0 25-25 हजार रुपए का दोनों अभियुक्तों पर घोषित था इनाम
0 गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से मृतक सहायक अध्यापक का मोबाइल बरामद
भदोही।
सनसनीखेज निर्मम अध्यापक हत्याकांड में 25-25 हजार रूपए के 2 पुस्कार घोषित अपराधी गुरुवार को आगनवाड़ी केन्द्र अमवाखुर्द के पास से क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़ गए। गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से मृतक सहायक अध्यापक का मोबाइल बरामद किया गया। सहायक अध्यापक की हत्या दोस्त के साथ मिलकर 25-25 हजार रूपया देने की शर्त रखी गई थी। शर्त पर ही सहायक अध्यापक की हत्या की गई थी। जिसका खुलासा गुरुवार को पुलिस अधीक्षक डा.अनिल कुमार ने पत्रकारों के सामने किया।
एसपी ने कहा कि थाना चौरी क्षेत्र अन्तर्गत निवासिनी ज्योति रानी पत्नी अरविन्द कुमार निवासी ग्राम अमवाखुर्द थाना चौरी जनपद भदोही द्वारा लिखित तहरीर दिया गया था कि 2 अप्रैल को सायं 7.30 बजे उनके पति अपने मोबाइल पर अज्ञात व्यक्ति से बात करते घर से निकले और लौटकर घर नही आए। लगभग रात 9.00 बजे उनको फोन मिलाया गया तो उनका मोबाइल नही लग रहा था।
उन्होंने बताया कि 3 अप्रैल को समय करीब 6.00 घर की महिलाएं उनको खोजती हुई सड़क पर स्थित नए घर की तरफ जा रही थीं कि रास्ते में चन्द्रमा सिंह के गेहूँ खेत में पति का चप्पल, खून के निशान तथा स्प्रे गिरा दिखाई दिया। आदित्य नरायण, बिरेन्द्र कुमार टंडन आदि द्वारा खेत के बगल में पानी भरे गड्ढ़े में घुसकर देखा गया तो मेरे पति का हत्या कर सीमेन्ट के पीलर में बांधकर गाड़ा गया था।
जिसके सम्बन्ध में थाना चौरी पर मृतक की पत्नी की लिखित तहरीर पर पुलिस ने धारा 302 व 201 भादवि में मुकदमा दर्ज कर उक्त घटना का मास्टर माइंड अभिषेक धरकार को 4 अप्रैल डा.अनिल कुमार ने कहा कि उक्त निर्मम हत्याकांड में वांछित अभियुक्त विवेक पाल पुत्र राम किशुन पाल व किशन यादव पुत्र भइया लाल निवासी भुलईपुर थाना चौरी की गिरफ्तारी के लिए 25-25 हजार रूपए का पुरस्कार घोषित किया गया था। उक्त आदेश के क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक भदोही के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच व चौरी पुलिस को हत्याकांड में शामिल 25-25 हजार के 2 पुरस्करार घोषित अभियुक्तों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई है।
उन्होंने बताया कि पूछताछ में गिरफ्तार शुदा अभियुक्त ने बताया कि हम लोग भर्ती की तैयारी हेतु अमवाखुर्द स्थित विमल सिंह के आम के बगीचे में बने ट्रैक पर जातें थे, वहीं पर हम लोगो की दोस्ती अभिषेक धरकार से हो गई। अभिषेक ने मृतक अरविन्द मास्टर की हत्या करने के लिए हमलोगों से कहा और हम दोनो को 25-25 हजार देने को कहा। अभिषेक धरकार से दोस्ती होने व रूपए के प्रलोभन में हम लोग भी की हत्या करने के लिये तैयार हो गए। मृतक मास्टर शरीर से तगड़े थे इसलिये अभिषेक ने फ्लीपकार्ट के माध्यम से काली मिर्च पाउण्डर स्प्रे मंगवाया।
2 अप्रैल को हम लोग योजना के मुताबिक किशन यादव के फोन से मृतक को शाम 7.00 बजे विमल सिंह के बगीचे में बुलाए करीब शाम 7.30 बजे मृतक बगीचे में आ गए। अभिषेक धरकार ने मृतक के चेहरे पर स्प्रे मार दिया। जिससे उनको दिखाई देना बन्द हो गया। हम तीनो लोग मिलकर मृतक अरविन्द मास्टर को पटक दिए और मारने लगे। विवेक व किशन यादव ने बहुत देर तक मृतक का मुह दबाये रखा अभिषेक ने सर पर डण्डा से मारा। विवेक पाल जब अरविन्द मास्टर का मुह दवा रहा था उसी समय मृतक ने विवेक की बाये हाथ की बीच वाली अंगुली को दांत से काट लिए।
जब मृतक अरविन्द मास्टर की सांस रूक गई। तब अभिषेक ने अपने घर से साइकिल व रस्सी ले आया और हमलोग घसीट कर चन्द्रभान सिंह के गेहू के खेत में लेकर चले गये थे किशन यादव व अभिषेक धरकार शीतला प्रसाद प्रजापति के घर के सामने रखे पिलर को साइकिल पर लादकर ले आए तथा मृतक को अवधनरायन यादव उर्फ अवधू यादव के तालाब के किनारे ले गए व हाथ पैर रस्सी से बाधकर पिलर मे निकले सरिया में रस्सी फसाकर हम तीनो ने अरविन्द मास्टर को तालब में डाल दिए। हत्या के बाद हम तीनो अभिषेक के घर गए। अरविन्द मास्टर को मारते समय उनके मुह व सर से खून निकल रहा था। गमछा से मुंह दबाते समय किशन व अभिषेक का भी गमछा खून से सन गया तथा मृतक का मोबाइल तोड़कर बोरा में रखकर अभिषेक के घर से निकलते ही श्यामधर पाठक की पुरानी ट्यूबेल का कुआ दिखायी दिया उसी कुआ में बोरिया में गमछा, मोफलर ऊनी व मोबाइल फेककर अपने अपने घर चले गए।
इस मौके पर विनोद दूबे प्रभारी स्वाट, बृजेश सिंह प्रभारी सर्विलांस, सर्वेश राय, नरेन्द्र सिंह, तुफैल अहमद, अजय यादव, दीपक यादव, मन्नू सिंह, सुनील कन्नौजिया, नीरज यादव, चालक सुभाष सिंह तथा बृजेश मौर्या थानाध्यक्ष चौरी व उपनिरीक्षकप्रमोद यादव, मय हमराह थाना चौरी मौजूद रहे।