0 ऐतिहासिक एवं प्राकृतिक धरोहरो से संतृप्त है विन्ध्य क्षेत्र – दयाशंकर मिश्र दयालु
0 पीतल उद्योग, सोलर ऊजार् एवं शत प्रतिशत टीकाकरण पर दिया बल- साकेत मिश्र
0 पूवार्न्चल विकास बोडर् की बैठक में मीरजापुर नगर पालिका को ’नगर निगम’ एंव विन्ध्याचल में ’शासकीय गेस्ट हाउस’ बनाने पर की गयी चर्चा
0 पूवार्न्चल विकास बोडर् की बैठक का यह दिन विन्ध्याचल के विकास में सशक्त हस्ताक्षर -मण्डलायुक्त
0 गुणवत्तापूणर् एवं समयबद्धता के साथ होगा मीरजापुर के चहुँमुखी विकास -जिलाधिकारी
0 विन्ध्याचल मण्डल के ऐतिहासिक एवं प्राकृतिक सौंदयर् से परिपूणर् पयर्टन स्थलो के विकास के लिये मांगा गया प्रस्ताव
मीरजापुर। उपाध्यक्ष नरेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में विन्ध्याचल मण्डल, मीरजापुर में आयोजित ’’पूवार्न्चल विकास बोडर्’’ की बैठक में उपाध्यक्ष दयाशंकर मिश्र ’’दयालु’’, साकेत मिश्र सलाहकार, बोडशर्ड के सदस्यगण अशोक चैधरी, डा0 केपी श्रीवास्तव, ओम प्रकाश गोयल, राजकुमार शाही, विजय विक्रम सिंह, जितेन्द्र पाण्डेय, बौद्ध अरविन्द सिंह पटेल, विजय शंकर यादव, मण्डलायुक्त विन्ध्याचल योगेश्वर राम मिश्र, विशेष सचिव नियोजन आर0एन0एस0 यादव, जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार, मुख्य विकास अधिकारी श्रीलक्ष्मी वीएस, निदेशक क्षेत्रीय नियोजन प्रभाग बी0के0 अग्रवाल, त्रय वरिष्ठ शोध अधिकारी तेजई प्रसाद, डा0 ललित कुमार सिंह, शिव कुमार यादव द्वारा पूवार्न्चल के सम्रग विकास हेतु मंथन एवं रूपरेखा तैयार हुयी। सवर्प्रथम मण्डलायुक्त द्वारा पूवार्न्चल विकास बोडर् के द्वय उपायध्यक्षगण नरेन्द्र सिंह तथा दयाशंकर मिश्र दयालु का स्वागत किया गया तत्पश्चात विशेष नियोजन उत्तर प्रदेश शासन द्वारा बोडर् की उपस्थित सदस्यगणों का स्वागत करने के उपरान्त पूवार्न्चल विकास बोडर् के गठन उद्देश्य एवं बोडर् की विगत बैठको के सम्बन्ध में अवगत कराया गया।
उपायध्यक्ष नरेन्द्र सिंह द्वारा बैठक की कायर्वाही प्रारम्भ करते हुये बोडर् के पदाधिकारियो एवं अधिकारियो का स्वागत करते हुये उपस्थित सभी प्रतिभागियो का परिचय प्राप्त किया गया तत्पश्चात बोडर् के पदाधिकारीगण को अपने विचार व्यक्त करने के लिये आमंत्रित किया गया।
दयाशंकर मिश्र दयालु उपाध्यक्ष द्वारा अवगत कराया गया कि पूवार्न्चल क्षेत्र के अन्तगर्त विन्ध्याचल अपनी असीम प्राकृतिक सम्पदा एवं धमर् अध्यात्म के लिये विख्यात हैं। मण्डल में शिव पावर्ती की भित्ति चित्र, फाल्स, सोनभद्र में काले हिरन, त्रिकोण दशर्न, चुनार किला, सलखन जीवाश्म पाकर् आदि प्राकृतिक एवं ऐतिहासिक धरोहर है जिनमें इको टूरिज्म की आपार सम्भावनायें है। देवकी नन्दन खत्री के प्रसिद्ध उपन्यास चन्द्रकान्ता की शूटिंग विजयगढ़ एवं नौगढ़ के किले में हुयी थी जहाॅ लाइट एवं साउड कायर्क्रम के माध्यम से भारतीय इतिहास से जनमानस को रूबरू कराया जा सकता हैं। उत्तराखण्ड से अलग हो जाने के बाद विन्ध्याचल के यही पहाड़ हमारी धाती हैं।
साकेत मिश्र सलाहकार ने बताया कि हमे संस्थागत रूप से टीम बनाकर कोविड टीकाकरण का शत प्रतिशत टीकाकरण करना हैं। उन्होने पीतल बतर्न के लिये प्रसिद्ध मीरजापुर में उद्योगो को बढ़ावा देने के लिये अधिकारियो को बैंगलोर बाम्बे एवं दिल्ली भ्रमण कर वहाॅ की तकनीक और निवेशको अपने यहाॅ लाने पर बल दिया। प्रदेश में थमर्ल पावर संकट के सापेक्ष वैकल्पिक ऊजार् के रूप में सोलर पावर की असीम सम्भावनाओ से भरे इस क्षेत्र के भौगोलिक अवसर पर प्रकाश डाला। उन्होने विन्ध्य नगरी के पयर्टन के असीम सम्भावनाओ में नौकरी एवं विकास को प्रमुखता से बताया।
अशोक चैधरी ने कृषि उपज में शासकीय विक्रय मूल्य के सापेक्ष कृषको द्वारा कम रेट पर बेचने की शोषण एवं मजबूरियो पर ध्यान आकृष्ट कराया। हरिजन कल्याण की जमीनो को मुक्त कराये जाने की अपेक्षा की। उन्होने कहा कि पूरी दुनिया में नम्बर का सिलिका प्रयागराज में पाया जाता है इसलिये एक सिलिका कम्पनी प्रयागराज में स्थापित हो। उन्होने दलित विद्यालय एवं छात्रावास तथा विगत बैठको के प्रस्ताव पर हुये कायर्वाही को पूछा। उन्होने प्रयागराज-मीरजापुर के जिगना से दुबौली मागर् तक 12 किलोमीटर सड़क निमार्ण एवं चील्ह में एक नये विकास खण्ड बनाने की मांग किया।
के0पी0 श्रीवास्तव ने कहा कि सरकार द्वारा वृक्षारोपण हेतु जो वृक्ष वितरण किये जा रहे है जनता द्वारा उसको लगाने और इंतजार के तीन से चार साल बाद जो फल प्राप्त होते है उनकी गुणवत्ता अत्यंत खराब हैं। अतः उच्च गुणवत्ता युक्त वृक्षो का ही वितरण हो तथा स्कूलो और खाली जमीनों कराये गये वृक्षारोपण का सत्यापन हो। इलाहाबाद , विन्ध्याचल सड़क पर बहुत ज्यादा गड्डे/बल्क/जकर् है डिवाडर बहुत कम है इनको ठीक किया जाय। उन्होने प्रस्तावित विन्ध्य कारीडोर द्वारा मां विन्ध्यवासिनी मन्दिर के भव्य एवं दिव्य रूप को साकार करते हुये श्रद्धालुओ एवं दशर्नाथिर्यो के लिये एक शासकीय गेस्ट हाउस, एक बड़ी सकिर्ट हाउस की मांग किया जिस पर श्री नरेन्द्र सिंह द्वारा एवं पूरे सभाकक्ष द्वारा सहमति देते हुये प्रस्ताव पास हुआ।
ओम प्रकाश गोयल ने सोनभद्र को ’’सप्त नदियो की भूमि-बेलन, कनहर, कमर्नाशा, सोन, रेणु, बिजुल एवं पांडु’’ का संगम बताया। सोनभद्र जनपद में ऐतिहासिक एवं प्राकृतिक सौन्दयर् से परिपूणर् प्राचीन विख्यात पयर्टन स्थल सलखन जीवाश्म पाकर् श्री अजिरेश्वर धाम, मां ज्वालामुखी मन्दिर, आगोरी किला, गुफा चित्रो की सुरक्षा मुक्ख्याफाल, विजयगढ़ दुगर्, शिवद्वार को पयर्टन विभाग द्वारा कायर्योजना बनाकर विकसित किये जाने पर बल दिया तथा उन्होने ध्यान आकृष्ट कराया कि ये सभी स्थल वनमागर् एवं वन भूमि वन विभाग के अन्तगर्त आते है। अतः वन विभाग इनके विकास के मामलो में समन्वय एवं सहयोग करे।
राज कुमार शाही ने शुद्ध पेयजल जैसी मौलिक अधिकार समस्या को उठाते हुये पानी की टंकी जल सफाई लीकेज, नल तक पानी नही, जल निगम की ठेकेदारी आदि पर ध्यान आकृष्ट कराया। उन्होने मुख्यमंत्री जी की महत्वाकांक्षी योजना माचर् तक मुक्त राशन वितरण के अन्तगर्त सरसो तेल एवं चीनी वितरण की भी प्रशंसा किया तथा कोटेदारो द्वारा मशीनो में हेरा फेरा, घटतौली इलेक्ट्रानिक कांटा कमी, पात्र अन्त्योदय काडर् की जाॅच, धान गेहू पूरी मात्रा में खरीददारी पर बल दिया।
विजय विक्रम सिंह द्वारा मीरजापुर जनपद का नाम बदलकर विन्ध्याचल नगर, विन्ध्याचल में पुलिस कमिश्नरेट लागू करना, मीरजापुर सरकारी मिनी कालेज, स्टेडियम, मझवा में महिला डिग्री कालेज, छानबे में कोल्ड स्टोरज, नहरो की सफाई तथा टेल तक पानी पहुॅचने, पीतल उद्यांेग को बढ़ावा, नगर पालिका कछवा में गंगा घाट एवं शवदाह गृह निमार्ण का प्रस्ताव रखा तथा साथ ही साथ अवध में इन्दिरा गाॅधी प्रतिष्ठान की तजर् में पूवार्न्चल एक जनपद एक उत्पाद, प्रदशर्नी प्रतिष्ठान, खेल विश्व विद्यालय कृषि महाविद्यालय, बनारस के लेवड़ा आम एवं विदेशो में हरी मिचर् का नियार्त, मीरजापुर में कृषक उत्पाद संगठन के लिये एकीकृत कायार्लय की स्थापना तथा अधिकारी नामित किये जाने के साथ-साथ इसके गठन की प्रक्रिया एक पटल पर करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होने जनपद सोनभद्र में दुद्धी लुम्बनी मागर् (तेलगुड़वा कोन) की मरम्मत, कोन विढण्मगंज मागर् का चैड़ीकरण, माध्यमिक एवं डिग्री स्तर पर, राजकीय/केन्द्रीय विद्यालय का निमार्ण, सक्तेशगढ़ में टमाटर विक्रय प्रोत्साहन केन्द्र, बाण सागर परियोजना, जरगो डैम के विकास पर बल दिया। उन्होने कहा कि जंगल एवं गाॅव का सम्वधर्न बहुत जरूरी है उन्होने ने डिफेंस कारीडारे एक इकाई पूवार्न्चल में स्थापित करने पर जोर दिया।
जितेन्द्र पाण्डेय ने गाजीपुर एवं यूनिवसिर्टी तथा गाजीपुर के तीन तहसील जमुनिया, मोहम्दाबाद, सदर में बाढ़ एवं कटान के कारण, फसल नष्ट होने तथा उनके सम्वधर्न एवं विकास पर प्रकाश डाला।
बौद्ध अरविन्द सिंह पटेल ने वृक्षारोपण संरक्षण, विन्ध्य क्षेत्र के टमाटर को चटनी उत्पाद के रूप विदेशो में नियार्त, मीरजापुर एवं सोनभद्र के पहाड़ी और वनवासी क्षेत्रो में आवास का आवंटन, जमालपुर में सम्पकर् सड़क के मांग के साथ-साथ विद्युत खम्भे, प्राथमिक विद्यालय में भवन निमार्ण के अनियमितता पर ध्यान आकृष्ट कराया तथा साथ ही साथ गौमाता की सेवा तथा उनके गोबर से खाद एवं गैस उत्पादन एवं उच्च गुणवत्ता के बीज पर बल दिया।
परदेशी रविदास ने राष्ट्र निमार्ण की भावना को साकार करते हुये नगर पालिका/नगर पंचायत की जमीन चैक चैराहो पर एक राष्ट्रीय तिरंगा लगाये जाने एवं वीर शहीदो सेनानियो के संघषर् स्मृति शहीद पाकर् स्थलो पर साफ-सफाई, चुना छिड़काव पर बल देते हुये, विकलांगो की शिक्षा, श्रम शक्ति मजदूरो के उत्थान, अल्पसंख्य कल्याण, स्वास्थ, साधन सहकारी समिति की जमीनो एवं मठ मन्दिर की जमीनो को मफियाओ से मुक्त कराने एवं सूक्ष्म लघु उद्योग की विशिष्ट स्थानीय उत्पाद को बढ़ाने पर बल दिया।
श्री विजय शंकर यादव ने सुरक्षा दृष्टिगत आबादी क्षेत्र के जंगली एरिया में तार लगाने, गौशाला पर विशेष ध्यान देने एवं मीरजापुर में एक गेंस्ट की मांग सहित नमामि गंगे के वृहद कायोर् एवं योजनाओ पर बल दिया।
श्री नरेन्द्र सिंह बैठक में चचार् के दौरान बोडर् के मा0 पदाधिकारीगण द्वारा उठाये गये महम्वपूणर् बिन्दुओ पर सम्बन्धित विभाग प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा, लोक निमार्ण विभाग, सिचाई, बिजली विभाग, पयर्टन विभाग, नगर विकास, औद्योगिक विकास के विभागो मण्डलीय अधिकारियो के साथ विकास कायोर् की गहन समीक्षा करते हुये उनको गुणवत्तापूणर् समय सीमा के साथ निष्पक्ष एवं भ्रष्टाचार विहीन कायर् करने हेतु निदेर्शित किया।
पूवार्न्चल विकास बोडर् समीक्षा के दौरान विभिन्न प्रश्नो के सम्यक उत्तर देते हुये जिलाधिकारी श्री प्रवीण कुमार लक्षकार ने कहा है कि पूवार्न्चल क्षेत्र के अन्तगर्त मीरजापुर जनपद के चहुमुखी विकास के लिये मीरजापुर प्रशासन प्रतिबद्ध है। मां विन्ध्यवासिनी कारीडोर, रोप-वे यात्रा, विन्ध्य स्वाशासी मेडिकल कालेज स्वणिर्म कायर् है आने वाले दिनो में मीरजापुर विकास के मामलो में एक नया कीतिर्मान गढ़ेगा। जिलाधिकारी ने बिजली विभाग कि विद्युत आपूतिर् एवं लाइन लांस कम करने की चचार् करते हुये लाइन लांस को कम करने के उपायो के बारे में जानकारी दी।
मुख्य विकास अधिकारी श्रीलक्ष्मी वीएस ने बोडर् के प्रश्नो पर आश्वस्त करते हुये कहा कि मीरजापुर के विकास कायोर् की गुणवत्ता का जनप्रतिनिधियो एवं ग्रामवासियो द्वारा मूल्याकंन कराया जाता हैं। विकास कायोर् के भुगतान करने पहले टीम भेजकर उसका सत्यापन कराया जाता है कायर् सही न मिलने पर जिलाधिकारी एवं शासन को अवगत कराते हुये विधिक कायर्वाही की जाती हैं। उन्होने कहा कि मीरजापुर क्षेत्र के वतर्मान विकास कायर् गुणवत्तापूणर् एवं समयबद्ध पूणर् कराने हेतु विकास विभाग प्रतिबद्ध हैं।
अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में नरेन्द्र सिंह ने पूवार्न्चल विकास बोडर् के अन्तगर्त आने वाले सभी कायोर् एवं पदाधिकारियो के सुझाव, शिकायत एवं विकास कायोर् पर त्वरित कायर्वाही करते हुये उसको जमीनी स्तर पर साकार करने पर बल दिया। उन्होने विन्ध्याचल क्षेत्र के गौरवशाली अतीत एवं सलखन जीवाश्म, पाकर् पर प्रकाश डालते हुये यहाॅ की प्राकृतिक सम्पदा एवं त्रिकोण दशर्न के आध्यात्मिक क्षेत्र को पयर्टन के नये क्षितिज के रूप देखते हुये मीरजापुर को नगर निगम एवं विन्ध्याचल में शासकीय गेस्ट/ बड़े सकिर्ट हाउस की मांग करते हुये सवर्सम्मति से प्रस्ताव पेश किया। उन्होने एक जनपद एक उत्पाद को धरातलीय साकार करने के साथ ही मीरजापुर के पीतल बतर्न, कालीन, चुनार के टेरा कोटा मूतिर्, ड्रैगन फूड, जमालपुर क्षेत्र टमाटर इत्यादि स्थानीय उत्पाद को बढ़ावा देने पर बल दिया।
पूवार्न्चल विकास बोडर् की बैठक में देवभूमि एवं ज्ञान, बैराग्य धमर् की त्रिवेणी में पधारे सभी पदाधिकारियो का स्वागत, आभार एवं धन्यवाद व्यक्त करते हुये मण्डलायुक्त श्री योगेश्वर मिश्र ने कहा कि बोडर् को आश्वस्त किया आज की साथर्क एवं सकारात्मक वातावरण में जन जीवन से जुड़े महत्वपूणर् सुझाव, निदेर्श, विमर्श पर मनसा वाचा कमर्णा अक्षरशः पालन करते हुये एक माह के अन्दर सभी विकास योजनाओ एवं कायोर् को क्रियान्वयन किया जायेगा। विन्ध्याचल मण्डल के विकास के दृष्टिगत आज का दिन स्वणिर्म हस्ताक्षर में दजर् होगा। उन्होने कहा कि केन्द्र एवं राज्य की पूवार्न्चल विकास विषयक सभी योजनाओ एवं विकास कायोर् को पारदशिर्ता समयबद्धतता एवं निपष्क्षता के साथ क्रियान्वित करते हुये साकार किया जायेगा। उन्होने कहा कि सबसे प्राचीन पवर्त श्रृखंला विन्ध्य क्षेत्र मां गंगा के किनारे स्थापित विन्ध्याचल एवं सोने की प्राचीनता एवं पहचान को स्थापित करता सोनभद्र एवं कालीन नगरी के रूप मे विश्व विख्यात भदोही की विकास यात्रा में पूवार्न्चल विकास बोडर् की बैठक एक सुअवसर है जिसके माध्यम से इस क्षेत्र विकास कायोर् का नया कीतिर्मान स्थापित होगा। उन्होने अमेरिका के यलो स्टोन से भी प्रचीन और विस्तृत सलखन जीवाश्म पाकर् कलकत्ता एवं दिल्ली के व्यापारिक मागर् के सेंटर में पड़ने वाले चुनार की भौगोलिक स्थिति, राजा भतर्हरी की मन्दिर, देवकी नन्दन खत्री के प्रसिद्ध उपन्यास चन्द्रकान्ता में वणिर्त विजयगढ़, नौगढ़, चुनार किला को ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूणर् बताते हुये इस क्षेत्र में कायर् करने के लिये असीम सम्भावनाओ के एक सुअवसर के रूप में बताया।