० बोले- प्रतिष्ठा से बढ़कर पद नहीं होता, मै जहां था वहीं हूं
मिर्जापुर। विधान सभा चुनाव के दौरान नगर सीट पर चल रहे कयासों पर भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य मनोज श्रीवास्तव ने विराम लगा दिया।
उन्होंने कहा कि वह जहांं थे, वहीं हैं। कार्यकर्ताओं के मान, सम्मान और समाज के हित के लिए सदैव संघर्ष जारी रहेगा।
नगर के लाल डिग्गी स्थित अपने आवास पर पत्रकार वार्ता में उन्होंने करीब आधा दर्जन बार विहिप के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष स्व. अशोक सिंघल का नाम लेकर उन्हें याद किया। कहा विहिप में मेरी विदाई के दौरान सिंघल जी ने कहा था कि मनोज जी आपका कमरा बदला जा रहा है, छत नहीं। हिंदू धर्म की रक्षा और कार्यकर्ताओं के मान सम्मान और स्वाभिमान के लिए आगे भी संघर्ष रहेगा।
उन्होंने कहाकि अशोक सिंघल का कथन था कि कृतित्व से व्यक्तित्व का निर्माण होता है। इससे व्यक्ति के आभा मंडल का निर्माण होता है। इससे लोगों की प्रतिष्ठा बनती है। कहा कि प्रतिष्ठा से बड़ा पद नहीं होता है। सिंघल जी कहते थे कि पद के लिए कभी समझौता नहीं करना चाहिए, प्रतिष्ठा से बड़ा पद नहीं होता। मैं जहां था, वहीं हूं। सनातन संस्कृति और हिंदू विचारधारा के साथ ईमानदारी से आगे भी लड़ाई जारी रहेगी। इस मौके पर भारी संख्या में कार्यकर्ता व समर्थक उपस्थित रहे।