0 सेन्ट मैरी चर्च में धूमधाम से मनाया प्रभू यीशु का जन्मोत्सव
0 चरनी (गोशाला) पर विश्व शान्ति के लिए प्रार्थना की गयी
मिर्जापुर।
क्रिसमस पर्व को लेकर ईसाई धर्मावलंबियों में उत्साह का माहौल शनिवार को पूरे दिन बना रहा। पर्व को यादगार बनाने के लिए लोग सुबह से अपने अपने तरीके से योजना बनाने में लगे रहे। पीली कोठी स्थित सेंट मेरी चर्च में आधी रात को प्रभु ईसा मसीह के जन्म लेते ही लोग खुशी से झूम उठे। लोगों ने चर्च में प्रार्थना कर जश्र मनाया।
चर्च में यीशु के जन्म की खुशी में झूमो नाचो खुशी से आज येशु पैदा हुआ, प्रवेश गीत ओहो प्यारी रात, दया याचना, महिला गान परमेश्वर की हो महिमा शान्ति परम मानव को मिले, अनुवाक्य आज है सूरज निकला, जयघोष आल्लेलूया, अर्पण गीत क्या फूल चढ़ाऊं मैं प्रभु के चरणों में के अलावा होसन्ना होसन्ना, ईश्वर के मेमने, क्रिसमस का है प्यारा प्यारा आदि गीत संगीत में मुग्ध नजर आये।
नगर के पीलीकोठी स्थित सेंट मेरीज चर्च के फादर एवं स्कूल के प्रिंसिपल फादर जैकब बोना डीसोजा ने कहा कि यीशु धर्म स्थापना के लिए नहीं आते, धर्म तो बाद में बना, यीशु इंसानियत स्थापित करने के लिए आते हैं। जैसे मनुष्य बनाया गया वैसे यीशु नहीं बनाये गए। महान आत्मा को जन्म देने के लिए निष्कलंक और निष्पाप स्त्री की जरुरत थी। ऐसे में मरियम को माता के गर्भ में निष्कलंक रखा, ताकि यीशु को जन्म दे सके। यीशु हमारे आदि अनादि और वर्तमान तीनों ही है।
यीशु के जन्मोत्सव कार्यक्रम के उपरांत फादर एवं उपस्थित ईसाई धर्मावलंबी व अन्य धर्मों के लोग चर्च से निकलकर चरणी अर्थात गौशाला पर आए जहां यीशु की प्रार्थना करने के बाद हैप्पी मैरी क्रिसमस एंड हैप्पी न्यू ईयर का उद्घोष करते हुए यूसुफ की जय जयकार करने के साथ ही केक का वितरण किया गया।
फादर डीसूजा ने कहाकि आज से 2014 वर्ष पूर्व बेतलहम के गोशाले में जन्मे प्रभु यीशु के जन्मोत्सव के रूप में मनाते हैं। उन्होंने कहाकि प्रभु यीशु का जन्म मानव जाति के उत्थान के लिए हुआ था। ऐसे में क्रिसमस पर्व पर हम सभी को प्रभु यीशु के सिद्घांतों को अपनाते हुए दूसरों की मदद करने का संकल्प लेना चाहिए।
फादर डीसूजा ने कहाकि क्रिसमस पर्व हम सभी के लिए खुशियां लेकर आता है। क्रिसमस का दिन विश्व में प्रभु ईसा का शुभ संदेश लेकर आता है। क्रिसमस पर्व पर समाज के बेसहारों, दुखियों, पीड़ितों और निर्धनों के प्रति दिलचस्पी दिखाकर नई मानवता और समाज का निर्माण करने की आवश्यकता है। कहाकि क्रिसमस आनंद और खुशी बांटने का त्यौहार है। मानव जाति के प्रति ईश्वरीय प्रेम का एक समारोह है। साथ ही एक दूसरे को क्रिसमस की शुभकामनाएं दी। भगवान ईशु का जन्म होते ही ईसाई समुदाय के लोग पूरी रात जश्न में डूबे रहे। लोगों ने अपने प्रियजनों को आकर्षक उपहार देकर एक दूसरे को बधाई दी। इस अवसर पर सेंट मैरी चर्च के फादर जैकब बोना डीसोजा, सिस्टर सिंप्रोस, टोमी सर, साजू सर सहित तमाम ईसाई समाज के लोगों के अलावा विभिन्न जाति धर्म के लोग मौजूद रहे।
जरूरतमंदों के पास जाकर सांता क्लॉज ने बांटे उपहार
मिर्जापुर।
25 दिसंबर 2021 दिन शनिवार को क्रिसमस डे के उपलक्ष्य मे इनरव्हील क्लब मिर्जापुर विंध्या ने वर्टिकल “एच”- हैप्पीनेस के अंतर्गत एक प्रोजेक्ट “शहर मिर्जापुर में सांता “में जरूरतमंद लोगों के पास जाकर सांता क्लॉज ने उपहार, केक, पेस्ट्री, ऊनी मोजे, टॉफी, चॉकलेट बाटे। साथ ही ऊनी कपड़े तथा शॉल भी दिए। लोगों के चेहरे पर खुशियां नजर आई। आज के कार्यक्रम को सफल बनाने में क्लब की अध्यक्षा सुश्री वैष्णवी केशरवानी, सचिव शशि बाला के साथ नम्रता श्रीवास्तव, प्रतिमा नफीस, रचना गुप्ता, मिट्ठू बनर्जी, सरोज गुप्ता, निधि श्रीवास्तव ने पूरा योगदान दिया। विंध्या क्लब की तरफ से मिर्जापुर वासियों को क्रिसमस और नए साल की ढेर सारी शुभकामनाएं दी गयी।