मिर्जापुर।
चोपन-चुनार रेलखंड पर स्थित सक्तेशगढ़ स्टेशन पर हाटस्टैंडबाई के साथ केन्द्रीकृत नई इलेक्ट्रानिक इंटरलॉकिंग की स्थापना का कार्य पूरा कर लिया गया है। ट्रैक मशीन साइडिंग को इलेक्ट्रानिक इंटरलॉकिंग से उपयुक्त किया गया। साथ ही साथ सक्तेशगढ़ स्टेशन पर बटन वाले पैनल को हटाकर विजुअल डिस्प्ले यूनिट पैनल लगाया गया है। बेहतर दृश्यता हेतु 43 इंच के डबल विजुअल डिस्प्ले यूनिट लगाये गये है। हाट स्टैण्ड बाई प्रणाली के लागू होने से पहले पैनल में कोई खराबी आने पर परिचालन में व्यवधान उत्पन्न होता था, लेकिन हाट स्टैण्ड बाई प्रणाली के लागू होने से यदि सिस्टम में खराबी आती है तो हाट स्टैण्ड में स्थापित दूसरा विजुअल डिस्प्ले यूनिट स्वतः कार्य करना प्रारंभ कर देगा। इससे गाड़ियॉं विलंबित नहीं होगी। सक्तेशगढ़-लूसा खंड को सिंगल लाइन ब्लॉक पैनल के साथ कमीशन किया गया है, जिससे परिचालन में सुविधा होगी। इलेक्ट्रानिक इंटरलॉकिंग रूम, आईपीएस और बैटरी रूम में स्वचालित फायर अलार्म सिस्टम प्रदान किया गया। कुल 11 प्वाइंट मशीन 14 मुख्य सिग्नल 4 शंट सिग्नल तथा डबल डिस्टेंट सिग्नल को केन्द्रीकृत इलेक्ट्रानिक इंटरलॉकिंग से जोडा गया है।
इसके लिये 25 वॉट वीएचएफ सेट और कंट्रोल फोन को नये स्थान पर स्थानांतरित किया गया। इलेक्ट्रानिक इंटरलॉकिंग कक्ष में एसी के लिये स्वचालित समयानुकूल परिवर्तन वाला प्रदान किया गया है। सक्तेशगढ़ के दोनों लूप लाईन मे ट्रेनों के आगमन एवं प्रस्थान हेतु प्रत्येक में ओवररन की सुविधाप्रदान की गई है। मुख्य सिगनल इंजीनियर नीरज यादव ने बताया कि इस कार्य के पूर्ण होने से सक्तेशगढ़ से चुर्क रेलखण्ड में गाड़ियों को अधिकतम गतिसीमा 50 किलोमीटर प्रति घण्टा से बढ़ाकर 100 किलोमीटर प्रति घण्टा हो जाने के साथ-साथ समय पालनता और संरक्षा और बेहतर होगी। महाप्रबंधक, उत्तर मध्य रेलवे, प्रमोद कुमार, प्रमुख मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर अरूण कुमार एवं मण्डल रेल प्रबंधक, प्रयागराज मण्डल मोहित चंद्रा के कुशल मार्ग निर्देशन में काम को समयबद्व तरीके से पूरा किया गया। इस कार्य को पूरा करने वाली टीम में मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर/प्रोजेक्ट-।। डी. पी. गर्ग, उप मु. सि. एवं दूर. इंजी./प्रो-।।।/प्रयागराज श्री राहुल सिंह, वरि. मण्डल सिग. एवं दूर. इंजी./सिग./प्रयागराज मण्डल दिलीप राजपूत, वरि.मण्डल इंजी./प्रयागराज मण्डल राजेश आदि का योगदान रहा।
महाप्रबंधक ने कहा कि, इस वित्तीय वर्ष खैराही, सोनभद्र, लूसा स्टेशनों पर इलेक्ट्रानिक इंटरलॉकिंग की स्थापना के बाद सक्तेशगढ़ स्टेशन पर इलेक्ट्रानिक इंटरलॉकिंग कार्य पूर्ण करना रेल प्रबंधन की एक अहम उपलब्धि है और सभी रेल अधिकारी इसके लिये बधाई के पात्र हैं। ज्ञात हो कि, इस रेल खण्ड का चुर्क़ रेलवे स्टेशन भी मार्च में अत्याधुनिक सिग्नल प्रणाली इलेक्ट्रानिक इंटरलॉकिंग सिस्टम में जुड़ जाएगा।