क्राइम कंट्रोल

आइजीआरएस के प्रार्थना पत्रो को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण हेतु थाना प्रभारियों को डीआईजी ने दिया निर्देश

मिर्जापुर। 
     जनपद मिर्जापुर के सर्किल सदर अंतर्गत थाना कोतवाली देहात, कछवा, चील्ह, पडरी, महिला थाना के लंबित विवेचनाओं के संबंध में शनिवार को पुलिस उपमहानिरीक्षक विंध्याचल परिक्षेत्र मिर्जापुर रामकृष्ण भारद्वाज द्वारा समीक्षा की गई तो पाया गया कि सदर सर्किल में धोखाधड़ी से संबंधित अभियोग में न ही क्षेत्राधिकारी न ही थाना प्रभारी को कोई जानकारी है। इससे यह स्पष्ट होता है कि इनके द्वारा अपने अधीनस्थों का अर्दली रूम नहीं किया जा रहा है।
सर्किल सदर में गोवध जैसे अभियोग लंबित हैं जिसमें अब तक अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं की गई है यह स्थिति अत्यंत ही आपत्तिजनक है एवं क्षेत्राधिकारी/प्रभारी निरीक्षक के शिथिल पर्यवेक्षण का द्योतक है। वांछित अभियुक्तों की सूची भ्रामक दर्शाई गई है जिसमें टीम गठित कराकर वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी कराएं एवं संपत्ति संबंधित अभियोग का अनावरण शीघ्र कराएं।
सीसीटीएनएस में सभी थानों पर अधिक मात्रा में आंशिक रूप से लंबित विवेचना पाई जा रही हैं इसी प्रकार से आईजीआरएस व चरित्र सत्यापन के प्रकरण लंबित हैं। इसका निस्तारण शीघ्र किया जाए, क्षेत्राधिकारी सदर के पास 2021 एवं 2022 में कई शिकायती प्रार्थना पत्र लंबित हैं, जिनको दिनांक 30.05 .2022 तक निस्तारण करने का निर्देश दिया।
विवेचनाओं के पर्यवेक्षण में महिला संबंधित अपराधो एससी/एसटी, माफियाओं तथा थाने व जनपद के टॉप -10 अपराधियों के विरुद्ध गुंडा,  गैंगस्टर, 14(1)के अंतर्गत जब्तीकरण कराते हुए ऐसे अपराधियों का जमानत निरस्तीकरण कराते हुए त्वरित कार्रवाई व कठोरतम कार्यवाही करने हेतु पुलिस अधीक्षक को निर्देशित किया गया है।
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