एजुकेशन

जमालपुर एवं मझवा में निर्माणाधीन कस्तूरबा गाॅधी बालिका विद्यालय के एकेडमिक ब्लाक एवं हास्टल का जिलाधिकारी ने किया स्थलीय निरीक्षण

0 ईट की गुणवत्ता व सीमेन्ट की मात्रा पर जिलाधिकारी द्वारा कार्यदायी संस्था को लगायी गयी फटकार

0 गुणवत्ता में तत्काल लाये सुधार अन्यथा ब्लैक लिस्टेड करते हुये दर्ज होगी एफ0आई0आर0

मीरजापुर। जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने आज विकास खण्ड जमालपुर एवं विकास खण्ड मझवा में निर्माणाधीन कस्तूरबा गाॅधी आवासीय बालिका विद्यालय परिसर में निर्माणाधीन एकेडमिक ब्लाक एवं हास्टल का स्थलीय निरीक्षण किया। जमालपुर विकास खण्ड निर्माणाधीन विद्यालय के निरीक्षण के दौरान निर्मित दीवालो में कही-कही पीला ईट जिसकी गुणवत्ता खराब पायी गयी एवं दीवालो की चुनाई में प्रयुक्त होने वाले सीमेन्ट, बालू सामाग्रियो में सीमेनट की मात्रा कम पायी गयी, जिस पर जिलाधिकारी द्वारा कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुये कार्यदायी संस्था को कड़ी फटकार लगाते हुये निर्देशित किया कि आगे से ईट की गुणवत्ता एवं प्रयोग में लायी जा रही सीमेन्ट बालू की मात्रा मानक के अनुसार सही किया जाय।

उन्होने कहा कि निर्माणाधीन भवन का पुनः निरीक्षण किया जायेगा, किसी भी स्तर पर गुणवत्ता खराब पाये जाने पर कड़ी कार्यवाही की जायेगी। कार्यदायी संस्था के सहायक अभियन्ता ने जिलाधिकारी को बताया कि निर्माणाधीन एकेडमिक ब्लाक एवं हास्टल की कुल स्वीकृत लागत रू0 315.77 लाख के सापेक्ष अभी तक मात्र 80 लाख रू0 व्यय करते हुये 26 प्रतिशत भौतिक प्रगति है। निर्माण कार्य प्लिंथ स्तर तक पूर्ण है सुपर इस्ट्रक्चर कार्य प्रगति पर हैं। मौके पर कार्य नही किया जा रहा था कोई भी मजदूर दिखायी न पड़ने व कार्य बन्द होने पर जिलाधिकारी को बताया गया कि अधिकांश मजदूर बकरीद व गुरू पूर्णिमा त्यौहार के दृष्टिगत बाहर चले गये है कुछ मजदूरो के द्वारा कार्य किया जा रहा है जिस जिलाधिकारी द्वारा कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया।

विकास खण्ड मझवा के कस्तूरबा गाॅधी विद्यालय परिसर में निर्माणाधीन एकेडमिक विद्यालय व हास्टल के निरीक्षण दौरान भी ईट की गुणवत्ता खराब पायी गयी तथा सीमेन्ट व बालू की मात्रा मानक के अनुसार सही नही पाया गया, निर्माण कार्य की प्रगति भी धीमी रही। जिलाधिकारी द्वारा गुणवत्ता सही न पाये जाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुये कार्यदायी संस्था को फटकार लगायी तथा निर्देशित किया कि गुणवत्ता खराब होने पर रिकवरी की कार्यवाही भी की जायेगी। उन्होने कहा कि रखे गये ईटो में से खराब ईटो को तत्काल हटाया जाय गुणवत्ता में सुधार लाया जाय पुनः निरीक्षण के दौरान यदि गुणवत्ता खराब पायी जाती है तो कार्यदायी संस्था को ब्लैक लिस्टेड करते हुये एफ0आई0आर0 दर्ज कर अग्रिम कार्यवाही की जायेगी।

कार्यदायी संस्था आवास विकास द्वारा बताया गया कि इस एकेडमिक ब्लाक एवं हास्टल की निर्माण लागत रू0 315.77 लाख के सापेक्ष लगभग 72 लाख रू0 व्यय करते हुये लगभग 24 प्रतिशत कार्य पूर्ण किया गया है। प्लिंथ स्तर के ऊपर कार्य प्रगति पर हैं। यह भी बताया गया कि दोनो स्थलो पर हास्टल में भूतल पर 13 एवं प्रथम तल पर 13 कुल 26 कमरो का हास्टल एवं एकेडमिक हास्टल में 04 क्लास रूम व 03 लैब निर्माण कार्य प्रस्तावित हैं। निरीक्षण के दौरान कार्यदायी संस्था आवास विकास के सहायक अभियन्ता व अन्य अधिकारी उपस्थित रहें।

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