक अध्यक्ष श्री राम पाण्डेय, रंग बहादुर सिंह, होरीलाल चमार, रामनाथ दुबे, भारतेंदु यादव, रमेश पाण्डेय, रानू अग्रहरि, राघवेंद्र चौहान, रामपुजन पटेल, उमाकांत सिंह, अशोक धैकार, अजय पांडेय, सुधीर उपाध्याय, देवराज सिंह, दुर्गा मिश्रा, आशीष त्रिपाठी, रत्नेश सिंह, अंकित शुक्ला, छोटेलाल सिंह, राकेश तिवारी, मनोज शुक्ला, रमेश त्रिपाठी पीसीसी सदस्य, संतोष तिवारी, बृजेश द्विवेदी, राजेश मिश्रा, उपेंद्र धर दुबे, अजय प्रजापति, आदि लोगो ने संबोधित किया। इनके साथ सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने त्यागपत्र देने का एलान किया।