0 राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पुरानी पेंशन बहाली के लिए दिल्ली में बड़ा कार्यक्रम पर विचार
0 राजस्थान एवं छत्तीसगढ़ मे पुरानी पेंशन बहाली से देश के एनपीएस कार्मिकों में उम्मीद जगी
मिर्जापुर।
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा आने वाले दिनों में पुरानी पेंशन बहाली मांग के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए दिल्ली में बड़े आंदोलन की तैयारी है। राष्ट्रीय एवं प्रादेशिक पदाधिकारीगण के साथ जूम बैठक कर राष्ट्रीय अध्यक्ष बीपी सिंह रावत ने कहा है कि 2024 तक पूरे देश में पुरानी पेंशन बहाली को लागू कराने का संकल्प एनओपीआरयूएफ ने लिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को पुरानी पेंशन बहाली पर निर्णय के लिए दिल्ली में बड़े कार्यक्रम की रूप रेखा तैयार की जा रही है, जिसके लिए देश के सभी एनपीएस कार्मिकों सभी कार्मिक संगठनों से सहयोग लिया जाएगा। जिसके लिए अलग अलग राज्यो में बैठक आयोजित की जाएगी। राजस्थान सरकार एवं छत्तीसगढ़ सरकार ने पुरानी पेंशन बहाली का एतिहासिक निर्णय लेने से देश के एनपीएस कार्मिकों में पुरानी पेंशन बहाली के लिए उम्मीद जगी है, जिससे एनपीएस कार्मिकों में काफी जोश है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष बी पी सिंह रावत ने कहा है कि राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा अब आर पार की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार है। एक तरफ विधायक सांसद को जीवन भर पुरानी पेंशन दूसरी तरफ एनपीएस कार्मिक को पेंशन नहीं, टेंशन जो पूरी तरह से बाजार आधारित पेंशन है, जिसका हम विरोध करते हैं। यही बात हम लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को समझाने का प्रयास कर रहे है।
अब समय आ गया है कि दिल्ली में पुरानी पेंशन बहाली की आवाज बुलन्द की जाए। बी पी सिंह रावत ने कहा है कि इस कार्यक्रम में देश के लाखो एनपीएस कार्मिक प्रतिभाग करेगे, जिसमे कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी, डाक्टर, नर्स, स्वास्थ्यकर्मी, सफाईकर्मी, बैंककर्मी, पुलिसकर्मी, रेलकर्मी सभी अपने बुढ़ापे का सहारा पुरानी पेंशन बहाली के लिए सहयोग करेगे। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी राज्यों में कमेटी गठित की जाएगी, जिसके लिए राकेश कंधारिया, संजय शर्मा, जगदीश यादव, वीरेंद्र दुबे, मृगनयनी सलाथिया, गुलजुबेर डेंग, मोहर सिंह सलावद, मुकेश प्रसाद बहुगुणा, सीताराम पोखरियाल, बसंत चतुर्वेदी, डा पंकज प्रजापति, अछूतानंद हजारिका, अजय कुमार द्विवेदी, पंकज सिंह, विमलेश अग्रहरि, शोभनाथ यादव को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।