0 स्ववित्तपोषित महाविद्यालयो की बेहतरी एवं समस्याओं के निदान के लिए मांग रखा
मिर्जापुर।
उत्तर प्रदेश स्ववित्तपोषित महाविद्यालय एसोसिएशन के सात सदस्यीय टीम द्वारा राज्यपाल से एसोसिएशन के तीन बिंदुओं को लेकर शनिवार को मुलाकात किया गया। पत्रक सौंपकर स्ववित्तपोषित महाविद्या लयो के बेहतरी एवं विभिन्न समस्याओं के निदान के लिए मांग रखा गया। प्रथम बिंदु कि प्रदेश में कोर्स की फीस का निर्धारण करने के लिए एक टीम गठित की जाए। उस टीम में एक से दो स्ववित्तपोषित कॉलेजों के प्रदेश कमेटी मे से एक से दो मेंबर उस कमेटी में जोड़ें जाएं, जिससे शुल्क का निर्धारण सही-सही हो सके।
दूसरा बिंदु रखा कि प्रदेश में डीएलएड के प्रवेश के ऑनलाइन आवेदन की तिथि को बढ़ाकर 20 अगस्त किया जाए या तो फाइनल ईयर के बच्चों को अपीयरिंग में फॉर्म भरने हेतु अनुमति दिया जाए ( जिस तरह से बी एड के बच्चों को अपीयरिंग में फॉर्म भरने हेतु अनुमति दिया जाता है और काउंसलिंग के समय करेक्शन करने का ऑप्शन दिया जाता है)।
तीसरा बिंदु यह कि शिक्षक के अनुमोदन को लेकर चर्चा की गई, जिसमें महामहिम के सामने इस बिंदु को रखते हुए यह बताया गया शिक्षक अप्रूवल में एक्सपर्ट दूर-दूर से बुलाए जाते हैं जिससे महाविद्यालय का काफी नुकसान होता है। इसलिए एक्सपर्ट को स्वयं के जिले या अगल-बगल के जिले से बुलाया जाए या फिर अप्रूवल के प्रोसेस को परिवर्तित किया जाए जैसे ए.आई.सी.टी.ई., पी.सी.आई. एवं एस.सीई.आर.टी. बोर्ड में ऑनलाइन टीचर अप्रूवल योग्यता के अनुसार किया जाता है। उसी तरह से महाविद्यालय में भी टीचर अप्रूवल का ऑप्शन दिया जाए। इन तीन बिंदुओं पर महामहिम से चर्चा किया गया।
राज्यपाल द्वारा आश्वासन दिया गया कि जल्द से जल्द विभागीय अधिकारियों द्वारा बैठक करके इन बिंदुओं का निस्तारण किया जाएगा। सात सदस्ययी टीम में असोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ आरजे सिंह चौहान, प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ विवेक तागड़ी, राजीव तुली, मुईद अहमद, गजेंद्र प्रताप सिंह ब्लाक प्रमुख राजगढ़, डॉ जय गोपाल पाण्डेय, श्रीमती माया आनंद शामिल रहे।