मिर्जापुर।
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली सयुक्त मोर्चा के नेतृत्व में एनपीएस काला कानून व्यवस्था खत्म करने के लिए होली दहन पर एनपीएस दहन कार्यक्रम पूरे लाखो एनपीएस कार्मिकों ने देश में आयोजित किया, जिसमे सभी कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी, डाक्टर, नर्स, पुलिस कर्मी, रेलवे कर्मी, बैंक कर्मी, सफाई कर्मी, पैरा मिलिट्री के जवानों ने अपनी मांग पुरानी पेंशन बहाली की आवाज बुलन्द करते हुए एनपीएस काला कानून दहन किया।
राष्ट्रीय अध्यक्ष बी पी सिंह रावत ने कहा है कि एनपीएस काला कानून व्यवस्था कार्मिकों के लिए लाभकारी नही है एनपीएस सरकारी कार्मिकों के लिए बुढ़ापे का सहारा नहीं है। एक तरफ विधायक सांसद मात्र एक दिन के कार्यकाल में भी पुरानी पेंशन के हक दार हो जाते हैं और दूसरी तरफ सरकारी कर्मचारी अपने जीवन के पैंतीस वर्ष तीस वर्ष देश सेवा में समर्पित करते है उनको एनपीएस बाजार आधारित पेंशन नहीं टेंशन में रखा गया है जो कि अत्यंत चिंताजनक है एनपीएस काला कानून व्यवस्था का लगातार विरोध किया जा रहा है। राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली सयुक्त मोर्चा लगातार देश भर मे एनपीएस कार्मिकों की मांग पुरानी पेंशन बहाली के लिए लगातार हर स्तर से आंदोलन कर रहा जिसका परिणाम यह हुआ कि राजस्थान सरकार ने और छत्तीसगढ़ सरकार ने अपने राज्य के एनपीएस कार्मिकों के हित में पुरानी पेंशन बहाली का एतिहासिक निर्णय लेकर पूरे देश में एक बड़ा संदेश दिया है जिसका हम सभी एनपीएस कार्मिक स्वागत करते हैं । राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली सयुक्त मोर्चा का संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक देश के हर एनपीएस कार्मिक को पुरानी पेंशन नही मिलती।
बी पी सिंह रावत ने कहा है कि आज का कार्यक्रम देश के सभी राज्यों ने उत्तराखंड ,उत्तर प्रदेश ,बिहार ,मध्य प्रदेश ,हरियाणा, जम्मू कश्मीर ,गुजरात , उड़ीसा , झारखंड , गोवा ,हिमाचल, असम के सभी एनपीएस कार्मिकों ने सफल बनाया है जिसमे डा अनिल स्वदेशी, राकेश कंधारिया, डा पंकज प्रजापति, सीताराम पोखरियाल, जगदीश यादव, अजय कुमार द्विवेदी, पंकज सिंह, विमलेश कुमार, शोभनाथ यादव, मृग नयनी सलाथिया, गुल जुबेर डेंग, सुमन यादव, अछूतानंद हजारिका ने मुख्य रूप से सहयोग किया।