मिर्जापुर।
केबी महाविद्यालय के निर्वतमान प्राचार्य डॉ भवभूति मिश्र का साढ़े तीन वर्ष का कार्यकाल उपलब्धियों से भरा रहा है। इस दौरान न सिर्फ महाविद्यालय की शैक्षणिक साख में इजाफा हुआ बल्कि पिछले तीन शैक्षणिक सत्र के परीक्षाओं में विश्विद्यालय में कीर्तिमान स्थापित किया है।
गॉड फीलिंग , सहकारी व सरल स्वभाव वाले शिक्षा संकायाध्यक्ष डॉ भवभूति मिश्र को प्राचार्य पद का तत्कालीन प्राधिकृत नियंत्रक के द्वारा 6 अप्रेल 2018 को कार्यभार ग्रहण कराया गया। जबकि डॉ मिश्र अपने शान्त स्वभाव के कारण महाविद्यालय के संस्था प्रमुख प्राचार्य पद के लिए कभी भी लॉबिंग में नही रहे । कार्यभार ग्रहण करने के उपरान्त निर्वतमान प्राचार्य डॉ भवभूति मिश्र ने अपने अथक प्रयासों से महाविद्यालय के कला संकाय में समाज शास्त्र एवं शिक्षा शास्त्र विषयो में स्व – वित्तपोषित योजना के अंर्तगत स्नातकोत्तर की कक्षा संचालन हेतु महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ , वाराणसी , से सम्बद्धता / मान्यता प्राप्त करायी । जिससे महाविद्यालय की शैक्षणिक साख में बढ़ोत्तरी हुई।
उन्होंने महाविद्यालय में शैक्षणिक वातावरण एवं संसाधनों की उपलब्धता पर जोर देते हुए महाविद्यालय की कायाकल्प (फेस लिफ्ट) व छात्र-छात्राओं के सुविधा के दृष्टिगत वाह्य पटल शुल्क का निर्माण । छात्रों के लिए सिगल विडो सिस्टम ऑनलाइन लाइब्रेरी की सुविधाएं पहुंचाना अधिक महत्वपूर्ण निर्णय रहा।
निर्वतमान प्राचार्य डॉ भवभूति मिश्र ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के मानक के अनुसार ” नैक ” पैनल कराने के लिए ” ब्लूप्रिंट ” भी तैयार कराया। निर्वतमान प्राचार्य डॉ भवभूति मिश्र ने महाविद्यालय परिसर से अराजक एवं भय वाले वातावरण को समाप्त कर शैक्षिणक सिद्धांत के वास्तविकता के साथ प्राचार्य और शिक्षकों सहित कर्मचारियों के बीच संतुलन स्थापित किये। जिसके परिणामस्वरूप शैक्षिक क्षेत्रो में महाविद्यालय के विभिन्न विषयों एवं संकायों के छात्र – छात्राये अपना नाम विश्विद्यालय के टॉपरों में प्रथम स्थान पर अंकित करा रही है।
उच्चत्तर शिक्षा सेवा चयन आयोग द्वारा चयनित एवं उच्च शिक्षा निदेशालय प्रयागराज द्वारा जारी किये गए पद स्थापन के क्रम में जिले के जीडी बिनानी पीजी कॉलेज के मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ अशोक कुमार सिंह को कार्य-भार हस्तगत कर निर्वतमान प्राचार्य डॉ भवभूति मिश्र ने महाविद्यालय परिवार के प्रति आभार व्यक्त कर कहा कि प्राचार्य के रूप में जो स्नेह और सहयोग मुझे महाविद्यालय से मिला उसके लिए हृदय से कृतज्ञ हूं। मुझ पर निरंतर विश्वास व्यक्त करने के लिए प्राधिकृत नियंत्रक श्रीमती वी लक्ष्मी और सभी शिक्षकों और कर्मचारियों का आभार व्यक्त करता हूं।
महाविद्यालय के समस्त शिक्षक व कर्मचारियों ने उत्कृष्ट शैक्षणिक उपलब्धियों से भरे साढ़े तीन वर्ष के कार्यकाल के संस्मरणों को याद कर निर्वतमान प्राचार्य डॉ भवभूति मिश्र को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य के लिए कामना की।