0 सरकारी गौशाला बने भ्रष्टाचार के केन्द्र
गांव न होता तो कोविड मचाता तांडव
मीरजापुर।
गाय, गंगा और गांव से ही भारतीय संस्कृति की रक्षा संभव है। अगर भारत का गांव न होता तो कोविड-19 से देश नहीं बचा होता। भारत को बचाना है तो गाय, गंगा और गांव को बचाना होगा। उक्त उद्गार विश्व हिंदू परिषद गौरक्षा विभाग काशी प्रांत के पदाधिकारियों की बैठक अष्टभुजा डाक बंगला में गौरक्षा विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर गुरु प्रसाद सिंह ने व्यक्त किया।
श्री सिंह ने कहा कि खेतों में कीटनाशक दवा के माध्यम से खेतों की उर्वरा शक्ति समाप्त हो रही है। इसी देश का नागरिक कैंसर जैसी तमाम बीमारियों का शिकार हो रहा है। कहा कि हमारा उद्देश्य कृषि के माध्यम से किसानों को आत्म निर्भर बनाकर गांव में उद्योग को विकसित करना है।
लोगों के स्वास्थ्य को जैविक कृषि के माध्यम से ही स्वस्थ रखकर देश को खुशहाल बनाया जा सकता है। कहा कि गाय और गांव न बचा तो गीता व गंगा भी नहीं बचेगी, क्योंकि आज देश का किसान रसायनिक खादों के माध्यम से साग, सब्जी व अन्न की उपज कर रहा है जिससे कैंसर जैसी बीमारी ने देश में महामारी का रूप ले लिया है।
गौरक्षा विभाग के माध्यम से गांव-गांव किसानों का सम्मेलन व उन्हें प्रशिक्षित कर जैविक कृषि के माध्यम से स्वावलंबी बनाने का कार्य किया जाएगा। काशी प्रांत के 20 जनपदों के 257 प्रखंडों में प्रखंड स्तर तक समितियों का गठन कर गौमाता की रक्षा हेतु जागरूकता अभियान चलाया।
विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मंत्री वासुदेव पटेल ने कहा कि गो आधारित खेती से ही देश को खुशहाल बनाया जा सकता है। जिसके लिए गोकृपा अमृतम का निर्माण गौ रक्षा विभाग द्वारा किया गया है।
विहिप गौरक्षा के प्रांत भोला नाथ मिश्र ने कहा कि आज प्रत्येक नागरिक को गौमाता की रक्षा का संकल्प लेकर आगे आना होगा। गौमाता बेसहारा बनकर दर-दर की ठोकरें खा रही हैं। शासन प्रशासन द्वारा गांव व शहरों में संचालित गौशाला भ्रष्टाचार की शिकार हो चुकी है।
विश्व हिंदू परिषद गौरक्षा के प्रांत मंत्री लाल मणि तिवारी ने कहा कि वर्ष 1996 में तीर्थराज प्रयाग की धरती परेड से गौरक्षा का राष्ट्रीय अधिवेशन कर गौरक्षा का संकल्प लिया गया था। जो आज देश के 37 प्रांतों में कार्य कर रहा है । आने वाले समय में निश्चित ही गौरक्षा विभाग गौमाता की रक्षा करने में कामयाब होगा।
बैठक का संचालन महेश तिवारी व अध्यक्षता राजेश माहेश्वरी ने किया। बैठक में मुख्य रूप से पूरन सिंह, जितेंद्र , भुवेश्वर गुप्ता अप्पू, मधुकर मिश्रा, कुंवर मिश्र, आलोक मिश्र, अभिषेक यादव, विकास पटेल, अवधेश राय, नागेश्वर तिवारी आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।