० जिलाधिकारी ने सम्पूणर् समाधान दिवस मड़िहान में सुनी जन समस्यायें
मीरजापुर। जनता को अपनी समस्याओ को लेकर बार-बार तहसील व जिला मुख्यालय भाग दौड़ न करना पड़े उनकी समस्याओ का तहसील स्तर पर ही त्वरित गति से निस्तारण सम्भव हो सके इस उद्देश्य के दृष्टिगत आज जनपद के चारो तहसीलों में सम्पूणर् समाधान दिवस का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी श्री प्रवीण कुमार लक्षकार तहसील मड़िहान में आयोजित सम्पूणर् समाधान में उपस्थित होकर गम्भीरता के साथ आये हुये जनता की समस्याआंे को सुना तथा उसके निस्तारण के लिये सम्बन्धित अधिकारियों आवश्यक दिशा निदेर्श दियें।
तहसील मड़िहान में आज जिलाधिकारी के समक्ष कुल 43 फरियादियों के द्वारा अपनी समस्याओ को रखा गया जिसे जिलाधिकारी द्वारा गम्भीरता पूवर्क सुनते हुये 03 मामलांे का मौके पर निस्तारित करते हुये शेष प्राथर्ना पत्रो को सम्बन्धित अधिकारियो को समय सीमा अन्दर गुणवत्तापूणर् ढंग निस्तारण करने का निदेर्श दिया। तहसील मड़िाहान में खतौनी व दाखिल खारिज में खातेदार के नाम में त्रृटि के कई प्राथर्ना पत्र जिलाधिकारी के समक्ष प्राप्त हुये जिससे जिलाधिकारी द्वारा तहसीलदार को निदेर्शित करते हुये कहा गया कि ऐसे प्रकरण को तत्काल सुधार करते हुये निस्तारण किया जायें तथा सम्बन्धित अधिकारी/कमर्चारी को निदेर्शित किया जाये कि आगे से ऐसी त्रुटि न होने पायें। जिलाधिकारी ने कहा कि फरियादी अपने समस्याओं के समाधान के लिये अधिकारियो के पास आता है। अतः सभी अधिकारियो का दायित्व है कि समाधान दिवस में प्राप्त प्राथर्ना पत्रो को गम्भीरता से लेते हुये पूरी पारदशिर्ता के साथ निस्तारण करें ताकि फरियादी समाधान दिवस से पूरी संतुष्ट हो सकें।
समाधान दिवस में मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ पी0डी0 गुप्ता, उप जिलाधिकारी श्री जंग बहादुर, तहसीलदार मड़िहान नूपुर सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी श्री अरविन्द कुमार, जिला पूतिर् अधिकारी श्री उमेश चन्द्र, जिला कृषि अधिकारी श्री पवन कुमार, दिव्यांग कल्याण अधिकारी, जिला प्राबेशन अधिकारी श्रीमती शक्ति त्रिपाठी, क्षेत्राधिकारी मड़िहान के अलावा सभी सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।
तहसील सदर में आयोजित सम्पूणर् समाधान दिवस के उपरान्त तहसीलदार सुनील कुमार द्वारा बताया गया कि तहसील सदर में आयोजित सम्पूणर् समाधान दिवस में आज कुल 29 प्राथर्ना पत्र प्राप्त हुये जिनमें से एक प्राथर्ना पत्र का निस्तारण करते हुये शेष प्राथर्ना पत्रो को सम्बन्धित अधिकारियों को समय सीमा के अन्दर निस्तारण हेतु प्रेषित किया गया।