मिर्जापुर।
ज्ञात हो कि मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी (एम० एल० टी०) कोर्स चिकित्सा क्षेत्र के नैदानिक एवं पैरामेडिकल क्रम में सत्र 2016 से काशी हिंदू विश्वविद्यालय एवं विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के संयुक्त तत्वाधान में चलाया जा रहा है।
इस विषय में प्रत्येक स्तर पर छात्र -छात्राओं का मूल्यांकन किया जाता है एवं उसके अनुरूप प्रथम वर्ष में डिप्लोमा, द्वितीय वर्ष में एडवांस डिप्लोमा एवं तृतीय वर्ष में डिग्री (बी० वॉक० / एम० वॉक०) प्रदान की जाती है बरकछा स्थित राजीव गांधी दक्षिणी परिसर में डी० डी० यू० कौशल केन्द्र द्वारा संचालित किये जा रहे एम० एल० टी० कोर्स के अब तक चार सत्र पूर्ण हो चूके हैं।
पूर्व में कोविड महामारी के कारण एम० एल० टी० का मूल्यांकन बाधित हो गया था। आचार्य प्रभारी प्रोफेसर विनोद कुमार मिश्रा एवं समन्वयक डी० डी० यू० कौशल केंद्र प्रोफेसर महेश प्रसाद अहिरवार के प्रयास स्वरूप अब यह मूल्यांकन प्रारंभ हो पाया है। यह मूल्यांकन सत्र 2018 -2021 के विद्यार्थियों लिए कराया गया, जो एक हेल्थ सेक्टर स्किल काउंसिल नई दिल्ली द्वारा निर्धारित एन० एस० क्यू० एफ० जॉब रोल असिस्टेंट ड्यूटी मैनेजर पेशेंट रिलेशन सर्विस है। शनिवार को आयोजित एन० एस० क्यू० एफ० लेवल 6 में 40 छात्र छात्राओं का मूल्यांकन किया गया।
इस अवसर पर प्रोफेसर आशीष सिंह प्लेसमेंट कोऑर्डिनेटर एवं कार्यवाहक आचार्य प्रभारी, समन्वयक प्रोफेसर एम० पी० अहिरवार, मूल्यांकन अधिकारी डॉक्टर यतींद्र गुप्ता, डा० सन्तोष कुमार एम० एल० टी० के संयोजक डॉ० राघवेंद्र रमन मिश्रा, उपस्थित प्रभारी एम० एल० टी० डॉ० मो० इरफान, समस्त शिक्षकगण एवं प्रयोगशाला सहायक सतीश शर्मा एवं पंचम पटेल तथा समस्त छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।