० नपाध्यक्ष ने नारियल फोड़कर किया हार्वेस्टिंग सिस्टम के कार्य का शुभारंभ
० कई दिनों से मंदिर समिति के सदस्य कर रहे थे नपाध्यक्ष से मांग
० जलाभिषेक का जल गन्दे पानी में जाने से मिलेगी मुक्ति
० भक्तों की आस्था को देखते हुये नपाध्यक्ष ने लिया निर्णय
मिर्जापुर।
नपाध्यक्ष मनोज जायसवाल मंगलवार की सुबह नगर के बुढेनाथ पहुँचे, जहां नपाध्यक्ष ने नारियल फोड़कर रेन हार्वेस्टिंग सिस्टम के कार्य का शुभारंभ किया। बता दे कई दिनों से बुढेनाथ मन्दिर सेवा समिति के सदस्यों द्वारा नपाध्यक्ष से शिवलिंग पर चढ़े जलाभिषेक के जल को गंदे पानी मे जाने से रोकने एवं जलाभिषेक के जल को गंगा जी के नदी में मिलाने की मांग की जा रही थी।
समिति के सदस्यों का कहना था कि जलाभिषेक के जल गंदे पानी से मिलने से भक्तों में काफी रोष रहता है, इसीलिए नपाध्यक्ष से जलाभिषेक के जल को गंगा नदी में मिलाने की मांग की गयीं थी।नपाध्यक्ष ने कहाकि गंगा नदी में जलाभिषेक का जल मिलाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता। इसीलिए रेन हार्वेस्टिंग के तहत मंदिर पर चढ़ने वाले जल को भूगर्भ में भेजा जायेगा। भक्तों की आस्था को देखते हुये एक महीने के भीतर इस कार्य को पूरा कराया जायेगा।
इस मौके पर समिति के सदस्यों ने कहाकि नपाध्यक्ष ने भक्तों की आस्था और समिति के सदस्यों के मांग को पूरा करते हुये जलाभिषेक के जल को रेन हार्वेस्टिंग के तहत भूगर्भ में जाने के लिये कार्य का शुभारंभ किया है।नपाध्यक्ष द्वारा निर्माण कार्य प्रारंभ कराये जाने पर मंदिर के पुजारी सहित कमेटी के सदस्यों ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस मौके पर योगानन्द महराज, सभासद संजय चौरसिया, आचार्य जगदीश द्विवेदी, राजन दुबे, उमेश गुप्ता, प्रीतम केसरवानी, मनीष मोदनवाल, रवि टण्डन, गुड्डू गुप्ता, बिरजू यादव, राज कुमार लड्डा, गोपाल पाठक, अमित मिश्रा, रविकर सिंह पटेल, जलकल अभियन्ता सुधीर वर्मा, अवर अभियंता जटाशंकर पटेल, सफाई निरीक्षक नंदकिशोर शर्मा, सफाई नायक राकेश यादव आदि लोग उपस्थित रहे।