0 गुडवीव इंटरनेशनल एवं मानव संसाधन एवं महिला विकास संस्थान संचालित बालमित्र समुदाय का आयोजन आयोजन
मिर्जापुर।
हम सभी लोग पृथ्वी रूपी घर में रहते है, जिसकी छत पर्यावरण है और पृथ्वी पर जीवन तभी तक सुरक्षित है जब तक हमारा पर्यावरण सुरक्षित है। ऐसा इसलिए कि बिना हवा, पानी, खाद्य के जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। और ये सब हमें प्रकृति ही देती है। पेड़ – पौधे ,जंगल,नदियां जीवन के लिए बहुत ही जरूरी है। प्रकृति से कितना कुछ लेते हैं, लेकिन हम इसके बदले क्या करते है? प्रदूषण, दोहन..? इसी के प्रति जागरूकता के उद्देश्य से हम हर वर्ष 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाते है, जिससे हम लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरुक कर एक बेहतर कल की नींव रखें। जिसमें हम स्वस्थ पर्यावरण में स्वस्थ जीवन व्यतीत कर सकें।
पर्यावरण दिवस की पूर्व संध्या पर गुडवीव इंटरनेशनल द्वारा समर्थित और मानव संसाधन एवं महिला विकास संस्थान द्वारा संचालित बालमित्र समुदाय परियोजना के अन्तर्गत भदोही वाराणसी और मिर्जापुर के 19 गांवों में संगोष्ठी का आयोजन कर पर्यावरण सुरक्षित तो जीवन सुरक्षित विषय के अन्तर्गत पर्यावरण सुरक्षा पर परिचर्चा किया गया।
चर्चा के दौरान कार्यक्रम के क्षेत्राधिकारी सुरेन्द्र कुमार मौर्य ने कहा कि हम छोटे छोटे प्रयास जैसे पेड़ लगाना, अपने आसपास गंदगी न करना आदि करके पर्यावरण को बचाने में अपना योगदान दें, जिससे हमारा पर्यावरण हरा भरा और सुरक्षित रहे। साथ समुदाय में कार्यरत निशा साहू ने कहा कि अगर हम प्रतिवर्ष कम से कम 1 पेड़ लगाए, तो आने वाले कल को हम एक बेहतर पर्यावरण दे सकते है साथ ही सभी ने कम से कम 1 पेड़ लगाने का संकल्प भी लिया।
कार्यक्रम में शामिल आशा देवी ने कहाकि पेड़ पौधे कम होने से शनिवार को दोपहर में 4 लोगों को बैठने के लिए सोचना पड़ता है कि कहां बैठे की छांव हो। संस्था द्वारा पहले से संचालित ग्रीष्मकालीन कार्यशाला में शामिल काजल, पाल, अल्का, आंचल गुप्ता, आदित्य, प्रियांशु गुप्ता आदि बच्चों ने पर्यावरण पर अलग चित्र बनाकर दिखाया साथ ही उसके बारे में बताते हुए समुदाय को पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया।
कार्यक्रम संस्था के सहप्रबंधक जयप्रकाश जी के मार्गदर्शन में किया गया। क्षेत्राधिकारी हीरामणी, डॉ. भोलानाथ मौर्य, निशा साहू, नीलम चौहान, दीपा मौर्या, चंद्रभूषण, निशा मौर्या, सरोज, ज्योति पटेल, बिंदु सरोज, अनीता मौर्या, रेनू पटेल, पंचदेव आदि रहे।