मिर्जापुर।
बिंध्याचल कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत धौरहरा गांव के बैशनपुर मजरे मे रविवार की दोपहर गैस सिलेंडर फटने से रिहायशी झोपड़ी जलकर खाक हो गई। परिजन बाल – बाल बच निकले। जबकि खूंटे से बंधी पांच बकरियां झुलस गई। गांव निवासी सूर्यबली पाल पुत्र रामनिहोर झोपड़ी लगाकर गुजर बसर करते थे। एक बजे दिन मे रसोईघर में गैस सिलेंडर फटने से तेज धमाका हुआ। साथ ही झोपड़ी से आग की लपटें उठने लगी। आनन – फानन मे बच्चों सहित परिजन बाहर निकलने मे कामयाब रहे।
आग की लपटें इतनी तेज थी कि देखते ही देखते झोपड़ी राख के मलवे मे तब्दील हो गई। मकान मालिक ने बताया कि आगलगी की घटना मे घर गृहस्थी का सामान अनाज कपड़ा बर्तन सबकुछ खाक हो गया। बगल मड़हे मे खूंटे से बंधी बकरियां भी झुलस गई। परिवार की महिलाओं ने बताया कि भोजन बनाने के दौरान ही सिलेंडर से गैस लीकेज हो रही थी। यह संयोग ही था कि खाना परोसने खाने के बाद ही सिलेंडर फटा अन्यथा हादसा हो हो सकता था। सब कुछ खाक होने के बाद गरीब तबके का यह परिवार अब खुले आसमान के नीचे रहन सहन के लिए मजबूर हो गया है। ग्रामीणों ने राजस्व विभाग के अधिकारियों को घटना से अवगत कराया है।