0 कुछ बात है कि हस्ती मिटती नही हमारी -जिला सूचना अधिकारी
मीरजापुर।
आजादी का अमृत महोत्सव के श्रृंखला के क्रम में 19 नवम्बर 2021 से 25 नवम्बर 2021 तक मनाये जा रहें कौमी एकता सप्ताह के क्रम में आज जी0डी0 बिन्नानी महाविद्यालय के सभागार में राष्ट्रीय अखण्डता एवं भाषाई सद्भावना दिवस विषय पर परिचचार्, गोष्ठी, कवि सम्मेलनो का आयोजन किया गया। इस अवसर पर राष्ट्रीय अखण्डता शपथ लेकर लोगो ने देश की एकता के प्रति अपनी प्रतिबतता जताई। जिला सूचना कायार्लय एवं प्राचायर् बिन्नानी के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित इस कायर्क्रम में उपस्थित वक्ताओ एवं कवियो के द्वारा इस अवसर पर धमर् निरपेक्षता, साम्प्रदायिकता विरोधी और अहिंसा एवं की भाषाई धरोहरो को संरक्षित करने विषय पर प्रकाश डाला गया। कायर्क्रम का शुभारम्भ मां सरस्वती के चित्र पर माल्यापर्ण व दीप प्रज्जवलित कर किया गया। कायर्क्रम में सवर्प्रथम जी0डी0 बिन्नानी कालेज के वरिष्ठ प्राध्यापक डाॅ0 शशिधर शुक्ला ने कौमी एकता सप्ताह के महत्व के बारे में प्रकाश डालते हुये कहा कि हमारे देश के विभिन्न जातिया, धमोर् और सम्प्रदायों को एक साथ लाने का कायर् करता है क्योकि हम लोग विभिन्न धमोर् के अनुयायी होते हुये भी हमारी असली पहचान हमारी राष्ट्रीयता और हमारा भारतीय होना है तथा राष्ट्रीय एकता ही हमारी असली शक्ति हैं।
उन्होने कहा कि राष्ट्र की एकजुटता को बनाये रखने के लिये सभी को भाई चारे एवं आपसी सद्भाव को बनाये रखने की आवश्यकता है क्योकि सभी धमोर् से बड़ा राष्ट्र धमर् को माना गया हैं। कवि एवं लेखक श्री विनीत आनन्द ने ’’दिल अन्दर एक कोने में हिन्दुस्तान बनाये रखना…….’’ कविता को सुनाते हुये उन्होने ने कौमी एकता एवं सावर्जनिक सद्भाव और राष्ट्रीयता की ताकत को मजबूत करने एवं बढ़ावा देने पर बल दिया। युवा शायर इरफान कुरैशी ने अपने शायरी अन्दाज में सुनाया कि ’’ किसी ने किया रक्तदान किसी ने कन्यादान सभी नंे किया मतदान यही है हमारा हिन्दुस्तान….’’। जुबली इण्टर कालेज के प्राचायर् एवं साहित्यकार श्री राजेन्द्र तिवारी ने प्रश्नगत उद्बोधन करते हुये कहा कि हम लोगो को कौमी एकता मनाये जाने की आवश्यकता ही क्यो पड़ रही है। उन्होने कहा कि हमारे देश के अन्दर अलग-अलग धमर्, सम्प्रदाय, त्यौहार, मौसम जीवित है और यह आगे भी जीवन्त रहेगा। इसी लिये हम एक संस्कृति के साथ भाई चारे की भावना रखते है और राष्ट्र की एकता और अखण्डता को बनाये रखने के लिये हम सभी लोग एक साथ हैं।
कायर्क्रम के मुख्य वक्ता एवं वरिष्ठ साहित्यकार सलिल पाण्डेय ने अपने हास्य विनोद के चिर परिचित अन्दाज में विभिन्न धमर् सम्प्रदायो का उल्लेख करते हुये कहा कि जनपद मीरजापुर राष्ट्रीय एकता और साम्प्रदायिक सौहादर् का एक मिशाल रहा है हिन्दू, मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई एवं अन्य सम्प्रदायो को मानने वाले सभी लोग एक दूसरे के सुख दुख एवं त्यौहारो में शामिल होकर राष्ट्रीय एकता का मिशाल देते आ रहे है। इसी क्रम में मो0 आफाक ने राष्ट्र के विकास में कौमी एकता का विशेष महत्व है। उन्होने कहा कि हम सभी लोग छोटे-छोटे स्वाथोर् को त्यागकर अपने अन्दर महान गुणो का विकास कर सकते है। समाज में राष्ट्रीयता एकता, अखण्डता, भाईचारा का समुचित विकास कौमी एकता के अभाव में शून्य है। भारत के राष्ट्रीय आन्दोलनो में भी सभी धमोर् व वगोर् के लोगो का बड़ा योगदान रहा है यही कारण है कि विभिन्न आपदाओ एवं कोई भी विरोधी ताकते हमारे भारत की अखण्डता एकता को प्रभावित नही कर सका। कायर्क्रम में बिन्नानी कालेज के वसीम अकरम अंसारी ने भी राष्ट्रीय अखण्डता और एकता बनाये रखने पर बल दिया।
कायर्क्रम की अध्यक्षता कर रहे जिला सूचना अधिकारी डाॅ0 पंकज कुमार ने सुनाया कि ’’युनान मिस्र रोमा, सब मिट गये जहाॅ से। कुछ बात है कि हस्ती मिटती नही हमारी…’’। उन्होने कहा कि हमारा देश कौमी एकता का जीवन्त उदाहरण है कौमी एकता अथार्त अनेकता में एकता यही हमारे देश की पहचान है राष्ट्र की एकता एवं अखण्डता को जीवन्तता प्रदान करने के लिये देश में कौमी एकता दिवस मनाये जाने की परम्परा देश की प्रथम महिला प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी की जंयती 19 नवम्बर 2021 से प्रारम्भ होकर 25 नवम्बर 2021 तक प्रत्येक वषर् केन्द्र एवं प्रदेश सरकार के निदेर्श पर पूरे देश में मनाया जाता हैं। उन्होने कहा कि राष्ट्र की कौमी एकता ही देश के विकास में मील का पत्थर साबित होगा और देश की एकता को एक सूत्र में बाधनें में सफल रहेगा। कौमी एकता देश के आत्मा की पुकार बन चुकी है इसी लिये देश को विश्व गुरू कहा जाता है। कौमी एकता समारोह में पत्रकार कृष्ण गोपाल वमार् ने भी सम्बोधित किया तथा लोकगयाक शिवलाल गुप्ता ने राष्ट्रगीत एवं देवी गीत को सुनाया।
कायर्क्रम का सफल संचालन करते हुये कालेज के प्रवक्ता डाॅ0 ध्रुव पाण्डेय ने देश की एकता व अखण्डता पर प्रकाश डालते हुये अपने रचित छोटी-छोटी कविताओ को भी सुनाया। कायर्क्रम समापन एवं अतिथियो का आभार वरिष्ठ प्राध्यापक डाॅ0 ओम जी गुप्ता द्वारा किया गया।