0 जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने दिये निर्देश
0 इंटरसेप्टर के द्वारा तेज गति से वाहन चलाने वाले रखी जाय कड़ी नजर
मीरजापुर।
स्कूलो में संचालित सभी वाहनो के वाहन चालको के चरित्र का शत प्रतिशत सत्यापन सुनिश्चित कराया जाय तथा यह भी सुनिश्चित किया जाय कि बिना नम्बर प्लेट के कोई भी वाहन सड़को पर न चले यदि ऐसे वाहन कही पाये जाते है तो उसके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाय। जिलाधिकारी श्री प्रवीण कुमार लक्षकार की अध्यक्षता में आयोजित जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में उक्त निर्देश सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी को जिलाधिकारी द्वारा दिया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि रात्रि के समय अभियान चलाकर बड़े वाहन चालको की जाॅच की जाय यदि वे मादक पदार्थ/शराब का सेवन करके गाड़ी चलाते हुये पाये जाते है तो उनके विरूद्ध भी नियमानुसार कड़ी कार्यवाही किया जाय। उन्होने यह भी कहा तेज गति से वाहन चलाने वालो पर भी नजर रखते हुये इंटरसेप्टर के माध्यम से तेज गति से चलने वालो वाहनो पर रोक लगायी जाय तथा पहले जागरूकता तदुपरान्त कुछ दिन बाद कार्यवाही की जाय ताकि दुघर्टना पर रोक लगाया जा सकें। जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में चिहिन्त 24 ब्लैक स्पाट पर एन0एच0, एन0एच0आई0 तथा लोक निर्माण विभाग द्वारा सुधारात्मक की दिशा में क्या कार्यवाही की गयी एक सप्ताह में जाॅच कर रिपोर्ट प्रस्तुत किया जाय।
स्कूल वाहन चालकों के चरित्र सत्यापन करवाये जाने हेतु जिला विद्यालय निरीक्षक व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया गया। शराब पीकर वाहन चलाने वाले चालकों की चेकिंग ब्रेथएनालाईजर से कराये जाने हेतु परिवहन विभाग व पुलिस विभाग को निर्देशित किया गया। राजमार्गों पर ओवर स्पीड चल रहे वाहनों की चेकिंग इन्टरसेप्टर के माध्यम से चलाए जाए। बरौंधा व मुहकुचवा पर खड़े रहने वाले भारी वाहनों को बरकछा की तरफ खाली स्थान पर खड़ा कराये जाने हेतु सम्बन्धित विभागों को आवश्यक कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया। बैठक में श्री विजय प्रकाश सिंह, स0स0प0अ0(प्रवर्तन) द्वितीय दल ने सड़क सुरक्षा के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। जनपद में सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाये जाने हेतु यातायात विभाग, शिक्षा विभाग, लोक निर्माण विभाग, स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय बनाकर संयुक्त प्रयास किया जा रहा है जिसके अन्तर्गत प्रवर्तन की कार्यवाही एवं जागरूकता के कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है-वर्ष 2021 में सड़क दुर्घटनाओं में 254 व्यक्तियों की मृत्यु हुई। मृतकों की संख्या का विश्लेषण करने पर यह पाया गया कि 43 व्यक्तियों की मृत्यु पूर्व में चयनित 24 ब्लैक स्पॉटों पर हुई है। जिस पर जिलाधिकारी द्वारा सड़क निर्माण एजेन्सियों पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की गयी और 15 दिन के अन्दर सुधारात्मक कार्यवाही की रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया।
सड़क दुर्घटनाओं में गम्भीर रूप से घायल व्यक्तियों को सीधे नजदिकी ट्रामा सेन्टर भेजने हेतु स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया गया जिससे गोल्डेन ऑवर के अन्तर्गत गम्भीर रूप से घायल व्यक्ति को चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध हो सके।
स्कूल वाहनों के सम्बन्ध में जनपद में कुल 646 स्कूल वाहनें पंजीकृत हैं इन स्कूल वाहनों में 206 स्कूल वाहनों के फिटनेस फेल हैं जिसमे 165 वाहनों के रजिस्ट्रशन निलम्बित किये जा चुके हैं। जिलाधिकारी द्वारा परिवहन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि फिटनेस फेल स्कूल वाहनें यदि संचालित पायी जाती हैं तो उनके विरूद्ध चालान व बन्द की कार्यवाही करते हुये सम्बन्धित प्रबंधक व प्रधानाचार्य के विरूद्ध एफ.आई.आर. भी दर्ज करायें जाए। स्कूल वाहन चालकों के चरित्र सत्यापन करवाये जाने हेतु जिला विद्यालय निरीक्षक व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया गया। शराब पीकर वाहन चलाने वाले चालकों की चेकिंग ब्रेथएनालाईजर से कराये जाने हेतु परिवहन विभाग व पुलिस विभाग को निर्देशित किया गया। राजमार्गों पर ओवर स्पीड चल रहे वाहनों की चेकिंग इन्टरसेप्टर के माध्यम से चलाए जाए। बरौंधा व मुहकुचवा पर खड़े रहने वाले भारी वाहनों को बरकछा की तरफ खाली स्थान पर खड़ा कराये जाने हेतु सम्बन्धित विभागों को आवश्यक कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया।
बैठक में श्री विजय प्रकाश सिंह, स0स0प0अ0(प्रवर्तन) द्वितीय दल ने सड़क सुरक्षा के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। जनपद में सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाये जाने हेतु यातायात विभाग, शिक्षा विभाग, लोक निर्माण विभाग, स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय बनाकर संयुक्त प्रयास किया जा रहा है जिसके अन्तर्गत प्रवर्तन की कार्यवाही एवं जागरूकता के कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है-वर्ष 2021 में सड़क दुर्घटनाओं में 254 व्यक्तियों की मृत्यु हुई। मृतकों की संख्या का विश्लेषण करने पर यह पाया गया कि 43 व्यक्तियों की मृत्यु पूर्व में चयनित 24 ब्लैक स्पाटों पर हुई है। जिस पर जिलाधिकारी महोदय द्वारा सड़क निर्माण एजेन्सियों पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की गयी और 15 दिन के अन्दर सुधारात्मक कार्यवाही की रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया। सड़क दुर्घटनाओं में गम्भीर रूप से घायल व्यक्तियों को सीधे नजदिकी ट्रामा सेन्टर भेजने हेतु स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया गया जिससे गोल्डेन ऑवर के अन्तर्गत गम्भीर रूप से घायल व्यक्ति को चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध हो सके।
स्कूल वाहनों के सम्बन्ध में जनपद में कुल 646 स्कूल वाहनें पंजीकृत हैं इन स्कूल वाहनों में 206 स्कूल वाहनों के फिटनेस फेल हैं जिसमे 165 वाहनों के रजिस्ट्रशन निलम्बित किये जा चुके हैं। जिलाधिकारी महोदय द्वारा परिवहन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि फिटनेस फेल स्कूल वाहनें यदि संचालित पायी जाती हैं तो उनके विरूद्ध चालान व बन्द की कार्यवाही करते हुये सम्बन्धित प्रबंधक व प्रधानाचार्य के विरूद्ध एफ.आई.आर. भी दर्ज करायें जाए।
बैठक में अपर जिलाधिकारी श्री शिव प्रताप शुक्ला, सम्भागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) राजेश कुमार वर्मा, डॉ0 अरूण कुमार सिंह अपर पुलिस अधीक्षक/क्षेत्राधिकारी यातायात, ए0आर0टी0ओ0(प्रवर्तन) प्रथम श्री विवेक शुक्ल, ए0आर0टी0ओ0 (प्रवर्तन) द्वितीय श्री विजय प्रकाश सिंह, यात्रीकर अधिकारी श्री राम सागर, अधिशासी अभियन्ता लोक निर्माण विभाग श्री मिथलेश कुमार, एआरएम रोडवेज श्री हरिशंकर पाण्डेय, जिला सूचना अधिकारी श्री ओम प्रकाश उपाध्याय, श्री महेन्द्र नाथ प्रधानाचार्य जी.आई.सी, श्री रविन्द्र शुक्ला प्रतिनिधि बी.एस.ए., श्री विपिन पाण्डेय यातायात निरीक्षक, श्री पुष्पेन्द्र सिंह सम्भागीय निरीक्षक, श्री शैलेष कुमार दूबे अध्यक्ष ट्रक मोटर यूनियन आदि लोग उपस्थित थे।
पारदर्शी व नकल विहीन कराये बी0एड0 की परीक्षा: अपर मुख्य सचिव के द्वारा वीडियो कांफ्रेसिंग कर जनपद के अधिकारियो को दिया गया निर्देश
मीरजापुर। अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा के द्वारा वीडियो कांफ्रेसिंग कर आगामी सम्पन्न होने वाली बी0एड0 परीक्षा के तैयारियो का जायजा लिया गया। उन्होने प्रदेश के सभी जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को निर्देशित करते हुये कहा गया कि परीक्षा को पूरी तरह से पारदर्शी व नकलविहीन सम्पन्न कराने के लिये सभी तैयारिया पूर्ण करा ली जाय। जिलाधिकारी श्री प्रवीण कुमार लक्षकार ने बताया कि बी0एड0 परीक्षा को पारदर्शी व नकलविहीन सम्पन्न कराने के लिये 14 सेंटर बनाये गये है प्रत्येक सेंटर पर 500-500 परीक्षार्थियो के बैठने की व्यवस्था की गयी हैं। मीरजापुर एन0आई0सी0 में पुलिस अधीक्षक श्री अजय कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी श्री शिव प्रताप शुक्ल, प्राचार्य के0बी0 कालेज के अलावा अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।
अत्याचारो से पीड़ित 46 लाभार्थियो को दिया गया आर्थिक सहायता
मीरजापुर। जिलाधिकारी श्री प्रवीण कुमार लक्षकार की अध्यक्षता में अत्याचारो से उत्पीड़ित अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जन जाति के व्यक्तियो को आर्थिक सहायता प्रदान किये जाने के दृष्टिगत जिला समिति की बैठक आहूत की गयी। बैठक में समाज कल्याण अधिकारी श्री गिरीश दूबे द्वारा बताया गया कि योजनान्तर्गत शासन से प्राप्त धनराशि के सापेक्ष शत प्रतिशत व्यय करते हुये 46 लाभार्थियो को आर्थिक सहायता प्रदान करते हुये लाभान्वित किया गया है। उत्पीड़ित मामलो में हत्या, बलात्कार, लंज्जा भंग, अपहरण, साधारण मामले, आगजनी तथा मा0 न्यायालय द्वारा दोष सिद्ध होने के उपरान्त के मामले शामिल है उन्होने बताया कि वर्तमान में पुलिस अधीक्षक कार्यालय से 11 अत्याचार से उत्पीड़ित व्यक्तियो को आर्थिक सहायता प्रदान किये जाने हेतु प्रस्ताव प्राप्त हुये है जिनके लिये 14.50 लाख रूपये धनराशि की मांग समाज कल्याण निर्देशालय से पत्राचार कर किया गया हैं। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्रीलक्ष्मी वीएस, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ राजीव सिंघल, जिला समाज कल्याण श्री गिरीश दूबे, मा0 सांसद राज्यसभा प्रतिनिधि श्री धन्नजय पाण्डेय, मा0 नगर विधायक प्रतिनिधि रंजू अग्रवाल, क्षेत्राधिकारी श्री अरूण कुमार सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहें।
नहरो से अतिक्रमण हटाने का दिया गया निर्देश
0 मुख्य विकास अधिकारी द्वारा ग्राम कुदारन के पास भगवंत ब्राच नहर का किया गया निरीक्षण
मीरजापुर। जिलाधिकारी श्री प्रवीण कुमार लक्षकार के निर्देश के क्रम में मुख्य विकास अधिकारी श्रीलक्ष्मी वीएस आज दिनांक 23.06.2022 को उक्त नाली का स्थलीय निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय खण्ड विकास अधिकारी नरायनपुर श्री पवन कुमार सिंह, भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश सचिव श्री प्रहलाद सिंह, सिंचाई खण्ड चुनार के अवर अभियन्ता एवं अन्य ग्रामीण उपस्थित रहे। ग्राम कुदारन में भगवन्त ब्रांच से यह नाली जो मूजडीह घाटमपुर होते हुये अकबरपुर तक है, इस नाली का पानी जगह-जगह रूका हुआ है तथा कुछ जगह नाली को ग्रामीणों द्वारा पाट दिया गया है। बताया गया कि यह नाली राजस्व विभाग के अभिलेख में दर्ज है। मौके पर उपस्थित खण्ड विकास अधिकारी को निर्देशित किया गया कि राजस्व विभाग, सिंचाई खण्ड चुनार के अभियन्ता एवं एस.एच.-5 (ए) के मैनेजर से समन्वय स्थापित करते हुये उक्त नाली पर हुये अतिक्रमण का निस्तारण कराकर नाली की सफाई कराने के सम्बन्ध में आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करें। ज्ञातव्य है कि विगत दिनांक 13.06.2022 को विकास भवन में आयोजित खरीफ गोष्ठी में भारतीय किसान यूनियन उत्तर प्रदेश के प्रदेश सचिव श्री प्रहलाद सिंह द्वारा विकास खण्ड नरायनपुर अन्तर्गत वाराणसी- शक्तिनगर रोड पर स्थित ग्राम कुदारन के पास भगवंत ब्राच नहर से सिंचाई के लिये निकली नाली जो कुदारन से होते हुये मूजडीह, घाटमपुर एवं बरबकपुर तक लगभग 03 किलोमीटर की लम्बाई में नाली को ग्रामीणों द्वारा जगह-जगह अतिक्रमण कर दिया गया है तथा जगह-जगह नाली जाम होने से किसानों को पानी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। इस नाली की साफ-सफाई तथा इस पर हुये अतिक्रमण हटाने का अनुरोध किया गया था। उक्त के क्रम में मुख्य विकास अधिकारी द्वारा निरीक्षण कर आवश्यक निर्देश दिये गये।
नरायनपुर विकास खण्ड अन्तर्गत ग्राम पंचायत समसपुर धौरहरा में निर्माणाधीन
0 अमृत वन का मुख्य विकास अधिकारी द्वारा किया गया निरीक्षण
मीरजापुर। जिलाधिकारी श्री प्रवीण कुमार लक्षकार के निर्देश के क्रम में मुख्य विकास अधिकारी श्रीलक्ष्मी वीएस द्वारा विकास खण्ड नरायनपुर स्थित ग्राम पंचायत समसपुर के राजस्व ग्राम धौरहरा में अमृत वन का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय खण्ड विकास अधिकारी, टी0ए0, सचिव एवं प्रधान उपस्थित रहे। ग्राम पंचायत समसपुर के राजस्व ग्राम धौरहरा में ग्राम पंचायत द्वारा अमृत वन का निर्माण कराया जा रहा है। इस कार्य की कुल स्वीकृत लागत 12.82 लाख प्राविधानित है। बताया गया कि यह कार्य दिनांक 21.06.2022 से प्रारम्भ है। निरीक्षण के समय 15 मीटर लम्बाई एवं 10 मीटर चैड़ाई में मियावाकी की खुदाई पर कुल 22 श्रमिक कार्य करते हुये पाये गये। निरीक्षण के समय तक मियावाकी की खुदाई लगभग 6 फीट की गयी है। इस अमृत वन का क्षेत्रफल 3975.50 वर्ग मीटर तथा मियावाकी का क्षेत्रफल 150.00 स्क्वायर मीटर में है। बताया गया कि अमृत वन के चारों तरफ आयरन पोल, स्टील जाली के साथ घेराबन्दी, अमृत वन में चारों तरफ पथ वे का निर्माण कराया जाना है। मियावाकी क्षेत्रफल को ग्रीन नेट से घेराबन्दी कराने की व्यवस्था की जानी है। बोरिंग व सबमर्सिबल व स्ट्रीट लाइट व पथ वे के चारों तरफ भूमि का समतलीकरण कराते हुये पौधरोपण कराने का प्राविधान है। पथ वे के चारों तरफ बड़े पौधे एवं अन्दर छोटे पौधे व शेष क्षेत्रफल में घास लगवाने का प्राविधान है। मौके पर उपस्थित खण्ड विकास अधिकारी को निर्देशित किया गया कि कार्य में तेजी लाते हुये निर्धारित समय के अन्दर इस कार्य को पूर्ण कराना सुनिश्चित करें।