मिर्जापुर।
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली सयुक्त मोर्चा पुरानी पेंशन बहाली मांग के लिए निरंतर आंदोलनरत है। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में एनपीएस कार्मिकों को उम्मीद थी कि भाजपा अपने घोषणा पत्र में पुरानी पेंशन की बात प्रमुखता से रखेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। भाजपा ने लाखो एनपीएस कार्मिकों की पीड़ा को नजरंदाज किया है, जिससे सभी एनपीएस कार्मिकों में मायूसी छा गई है। एक तरफ विधायक सांसद राजकोष का पैसा अपने ऊपर खूब खर्च कर रहे है विधायक सांसद को जीवन भर पुरानी पेंशन और एनपीएस कार्मिक को पेंशन नहीं टेंशन देने का काम किया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष बी पी सिंह रावत ने कहा है कि भाजपा पार्टी कार्मिकों का हित नही चाहती जबकि देश हित में एनपीएस कार्मिक सदैव अग्रणी भूमिका में रहे है।.कोरोना संकट में सबसे आगे एनपीएस कार्मिक रहे है अपनी जान की परवाह न करते हुए स्वास्थ्य कर्मी पुलिस कर्मी सदैव दिन रात तत्पर रहे है। चिंताजनक यह है कि भाजपा ने कार्मिकों के हित को कभी ध्यान नहीं रखा है, बी पी सिंह रावत ने जोर देकर कहा है कि भाजपा के विधायक, सांसद पुरानी पेंशन बहाली की मांग पर बात करना जैसे अपराध समझते है।
देश के सभी एनपीएस कार्मिक अब सचेत हो चुके है, बी पी सिंह रावत ने कहा है कि देश के प्रधानमंत्री छोटी छोटी बातो पर गंभीरता पूर्वक मन की बात तो आए दिन करते रहते है, पर देश के लाखो एनपीएस कार्मिकों की पीड़ा पुरानी पेंशन की बात के लिए प्रधानमंत्री जी के पास समय नहीं है, जो कि अत्यंत चिंताजनक है। बी पी सिंह रावत ने स्पष्ट रूप से कहा है कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों मे एनपीएस कार्मिकों की निर्णायक भूमिका होगी। अपनी मांग के लिए एनपीएस कार्मिक अब समझ चुका है कि पुरानी पेंशन बहाली मुद्दे पर कौन गंभीर है देश के एनपीएस कार्मिकों के परिवार मित्रजनों की सख्या लाखो में नही बल्कि करोड़ों में है, इनको नजनदाज करना किसी भी पार्टी के लिए चुनाव में गंभीर परिणाम होगा।